
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सरकार हरकत में है। मंगलवार को, गृह मंत्रालय में एक उच्च-स्तरीय बैठक के बाद, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की।
गृह मंत्रालय की बैठक में केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, सीमा सुरक्षा बल (BSF), असम राइफल्स और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के महानिदेशक शामिल हुए थे। इसके अतिरिक्त, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), सशस्त्र सीमा बल (SSB) और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी इस महत्वपूर्ण बैठक में भाग लिया।
इस उच्च-स्तरीय बैठक के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता करेंगे। उल्लेखनीय है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद यह दूसरी बार है जब CCS की बैठक हो रही है। बुधवार को ही प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में कैबिनेट कमेटी ऑन पॉलिटिकल अफेयर्स (CCPA) की बैठक भी निर्धारित है।
प्रधानमंत्री के साथ रक्षा मंत्री की मुलाकात सोमवार को भी हुई थी, जो लगभग 40 मिनट तक चली थी। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई जब भारत और फ्रांस के बीच नौसेना के लिए 26 राफेल मरीन विमानों की खरीद का सौदा हुआ।
इससे पहले, सोमवार को ही सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से उनके मंत्रालय में मुलाकात की थी। माना जा रहा है कि इस बैठक के दौरान रक्षा मंत्री को सेना की तैयारियों, पहलगाम आतंकी हमले के बाद उठाए गए कदमों और सीमाओं की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी गई।
उल्लेखनीय है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद पिछले चार दिनों से नियंत्रण रेखा (LOC) के पार से पाकिस्तानी सेना द्वारा गोलीबारी की जा रही है, जिसका भारतीय सेना ने भी करारा जवाब दिया है।
रविवार को भी CDS जनरल अनिल चौहान और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच लगभग 40 मिनट तक एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी, जिसमें आतंकवाद के खात्मे को लेकर सैन्य रणनीतियों और तैयारियों पर चर्चा हुई थी। इसी दिन, सीमा सुरक्षा बल (BSF) के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने भी दिल्ली में गृह मंत्रालय का दौरा किया था।