
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पश्चिम बंगाल और असम के एकदिवसीय दौरे पर हैं। इस दौरान वे पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे, जबकि असम की राजधानी गुवाहाटी में एक आधुनिक हवाई अड्डा टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री की यह यात्रा राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर जारी सियासी तनाव के बीच हो रही है, जिसे राजनीतिक रूप से काफी अहम माना जा रहा है।
यह एसआईआर की मसौदा मतदाता सूची प्रकाशित होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी का पहला पश्चिम बंगाल दौरा है। साथ ही, बीते पांच महीनों में यह उनका तीसरा बंगाल दौरा है, जिससे इसके राजनीतिक निहितार्थ और भी बढ़ जाते हैं।
रणनीतिक रूप से अहम स्थल से PM मोदी की रैली
प्रधानमंत्री मोदी नदिया जिले के रानाघाट के ताहेरपुर इलाके में जनसभा को संबोधित करेंगे। यह स्थान राजनीतिक दृष्टि से बेहद अहम माना जाता है, क्योंकि यह बनगांव के पास स्थित है, जो नामशूद्र और मतुआ समुदाय का प्रभावशाली गढ़ रहा है।
सूत्रों के अनुसार, एसआईआर को लेकर मतुआ समुदाय में फैली आशंकाओं को दूर करना इस रैली का एक प्रमुख उद्देश्य है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस मंच से प्रधानमंत्री मोदी अगले वर्ष की शुरुआत में प्रस्तावित पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के चुनावी अभियान का औपचारिक आगाज कर सकते हैं और पार्टी की व्यापक रणनीति की रूपरेखा पेश कर सकते हैं।
SIR विवाद के बीच बढ़ी सियासी गर्मी
प्रधानमंत्री का यह दौरा ऐसे समय हो रहा है, जब तृणमूल कांग्रेस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एसआईआर प्रक्रिया का लगातार विरोध कर रही हैं। तृणमूल कांग्रेस का आरोप है कि इस पुनरीक्षण प्रक्रिया से बड़ी संख्या में पात्र मतदाता, खासकर शरणार्थी हिंदू समुदाय के लोग, मताधिकार से वंचित हो सकते हैं।
गणना चरण के बाद जारी मसौदा मतदाता सूची के मुताबिक:
- 58,20,899 नाम सूची से हटाए गए
- राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या घटकर 7.08 करोड़ रह गई
- लगभग 1.36 करोड़ प्रविष्टियों में ‘तार्किक विसंगतियां’ पाई गईं
- करीब 30 लाख मतदाता ऐसे हैं, जिनका पता नहीं चल पाया और उन्हें ‘अज्ञात’ श्रेणी में रखा गया
चुनाव आयोग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इनमें से बड़ी संख्या में मतदाताओं को अगले 45 दिनों के भीतर सत्यापन सुनवाई के लिए बुलाया जा सकता है, जिससे आने वाले हफ्तों में सियासी घमासान और तेज होने की संभावना है।
असम दौरे में विकास परियोजनाओं पर फोकस
पश्चिम बंगाल के बाद प्रधानमंत्री मोदी असम के दौरे पर रहेंगे। गुवाहाटी में वे कई अहम विकास परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे और बीजेपी कार्यकर्ताओं से संवाद भी करेंगे।
अधिकारियों के अनुसार, प्रधानमंत्री असम के प्रथम मुख्यमंत्री गोपी नाथ बोरदोलोई की 80 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण करेंगे। यह प्रतिमा प्रख्यात मूर्तिकार राम सुतार द्वारा निर्मित है और बोरदोलोई के नाम पर बने गुवाहाटी एयरपोर्ट के नए टर्मिनल के बाहर स्थापित की गई है।
प्रतिमा अनावरण के बाद प्रधानमंत्री करीब 4,000 करोड़ रुपये की लागत से बने नए एयरपोर्ट टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे। वे लगभग 15 मिनट तक टर्मिनल परिसर में रुकेंगे और इसके बाद टर्मिनल भवन के बाहर आयोजित जनसभा को संबोधित करेंगे।
राजनीतिक और विकास—दोनों मोर्चों पर अहम दौरा
कुल मिलाकर, प्रधानमंत्री मोदी का यह पश्चिम बंगाल और असम दौरा जहां एक ओर एसआईआर विवाद और आगामी चुनावों के लिहाज से राजनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है, वहीं दूसरी ओर यह पूर्वोत्तर में इन्फ्रास्ट्रक्चर और विकास परियोजनाओं को गति देने के सरकार के एजेंडे को भी दर्शाता है।



