उत्तराखंडफीचर्ड

चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धा की लहर, 28 दिनों में 15.69 लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन; केदारनाथ में 6 लाख का आंकड़ा पार

खबर को सुने

देहरादून, 28 मई 2025: उत्तराखंड की चारधाम यात्रा ने रफ्तार पकड़ ली है। अप्रैल के अंत से शुरू हुई इस पावन यात्रा में अब तक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 30 अप्रैल से 27 मई तक कुल 15 लाख 69 हजार 45 श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं। वहीं प्रतिदिन औसतन 70 हजार से अधिक श्रद्धालु यात्रा कर रहे हैं।

27 मई को 69,761 श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

मंगलवार 27 मई को अकेले एक दिन में 69,761 श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा में भाग लिया। धार्मिक आस्था से ओतप्रोत इस यात्रा में सबसे अधिक श्रद्धालु इस बार भी केदारनाथ धाम में पहुंच रहे हैं।

धामवार श्रद्धालु संख्या इस प्रकार रही:

📍 केदारनाथ धाम:

  • कपाट खुले: 2 मई

  • अब तक कुल श्रद्धालु: 6,00,609

  • 27 मई को पहुंचे: 23,868 श्रद्धालु
    बाबा केदार की नगरी में भक्तों की सबसे बड़ी भीड़ उमड़ रही है, और यात्रा चरम पर है।

📍 बदरीनाथ धाम:

  • कपाट खुले: 4 मई

  • अब तक कुल श्रद्धालु: 4,16,291

  • 27 मई को पहुंचे: 18,572 श्रद्धालु
    भगवान बदरीविशाल के दर्शन के लिए भी भक्त बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।

📍 यमुनोत्री धाम:

  • कपाट खुले: 30 अप्रैल

  • अब तक कुल श्रद्धालु: 2,79,206

  • 27 मई को पहुंचे: 13,704 श्रद्धालु
    मां यमुना के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की संख्या स्थिर बनी हुई है।

📍 गंगोत्री धाम:

  • कपाट खुले: 30 अप्रैल

  • अब तक कुल श्रद्धालु: 2,65,149

  • 27 मई को पहुंचे: 12,147 श्रद्धालु
    गंगा मैया की गोद में दर्शन के लिए हर दिन हजारों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।

📍 हेमकुंड साहिब:

  • कपाट खुले: 25 मई

  • अब तक कुल श्रद्धालु: 7,690

  • 27 मई को पहुंचे: 1,470 श्रद्धालु
    सिख श्रद्धालुओं के पवित्र तीर्थस्थल पर भी श्रद्धा का माहौल बना हुआ है।

प्रशासन अलर्ट, सुविधाओं में लगातार सुधार

राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन द्वारा यात्रा मार्गों पर सुरक्षा, स्वच्छता और चिकित्सा सेवाओं की व्यवस्था को लगातार बेहतर किया जा रहा है। यात्रा के दौरान स्वास्थ्य शिविर, मोबाइल मेडिकल यूनिट्स, पानी और खानपान की व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

चारधाम यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था और पर्यटन को भी नई गति देने वाली जीवनरेखा है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button