
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को रेसकोर्स स्थित स्वर्गपपुरी आश्रम में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के वरिष्ठ प्रचारक राधेश्याम जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राधेश्याम जी का निधन न केवल संघ परिवार के लिए, बल्कि पूरे समाज और राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है।
श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में संघ के पदाधिकारी, कार्यकर्ता, सामाजिक-धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधि और स्थानीय श्रद्धालु मौजूद थे। सभी ने मौन रखकर और पुष्प अर्पित कर अपने प्रिय प्रचारक को अंतिम विदाई दी।
मुख्यमंत्री का वक्तव्य
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राधेश्याम जी का पूरा जीवन समाज और राष्ट्र की सेवा के लिए समर्पित रहा। वे संघ की मूल भावना – निःस्वार्थ सेवा, अनुशासन और राष्ट्रभक्ति – के जीवंत प्रतीक थे। उन्होंने अपने कार्यकाल में हजारों युवाओं और स्वयंसेवकों को प्रेरित किया, जिन्हें आज भी उनकी शिक्षाएं और संस्कार मार्गदर्शन दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि –
“राधेश्याम जी का त्यागमय जीवन, उनकी तपस्या, सादगी और राष्ट्रहित के प्रति निष्ठा आने वाली पीढ़ियों को सदैव प्रेरणा देती रहेगी। उन्होंने संगठन को मजबूत बनाने और समाज को जोड़ने के लिए जो योगदान दिया, वह अविस्मरणीय है।”
समाज और संगठन में योगदान
राधेश्याम जी लंबे समय तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े रहे और उत्तर भारत में संगठन विस्तार में उनकी भूमिका निर्णायक रही। वे लगातार समाज सेवा, शिक्षा, ग्रामीण विकास और राष्ट्र निर्माण से जुड़े कार्यों में सक्रिय रहे।
उनके मार्गदर्शन में असंख्य स्वयंसेवकों ने समाज सेवा का संकल्प लिया और आज भी कई संगठन उनके विचारों से प्रेरणा लेकर कार्य कर रहे हैं। चाहे युवाओं को राष्ट्र निर्माण की ओर प्रेरित करना हो, सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना हो या ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा कार्यों का विस्तार, हर क्षेत्र में राधेश्याम जी का योगदान उल्लेखनीय रहा।
श्रद्धांजलि सभा का वातावरण
श्रद्धांजलि सभा के दौरान पूरा वातावरण भावुकता से भरा हुआ था। मंच पर संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने राधेश्याम जी के जीवन और कार्यों को याद किया और उन्हें सच्चा समाजसेवी, त्यागी और राष्ट्रनिष्ठ व्यक्तित्व बताया। सभा में उपस्थित लोगों ने एक स्वर में कहा कि राधेश्याम जी जैसे प्रचारक विरले ही जन्म लेते हैं और उनका जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए आदर्श है।
सभा में मौजूद सामाजिक व धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी कहा कि राधेश्याम जी ने अपने जीवन से यह सिद्ध कर दिया कि सच्चा सुख केवल समाज और राष्ट्र की सेवा में है।
मुख्यमंत्री की संवेदना
मुख्यमंत्री ने श्रद्धांजलि सभा के अंत में शोक संतप्त परिजनों और संघ परिवार के कार्यकर्ताओं के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की और कहा कि समाज व राष्ट्र को दी गई उनकी अमूल्य सेवाएं कभी भुलाई नहीं जा सकेंगी।
वरिष्ठ प्रचारक राधेश्याम जी का जीवन तप, त्याग और अनुशासन का परिचायक रहा। वे न केवल एक संगठनात्मक कार्यकर्ता थे, बल्कि एक प्रेरणास्रोत व्यक्तित्व भी थे, जिन्होंने हजारों लोगों को सेवा और राष्ट्रहित की राह दिखाई। उनके निधन से संघ परिवार और समाज को गहरा आघात पहुँचा है, लेकिन उनकी शिक्षाएं और आदर्श हमेशा कार्यकर्ताओं और समाज का मार्गदर्शन करते रहेंगे।