
नई दिल्ली/श्रीनगर: भारत और पाकिस्तान के बीच घोषित युद्धविराम समझौते को पाकिस्तान ने महज 3 घंटे में ही तोड़ दिया। शनिवार शाम 5 बजे लागू हुए सीजफायर के कुछ ही घंटों बाद श्रीनगर सहित जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में धमाकों की आवाजें सुनी गईं। पाकिस्तान ने एक बार फिर संघर्षविराम का उल्लंघन करते हुए सीमा पार से भारी गोलाबारी और ड्रोन हमले किए, जिससे क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है।
सीएम उमर अब्दुल्ला का तीखा सवाल: “क्या यही है युद्धविराम?”
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पाकिस्तान की हरकत पर कड़ा एतराज़ जताते हुए सोशल मीडिया मंच X पर लिखा:
“आखिर संघर्ष विराम का क्या हुआ? श्रीनगर के मध्य में एयर डिफेंस यूनिट ने अभी-अभी गोलीबारी शुरू की है। धमाकों की आवाजें साफ सुनी जा रही हैं।”
This is no ceasefire. The air defence units in the middle of Srinagar just opened up. pic.twitter.com/HjRh2V3iNW
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) May 10, 2025
सीमा पर फिर गूंजे गोलों के धमाके
सेना सूत्रों के अनुसार, अखनूर, राजौरी, और आर.एस. पुरा सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से भारी आर्टिलरी फायरिंग की गई। बारामुला में एक ड्रोन हमले की भी पुष्टि हुई है। पलनवाला सेक्टर में भी पाकिस्तान की ओर से युद्धविराम उल्लंघन किया गया।
इन घटनाओं के बाद बीएसएफ को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि पाकिस्तान की हर उकसावे वाली कार्रवाई का तुरंत और मुंहतोड़ जवाब दिया जाए।
भारतीय सेना अलर्ट मोड में, वाघा बॉर्डर बंद
भारतीय सेना के सूत्रों ने बताया कि तीनों सेनाएं पूरी तरह अलर्ट मोड में हैं। पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट सिस्टम और एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम को एक्टिव रखा गया है। सेना की निगरानी अगले 48 घंटों तक बेहद कड़ी रहेगी। इसके अलावा वाघा बॉर्डर को बंद रखने का फैसला किया गया है और भारत-पाकिस्तान के बीच व्यापार पर भी रोक लगी रहेगी।
श्रीनगर, बारामुला, और जम्मू के कई इलाकों में एहतियातन ब्लैकआउट कर दिया गया है। सेना के अनुसार, जो एयरपोर्ट फिलहाल बंद किए गए हैं, उनकी स्थिति का 12 घंटे के बाद आकलन कर दोबारा संचालन पर विचार होगा। तब तक सभी एयर डिफेंस सिस्टम हाई अलर्ट पर रहेंगे।
शनिवार को दोपहर 3:35 बजे भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच बातचीत के बाद शाम 5 बजे से सीजफायर लागू करने की सहमति बनी थी। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इसकी जानकारी देते हुए कहा था कि जल, थल और वायु में किसी भी प्रकार की सैन्य कार्रवाई तत्काल रोकी जाएगी। अब 12 मई को दोनों देशों के अधिकारी अगली रणनीति पर चर्चा करने वाले थे, लेकिन पाकिस्तान की ताजा हरकतों ने इस प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पाकिस्तान द्वारा 3 घंटे के भीतर ही युद्धविराम तोड़ने से यह साफ है कि इस्लामाबाद की ओर से शांति वार्ता की कोई वास्तविक प्रतिबद्धता नहीं है। भारत ने जहां अब तक संयम दिखाया है, वहीं सेना का कहना है कि मातृभूमि की सुरक्षा से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा।