
नई दिल्ली: रविवार को होने वाले एशिया कप क्रिकेट मुकाबले में भारत और पाकिस्तान (India vs Pakistan) आमने-सामने होंगे। इस हाई-वोल्टेज मैच को लेकर जहां क्रिकेट फैंस में जबरदस्त उत्साह है, वहीं राजनीतिक हलकों में विवाद गहराता जा रहा है। कांग्रेस और शिवसेना समेत कई विपक्षी दलों ने इस मैच के बहिष्कार (Boycott) की अपील की है।
शिवसेना का विरोध प्रदर्शन का ऐलान
शिवसेना नेताओं ने साफ चेतावनी दी है कि भारत-पाकिस्तान मैच के आयोजन के खिलाफ पार्टी सड़कों पर उतरेगी। उनका कहना है कि जब सीमा पर जवान पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का सामना कर रहे हैं, तब मैदान में पाकिस्तान के साथ खेलना उचित नहीं है।
कांग्रेस का बयान
कांग्रेस के कई नेताओं ने भी इस मैच पर आपत्ति जताई है। पार्टी प्रवक्ताओं का कहना है कि पाकिस्तान को बार-बार खेल के बहाने मंच देना शहीदों का अपमान है। विपक्षी दलों का तर्क है कि क्रिकेट कूटनीति का हिस्सा नहीं बन सकता, खासकर तब जब सीमा पर हालात तनावपूर्ण हों।
बीसीसीआई की चुप्पी
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की ओर से अब तक इस विवाद पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। सूत्रों के मुताबिक, मैच तय शेड्यूल के मुताबिक ही आयोजित होगा, क्योंकि यह एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के टूर्नामेंट का हिस्सा है।
क्रिकेट फैंस बंटे नजर आ रहे
जहां एक ओर लाखों क्रिकेटप्रेमी इस महामुकाबले का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर हैशटैग #BoycottIndoPakMatch ट्रेंड कर रहा है। कुछ लोग इसे खेल और राजनीति को अलग रखने की सलाह दे रहे हैं, जबकि कई लोग सुरक्षा और शहीदों के सम्मान का हवाला देते हुए विरोध कर रहे हैं।
👉 अब सबकी नजरें रविवार पर टिकी हैं, जब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या राजनीतिक विरोध के बीच भारत-पाकिस्तान मैच बिना किसी रुकावट के संपन्न होता है या नहीं।