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दिल्ली-NCR में कड़ाके की सर्दी की दस्तक: 24 नवंबर से पारा 8–9°C तक लुढ़कने के आसार, शीत लहर और बारिश दोनों का अलर्ट

नई दिल्ली: उत्तर भारत में सर्दी ने एक बार फिर जोर पकड़ना शुरू कर दिया है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में 24 नवंबर से तापमान में तेज गिरावट दर्ज की जाएगी और अगले तीन से चार दिनों में न्यूनतम पारा 8–9 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। फिलहाल दिन का अधिकतम तापमान 25–26 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है, लेकिन रातें लगातार ठंडी होती जा रही हैं। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह गिरावट केवल सर्द हवा की वजह नहीं है, बल्कि आने वाले दिनों में शीत लहर, पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी में बन रहे लो-प्रेशर सिस्टम का संयुक्त प्रभाव भी देखने को मिलेगा।


23 नवंबर को दिल्ली-NCR का तापमान

मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार सुबह कई इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से कम दर्ज किया गया।

  • दिल्ली: 13°C
  • नोएडा: 12°C
  • गाजियाबाद: 13°C

यह गिरावट फिलहाल शुरुआती सर्दी का संकेत मानी जा रही है, लेकिन आने वाले तीन दिनों में तापमान में और अधिक कमी देखने को मिलेगी।


नवंबर में ही टूट चुका है ठंड का रिकॉर्ड

दिल्ली में इस बार नवंबर में ही कड़ाके की सर्दी का रिकॉर्ड टूट चुका है। 16 नवंबर को राजधानी में न्यूनतम तापमान 9°C दर्ज किया गया था, जो सामान्य से करीब 4.5 डिग्री कम था। यह आंकड़ा 29 नवंबर 2022 के बाद सबसे ठंडा नवंबर दिवस था, जब तापमान 7.3°C पहुंच गया था।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह असामान्य गिरावट जलवायु-पैटर्न में हो रहे बदलाव का संकेत है, क्योंकि पिछले वर्षों की तुलना में इस बार सर्दी जल्दी दस्तक दे रही है।


24–25 नवंबर से शीत लहर की आधिकारिक चेतावनी

मौसम विभाग ने 24 और 25 नवंबर के लिए शीत लहर (Cold Wave) की संभावना जताई है।
शीत लहर तब घोषित की जाती है जब—

  • न्यूनतम तापमान 10°C से कम हो,
  • और लगातार दो दिनों तक सामान्य से 4.5°C कम दर्ज किया जाए।

IMD के अनुसार, हवा की गति तेज होने और उत्तर-पश्चिम से आ रही शुष्क बर्फीली हवाओं के कारण दिल्ली-NCR में ‘फील-लाइक’ तापमान 6–7°C तक जा सकता है, यानी लोगों को वास्तविक तापमान से भी ज्यादा ठंड महसूस होगी।


क्यों लुढ़क रहा है पारा? मौसम वैज्ञानिकों ने बताई वजहें

IMD के अनुसार, तापमान गिरने के पीछे कई प्रमुख कारण हैं—

1. उत्तर-पश्चिमी हवाओं की एंट्री

हिमालयी राज्यों में बर्फबारी और तापमान में भारी गिरावट के कारण उत्तर-पश्चिमी हवा बेहद सर्द हो चुकी है। यही हवा दिल्ली-NCR की ओर बढ़ने लगी है, जिससे रात का तापमान तेजी से नीचे आने लगा है।

2. स्काई क्लियर, ह्यूमिडिटी कम

दिल्ली-NCR में आसमान साफ है और बादल नहीं हैं। साफ आसमान रात के समय धरती की सतह को जल्दी ठंडा कर देता है, जिससे न्यूनतम तापमान सीधे नीचे चला जाता है।

3. तेज हवाएँ

हवा की गति 8–12 किमी प्रति घंटे के बीच रहने की उम्मीद है। इससे ‘विंड-चिल’ के कारण तापमान और भी कम महसूस होगा।


भारी बारिश की चेतावनी: दक्षिण भारत व पूर्वी तट पर अलर्ट

सिर्फ उत्तर भारत ही नहीं, बल्कि देश के दक्षिण-पूर्वी इलाकों में भी मौसम करवट ले रहा है। IMD के अनुसार, मलक्का जलडमरूमध्य के मध्य हिस्सों में बने ऊपरी वायु चक्रवाती परिसंचरण (UAC) के कारण दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक लो-प्रेशर एरिया विकसित हो चुका है।

अगले 48 घंटों में क्या होगा?

  • यह सिस्टम पश्चिम-उत्तरपश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा,
  • 24 नवंबर तक बंगाल की खाड़ी के ऊपर और मजबूत हो जाएगा,
  • 48 घंटों में यह डीप डिप्रेशन में तब्दील होने की संभावना है।

इससे अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह, तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश और ओडिशा के कई हिस्सों में भारी वर्षा की संभावना जताई गई है।


दिल्ली-NCR के लोगों के लिए अलर्ट: अगले 72 घंटे बेहद ठंडे

IMD ने आम लोगों को आने वाली ठंड के मद्देनजर सावधान रहने की सलाह दी है।

मौसम विभाग की एडवाइजरी

  • सुबह और रात की सड़कों पर धुंध और कोहरा बढ़ सकता है, सावधानी से वाहन चलाएं।
  • बुजुर्ग, बच्चे और अस्थमा-हृदय रोगी गर्म कपड़े पहनें और अचानक ठंड में बाहर निकलने से बचें।
  • सुबह-सुबह जॉगिंग या एक्सरसाइज करने वाले लोग मास्क और कैप पहनें।
  • निर्माण स्थलों, खुले मैदानों व रोड-साइड पर रहने वाले लोगों के लिए प्रशासन को राहत इंतजाम करने होंगे।

दिल्ली में आगे कैसा रहेगा मौसम?

मौसम विभाग की 5-दिवसीय भविष्यवाणी बताती है कि:

  • न्यूनतम तापमान: 8–9°C
  • अधिकतम तापमान: धीरे-धीरे 23–24°C तक
  • हवा की दिशा: उत्तर-पश्चिम
  • कोहरा: हल्के से मध्यम स्तर तक
  • बारिश: अगले तीन दिनों में संभावना नहीं

इसके बाद दिसंबर के पहले सप्ताह में तापमान और नीचे जा सकता है। शुरुआती अनुमानों के मुताबिक, इस बार दिल्ली में दिसंबर और जनवरी दोनों महीने पिछले 5 सालों की तुलना में ज्यादा ठंडे रहने के संकेत दे रहे हैं।


ठंड और प्रदूषण—दिल्ली की दोहरी चुनौती

दिल्ली में सर्दियों के आते ही वायु गुणवत्ता बिगड़ने लगती है। तापमान गिरने और हवा की गति कम होने से प्रदूषक जमीन के पास जमा होते जाते हैं। हालाँकि इस समय हवा की रफ्तार सामान्य है, लेकिन डिसेंबर में कोहरा-धुंध के कारण AQI के बहुत खराब या गंभीर श्रेणी में जाने की आशंका बनी हुई है। विशेषज्ञों के अनुसार, ठंड और प्रदूषण मिलकर सांस से जुड़ी बीमारियों को बढ़ा सकते हैं।


उत्तर भारत में सर्दी ने पकड़ी रफ्तार

24 नवंबर से दिल्ली-NCR में सर्दी अपना असली रंग दिखाने वाली है। न्यूनतम तापमान 8°C तक गिर सकता है और शीत लहर का दौर शुरू हो सकता है। वहीं दक्षिण-पूर्व भारत में भारी बारिश का खतरा बढ़ रहा है। मौसम विभाग की सलाह है कि लोग अभी से सतर्क रहें और ठंड से बचाव के सभी उपाय अपनाएँ।

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