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Uttarakhand: विजयदशमी पर परेड ग्राउंड में रावण दहन कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री धामी

मुख्यमंत्री ने कहा – प्रधानमंत्री का संकल्प है कि 21वीं सदी का तीसरा दशक होगा उत्तराखंड का दशक

देहरादून, 2 अक्टूबर 2025। विजयादशमी पर्व के पावन अवसर पर राजधानी देहरादून के परेड ग्राउंड में भव्य दशहरा महोत्सव और रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए प्रदेशवासियों को विजयदशमी की शुभकामनाएं दीं और भगवान श्रीराम से सभी नागरिकों के सुख, समृद्धि और स्वस्थ जीवन की प्रार्थना की।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि दशहरा पर्व हमारी सांस्कृतिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा है। यह पर्व न केवल अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है, बल्कि यह हमें जीवन में धर्म, सत्य और मर्यादा के महत्व का भी स्मरण कराता है। “रावण चाहे कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो, अहंकार और अधर्म का अंत निश्चित है। आज हमें केवल पुतला दहन नहीं करना है, बल्कि अपने भीतर मौजूद बुराइयों को भी खत्म करने का संकल्प लेना है,” उन्होंने कहा।

रावण दहन के संदेश और प्रेरणा

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि विजयदशमी हमें यह सीख देती है कि जीवन में चाहे कितनी भी विपरीत परिस्थितियां हों, सत्य और धर्म की राह पर चलने वाला ही अंततः विजयी होता है। भगवान श्रीराम ने अपने आदर्श जीवन से यह सिद्ध किया कि मर्यादा, सद्गुण और सत्यनिष्ठा ही मानव जीवन को श्रेष्ठ बनाते हैं।
उन्होंने कहा, “आज भी समाज में कई ‘रावण’ मौजूद हैं—भ्रष्टाचार, नशा, अपराध और सामाजिक बुराइयों के रूप में। हमें इस पर्व से प्रेरणा लेकर इन बुराइयों का संहार करने का भी संकल्प लेना होगा।”

प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प पर जोर

मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उस संकल्प को दोहराया जिसमें उन्होंने कहा था कि “21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा।” धामी ने कहा कि इस संकल्प को साकार करना केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर उत्तराखंडवासी का कर्तव्य है।
“चाहे वह शिक्षा का क्षेत्र हो, पर्यटन, उद्योग, कृषि या स्वरोजगार—यदि प्रदेश का हर नागरिक अपने-अपने क्षेत्र में योगदान देगा तो उत्तराखंड जल्द ही देश का अग्रणी राज्य बनेगा,” उन्होंने कहा।

डबल इंजन सरकार की योजनाओं का उल्लेख

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकार युवाओं, महिलाओं, किसानों, बुजुर्गों और समाज के सभी वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएं चला रही है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना से प्रदेश सरकार लगातार काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश नई ऊँचाइयों को छू रहा है। “जनकल्याणकारी योजनाओं और सुधारात्मक कदमों ने आम नागरिकों के जीवन स्तर को बेहतर बनाया है। आने वाले समय में भी केंद्र और राज्य सरकार मिलकर उत्तराखंड को समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाने के लिए संकल्पबद्ध हैं,” उन्होंने जोड़ा।

व्यापारियों और उपभोक्ताओं के लिए राहत

मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर हाल ही में जीएसटी के क्षेत्र में केंद्र सरकार द्वारा लिए गए सकारात्मक फैसले का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इससे व्यापारियों और उपभोक्ताओं दोनों को बड़ा लाभ मिलेगा।
“दीपावली से पहले केंद्र सरकार का यह निर्णय व्यापारियों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए तोहफा है। इससे न केवल व्यापारियों को राहत मिलेगी बल्कि उपभोक्ताओं को भी प्रत्यक्ष लाभ होगा,” मुख्यमंत्री ने कहा। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का आभार प्रकट करते हुए इसे अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम बताया।

आत्मनिर्भर भारत और उत्तराखंड की भूमिका

मुख्यमंत्री धामी ने आह्वान किया कि विजयदशमी के अवसर पर सभी उत्तराखंडवासी यह संकल्प लें कि वे प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में अपनी सक्रिय भागीदारी देंगे।
“हम प्रभु श्रीराम के आदर्शों से प्रेरणा लेकर उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के अपने विकल्प रहित संकल्प पर कार्य कर रहे हैं। यदि हम सब मिलकर सत्य, ईमानदारी और कर्तव्यपरायणता जैसे मूल्यों को अपनाएं तो एक सशक्त, समृद्ध और न्यायपूर्ण समाज की नींव रखी जा सकती है,” उन्होंने कहा।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल

इस अवसर पर परेड ग्राउंड में उमड़े जनसैलाब ने कार्यक्रम को ऐतिहासिक बना दिया। हजारों की संख्या में लोग दशहरा महोत्सव और रावण दहन के साक्षी बने। मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, विधायक खजानदास और सविता कपूर सहित कई जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।

देहरादून के परेड ग्राउंड में आयोजित इस दशहरा महोत्सव ने एक बार फिर यह संदेश दिया कि बुराई कितनी भी शक्तिशाली क्यों न हो, अंततः उसका पतन निश्चित है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर जहां सांस्कृतिक और धार्मिक संदेशों को रेखांकित किया, वहीं राज्य और देश के विकास को लेकर स्पष्ट दृष्टि भी प्रस्तुत की।
दशहरे के इस पावन पर्व पर दिया गया उनका संदेश न केवल धार्मिक भावनाओं को बल देता है, बल्कि सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से भी प्रदेशवासियों को नई ऊर्जा और दिशा प्रदान करता है।

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