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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उपनल कर्मियों के परिजनों को दी 50-50 लाख की सहायता राशि

दुर्घटना में दिवंगत कर्मियों के आश्रितों को मिला आर्थिक संबल, मुख्यमंत्री बोले—“मानव जीवन की क्षति अपूरणीय, पर सरकार हर संभव साथ में है”

देहरादून, 10 अक्टूबर 2025: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सचिवालय में आयोजित एक सादे किन्तु भावनात्मक समारोह में उपनल (उत्तराखण्ड पूर्व सैनिक कल्याण निगम लिमिटेड) के माध्यम से सेवारत तीन कर्मियों की दुर्घटना में मृत्यु होने के उपरांत उनके परिजनों को 50-50 लाख रुपये की सहायता राशि के चेक प्रदान किए।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दिवंगत कर्मियों की सेवाओं को नमन करते हुए कहा कि राज्य सरकार सदैव अपने कर्मचारियों और उनके परिवारजनों के हितों के प्रति संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि कोई भी आर्थिक सहायता किसी जीवन की क्षति की भरपाई नहीं कर सकती, परंतु कठिन समय में यह उनके परिवारों को संबल और सुरक्षा का अहसास अवश्य कराती है।

दिवंगत कर्मियों की सेवाओं को दी श्रद्धांजलि

राज्य के विभिन्न विभागों में उपनल के माध्यम से कार्यरत तीन कर्मियों की अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु हुई थी।

  •  बृजेश कुमार, जो विद्युत वितरण खंड, जसपुर में तैनात थे, का निधन जनवरी 2025 में हुआ।
  •  तसलीम, ब्रिडकुल, देहरादून में कार्यरत थे, जिनकी मृत्यु नवम्बर 2024 में हुई।
  •  संजीव कुमार, विद्युत वितरण खंड, हरिद्वार में कार्यरत थे, जिनका फरवरी 2025 में एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया।

तीनों कर्मचारियों के आश्रितों को मुख्यमंत्री ने 50-50 लाख रुपये की सहायता राशि के चेक प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सहायता राशि भले ही उनके अपनों की कमी को पूरा नहीं कर सकती, लेकिन यह सरकार की सहानुभूति और संवेदनशीलता का प्रतीक है।

“हम यह भलीभांति जानते हैं कि किसी परिवार के लिए अपने सदस्य की क्षति असहनीय होती है। लेकिन इस कठिन समय में सरकार उनके साथ है — यह भाव प्रत्येक सरकारी और उपनल कर्मी के दिल में विश्वास जगाएगा,”
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा।

कॉर्पोरेट सैलरी पैकेज के तहत दी जा रही सुरक्षा

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सरकारी, अर्द्धसरकारी और उपनल कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए, बैंकों के साथ कॉर्पोरेट सैलरी पैकेज के तहत एक विशेष व्यवस्था की गई है। इस पैकेज में कर्मचारियों को अनेक प्रकार की बीमा और वित्तीय सुरक्षा सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।

राज्य सरकार और विभिन्न बैंकों के बीच हुए इस एमओयू (समझौता ज्ञापन) के तहत, दुर्घटना में कर्मचारी की मृत्यु होने पर उसके परिजनों को सहायता राशि उपलब्ध कराई जाती है। यह राशि सीधे संबंधित बैंक और उपनल के समन्वय से परिजनों तक पहुँचाई जाती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना राज्य सरकार की उस सोच का हिस्सा है, जिसमें प्रत्येक कर्मचारी और उसके परिवार की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने इस योजना के सफल संचालन में सहयोग के लिए पंजाब नेशनल बैंक (PNB) का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया।

“हमारा प्रयास है कि राज्य के हर कर्मचारी को न केवल सुरक्षित कार्य वातावरण मिले, बल्कि उसे और उसके परिवार को जीवन की अनिश्चितताओं से सुरक्षा का भरोसा भी मिले। इस दिशा में उपनल और बैंक का यह सहयोग सराहनीय है,”
मुख्यमंत्री ने कहा।

कर्मचारियों के हित में सरकार की संवेदनशील पहल

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड सरकार ने शासन व्यवस्था में कई नवाचार किए हैं, जिनमें कर्मचारियों के कल्याण को विशेष स्थान दिया गया है। उन्होंने कहा कि बीते वर्षों में कर्मचारियों के हितों में कई ऐतिहासिक निर्णय लिए गए हैं — चाहे वह संविदा कर्मियों की सेवा शर्तों का सरलीकरण हो, बीमा सुविधाओं का विस्तार हो या कार्यस्थल पर सुरक्षा मानकों का सुदृढ़ीकरण।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लगातार यह सुनिश्चित करने के प्रयास में है कि सरकारी, अर्द्धसरकारी और उपनल कर्मचारी एक सम्मानजनक, सुरक्षित और प्रेरणादायक वातावरण में कार्य कर सकें। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उपनल जैसी संस्थाओं की भूमिका की सराहना की, जो सेवानिवृत्त सैनिकों और नागरिक कर्मियों को राज्य की विकास यात्रा में योगदान का अवसर प्रदान कर रही हैं।

सहायता राशि—सरकार की जिम्मेदारी और संवेदना का प्रतीक

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य सरकार की यह पहल किसी औपचारिकता का निर्वहन नहीं, बल्कि “संवेदना के साथ जिम्मेदारी निभाने” का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि सरकार के सभी विभागों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कर्मचारी कल्याण योजनाओं की जानकारी हर स्तर तक पहुँचे और पात्र परिवारों को समयबद्ध लाभ मिले।

“राज्य के प्रत्येक कर्मचारी और उनके परिवार को यह भरोसा होना चाहिए कि उत्तराखण्ड सरकार उनके साथ खड़ी है। हम केवल सेवाओं की अपेक्षा नहीं करते, बल्कि उनके जीवन और भविष्य की सुरक्षा का भी वचन देते हैं,”
मुख्यमंत्री ने कहा।

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि सरकार का लक्ष्य है कि कॉर्पोरेट सैलरी पैकेज के तहत बीमा और वित्तीय सुरक्षा लाभों का दायरा आगे और विस्तृत किया जाए, ताकि राज्य के अधिकाधिक कर्मचारियों को इस योजना से जोड़ा जा सके।

समारोह में वरिष्ठ अधिकारी रहे उपस्थित

इस अवसर पर राज्य के कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।

  • प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु
  • सचिव दीपेन्द्र चौधरी
  • अपर सचिव मनमोहन मैनाली
  • मेजर जनरल (से.नि.) शम्मी सबरवाल
  • एमडी उपनल जे.एन.एस. बिष्ट
  • पंजाब नेशनल बैंक के जोनल हेड अनुपम, डिप्टी जनरल मैनेजर अभिनंदन, और एजीएम  अजीत कुमार उपाध्याय भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।

सभी अधिकारियों ने इस पहल को राज्य सरकार की संवेदनशील शासन शैली का प्रतीक बताया और कहा कि इस प्रकार की योजनाएँ कर्मचारियों के मनोबल को ऊँचा करती हैं।

उपनल—राज्य की विकास यात्रा में अहम भागीदार

उपनल उत्तराखण्ड सरकार की एक अग्रणी एजेंसी है, जो पूर्व सैनिकों, अर्द्धसैनिक बलों और अन्य कार्मिकों को रोजगार उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। राज्य के विभिन्न विभागों में उपनल के माध्यम से हजारों कर्मचारी कार्यरत हैं। उपनल न केवल रोजगार उपलब्ध कराता है, बल्कि अब कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से अपने कर्मचारियों और उनके परिवारों की सामाजिक सुरक्षा भी सुनिश्चित कर रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा उपनल कर्मियों के परिजनों को सहायता राशि प्रदान करना एक बार फिर यह दर्शाता है कि उत्तराखण्ड सरकार अपने कर्मचारियों और उनके परिवारों के प्रति कितनी संवेदनशील और प्रतिबद्ध है। यह कदम न केवल शासन की मानवीय दृष्टि को रेखांकित करता है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि राज्य अपने प्रत्येक कर्मी को केवल “सिस्टम का हिस्सा” नहीं, बल्कि परिवार का सदस्य मानता है।

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