
देहरादून, 30 सितंबर 2025। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के “दुर्गम प्रथम” संकल्प को आगे बढ़ाते हुए जिलाधिकारी देहरादून सविन बंसल ने मंगलवार को विकासखंड कालसी के सुदूरवर्ती गांव उटैल-बैसोगिलानी में विशाल बहुउद्देशीय शिविर आयोजित किया। दुर्गम, पहाड़ी रास्तों और धुंध भरे मौसम के बावजूद डीएम प्रशासनिक अमले संग सीधे जनता के बीच पहुंचे और ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं।
इस शिविर में 166 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें से 56 का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। डीएम ने स्पष्ट कहा कि जनता की समस्याओं को प्राथमिकता से सुलझाना ही प्रशासन का मुख्य दायित्व है और किसी भी स्तर पर शिकायतें लंबित नहीं रहनी चाहिए।
पेयजल, सड़क और बिजली मुख्य मुद्दे
ग्रामीणों की सबसे अधिक शिकायतें पेयजल और सड़क से जुड़ी रहीं। पानी की समस्या उठने पर डीएम ने जल संस्थान और पेयजल निगम के अधिकारियों को तुरंत मौके पर भेजा और आधे घंटे में एटीआर (Action Taken Report) तलब किया।
- उटैल निवासी जौहर सिंह का ₹15,000 का बिजली बिल बकाया था, जिसे डीएम ने राइफल फंड से भुगतान कर तत्काल माफ कराया।
- अमराव क्षेत्र में कृषि भूमि क्षति की शिकायत पर मुख्य कृषि अधिकारी को एक सप्ताह में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।
- कालसी मुख्यालय के लोगों ने कूड़ा निस्तारण की मांग रखी। इस पर डीएम ने एसडीएम को शासकीय भूमि चिह्नित कर जिला पंचायत के माध्यम से व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
- वहीं, दयनीय स्थिति में पहुंच चुकी ब्लॉक की सड़क को तत्काल सुधारने के लिए लोक निर्माण विभाग को फंड स्वीकृत कर निर्देश जारी किए।
ग्रामीणों को योजनाओं का लाभ
शिविर में 25 विभागों के स्टॉल लगाए गए, जहां से 555 से अधिक लोग लाभान्वित हुए।
- स्वास्थ्य सेवाएं: 442 लोगों की जांच हुई, जिनमें 268 एलोपैथिक, 153 होम्योपैथिक परीक्षण किए गए। दवाएं निःशुल्क वितरित की गईं।
- कार्ड एवं प्रमाण पत्र: 25 आयुष्मान कार्ड, 10 दिव्यांग प्रमाण पत्र, 15 आधार कार्ड, 11 आय/जाति/निवास प्रमाण पत्र मौके पर बनाए गए।
- पेंशन: 6 वृद्धावस्था, 1 विधवा और 10 दिव्यांग पेंशन स्वीकृत हुईं।
- सहायक उपकरण: 62 वृद्धजनों को वयोश्री योजना के तहत सहायक उपकरण और 8 दिव्यांगों को व्हीलचेयर प्रदान की गई।
- महिला सशक्तिकरण: नई दिशा महिला स्वयं सहायता समूह को ₹4 लाख का चेक और ₹5 लाख की मशीनरी दी गई।
- कृषि व पशुपालन: 150 से अधिक कृषि उपकरण वितरित किए गए। पशुपालन विभाग ने 50 पशुपालकों को दवाएं दीं और मत्स्य विभाग को किसानों से जोड़ने का निर्देश मिला।
सामाजिक सुरक्षा और कल्याण योजनाएं
- पोषण माह के अंतर्गत 10 किशोरी किट, 12 महालक्ष्मी किट, 3 अन्नप्राशन और 3 गोदभराई कार्यक्रम किए गए।
- सहकारिता विभाग ने शिव कृषक स्व-सहायता समूह को ₹5 लाख का चेक और पशुपालक संदीप चौहान को ₹1.60 लाख की सहायता प्रदान की।
- सेवायोजन विभाग ने 14 युवाओं को करियर काउंसलिंग दी, जबकि श्रम विभाग ने 33 श्रमिकों के श्रम कार्ड बनाए।
जनता से सीधा संवाद
शिविर में ग्राम थैना, कहानैरा, खतार, गोथान, विसोई, भन्द्रोटा समेत दर्जनों गांवों के ग्रामीण पहुंचे और सड़क, बिजली, शिक्षा, सिंचाई व आपदा मुआवजा से जुड़ी समस्याएं उठाईं।
- लोहाड़ी गांववासियों ने बांध प्रभावित भूमि का मुआवजा मांगा।
- खतार गांव में एएनएम सेंटर की व्यवस्थाओं की शिकायत पर डीएम ने सीएमओ को मौके पर जांच कर सुधार के आदेश दिए।
- कई गांवों ने पेयजल लाइन और बिजली आपूर्ति को लेकर मुद्दे उठाए, जिन पर तत्काल विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित की गई।
प्रशासन की जवाबदेही पर जोर
डीएम सविन बंसल ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि –
- जनता की समस्याओं को गंभीरता से लिया जाए।
- शिकायतें लंबित न रहें, तय समयसीमा में समाधान हो।
- योजनाओं का लाभ वास्तविक जरूरतमंद तक पहुंचे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के “दुर्गम प्रथम” अभियान के अंतर्गत अब प्रशासन स्वयं जनता के द्वार पहुंचेगा, ताकि समस्याओं का त्वरित निवारण संभव हो।
मौजूद रहे अधिकारी और जनप्रतिनिधि
इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख कालसी मीरा चौहान, जिला पंचायत सदस्य रेखा नेगी, क्षेत्र पंचायत सदस्य राकेश सिंह तोमर, ग्राम प्रधान गंभीर सिंह तोमर सहित कई स्थानीय प्रतिनिधि मौजूद रहे। वहीं एसडीएम योगेश मेहरा, एसडीएम चकराता प्रेमलाल, सीएमओ, परियोजना निदेशक विक्रम सिंह, डीडीओ सुनील कुमार सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी भी उपस्थित रहे।
देहरादून के दुर्गम इलाकों में आयोजित इस बहुउद्देशीय शिविर ने ग्रामीणों को न केवल तत्काल राहत दी, बल्कि शासन-प्रशासन की योजनाओं से भी सीधे जोड़ा। जिलाधिकारी का यह प्रयास मुख्यमंत्री के “दुर्गम प्रथम” संकल्प को धरातल पर उतारने की दिशा में बड़ा कदम साबित हुआ है।