केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज मध्य प्रदेश के सतना में शबरी माता की जयंती के अवसर पर आयोजित ‘कोल जनजाति महाकुंभ’ को संबोधित किया।
अमित शाह ने सतना में मां शारदा शक्तिपीठ मंदिर में दर्शन एवं पूजन भी किया। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा कि आज यहां 507 करोड़ रूपए के 70 निर्माण कार्यों का शिलान्यास और 26 करोड़ रूपए के कई कामों का लोकार्पण भी हुआ है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने कोल जाति और जनजातीय भाईयों-बहनों के कल्याण के लिए कई काम किए हैं।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि अंत्योदय का अर्थ है समाज के गरीब से गरीब व्यक्ति के लिए सम्मान से जीने का रास्ता प्रशस्त करना। उन्होंने कहा कि जब 2014 में पहली बार श्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार बनी थी, तब उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों और गरीबों की सरकार है। श्री शाह ने कहा कि आज 9 साल बाद देखते हैं कि मोदी जी ने अपनी कही हुई एक-एक बात को सच साबित करते हुए जमीन पर उतारा है। पिछली सरकार के समय घरों में शौचालय नहीं थे, मोदी जी ने 10 करोड़ घरों में शौचालय बनाए जिनमें सबसे ज़्यादा शौचालय आदिवासियों के घरों में बने। मोदी जी ने 3 करोड़ लोगों को घर दिए, बिजली दी, गैस सिलिंडर दिए, 5 लाख तक का पूरा स्वास्थ्य का खर्चा मुफ्त कर दिया और कोरोना के टीके की दोनों डोज़ फ्री लगाईं। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने हर गरीब के घर में प्रति व्यक्ति प्रति माह 5 किलो अनाज मुफ्त देने का फैसला भी किया।
अमित शाह ने कहा कि कोल जाति का स्वतंत्रता आंदोलन में बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा है और मोदी सरकार 200 करोड़ रूपये की लागत से देशभर में जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय स्थापित करवा रही है. इन सभी संग्रहालयों में 1831 के कोल विद्रोह की शौर्यगाथा अंकित है। उन्होंने कहा कि चाहे गोंड महारानी दुर्गावती की बहादुरी हो, रानी कमलापति का बलिदान हो या अमर सेनानी बुद्धु भगत, जोवा भगत की बात हो, इन सभी को मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने याद रखने का काम किया है। उन्होंने कहा कि लगभग 5 करोड़ की लागत से रघुनाथ साह और शंकर साह का स्मारक भी शिवराज जी ने बनाया है।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि पिछली सरकार के दौरान आदिवासियों और जनजातियों के लिए 24 हज़ार करोड़ रूपए बजट में दिए गए थे, जिसे प्रधानमंत्री मोदी जी ने बढ़ाकर लगभग 90 हज़ार करोड़ रूपए कर दिया है। उन्होंने कहा कि पहले आदिवासियों और जनजातियों के बच्चों के लिए 167 एकलव्य मॉडल स्कूल स्वीकृत किए गए थे, अब इनकी संख्या बढ़ाकर 690 कर दी गई है। इसके अलावा पिछली सरकार द्वारा दी जाने वाली छात्रवृत्ति की 978 करोड़ रूपए की राशि को मोदी जी ने बढ़ाकर 2533 करोड़ रूपए कर दिया है। उन्होंने कहा कि शिवराज जी की सरकार द्वारा गरीब और जनजातीय कल्याण के लिए शुरू किए गए सभी कार्यक्रमों को पिछली सरकार ने रोक दिया था, लेकिन शिवराज जी की सरकार दोबारा बनते ही उन सभी कार्यक्रमों को दोबारा शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि केन्द्र में मोदी जी और मध्य प्रदेश में शिवराज जी की डबल इंजिन की सरकार राज्य के हर गरीब के जीवन में सुख पहुंचाने के लिए संकल्पित है।