चीन और अमेरिका के बीच जुबानी जंग कम होने का नाम नहीं ले रही है। हाल के समय में चीन और रूस के बीच तनाव और बढ़ा है, चाहे वो दक्षिण चीन सागर का मुद्दा हो, रूस यूक्रेन जंग हो या फिर द्विपक्षीय कारोबार। साल की शुरुआत में चीनी जासूसी गुब्बारे को पेंटागन द्वारा नष्ट करने के बाद भी दोनों देशों में तनातनी बढ़ गई थी। इन सबके बीच चीन ने अमेरिका को लेकर बड़ा बयान दिया है। चीन की सैन्य क्षमता के विस्तार पर पेंटागन ने एक रिपोर्ट जारी की थी। इसके जवाब में चीन ने कहा कि ‘अमेरिका क्षेत्रीय शांति में बाधक है।’
पेंटागन ने चीन की सैन्य क्षमता विस्तार पर एक वार्षिक रिपोर्ट तैयार की है, जिसे कांग्रेस में पेश किया जाना आवश्यक है। चीन को अमेरिकी सरकार एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अपने लिए प्रमुख खतरे और अमेरिका की प्राथमिक दीर्घकालिक सुरक्षा चुनौती के रूप में देखती है। रिपोर्ट में कहा गया था कि चीन अपनी सेना के सामान्य निर्माण के अनुरूप, अपनी परमाणु शक्ति का तेजी से विस्तार कर रहा है। पहले की चेतावनी में कहा गया था कि बीजिंग 2035 तक अपने पास मौजूद हथियारों की संख्या को लगभग चार गुना बढ़ाकर 1,500 करने की राह पर है।