
नई दिल्ली, 20 अक्टूबर: दिवाली और छठ पर्व के मौके पर देशभर के रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों का सैलाब उमड़ आया है। लाखों लोग अपने घरों की ओर रवाना हो रहे हैं। दिल्ली, मुंबई, सूरत, अहमदाबाद और हावड़ा जैसे प्रमुख शहरों के रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ से हालात चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं।
त्योहारों की इस भीड़ में कई यात्रियों को अपने घर जाने के लिए घंटों का इंतजार करना पड़ रहा है। कई जगहों पर ट्रेन पकड़ने के लिए लोगों को 10 से 12 घंटे तक प्लेटफॉर्म पर रुकना पड़ा, जबकि कुछ स्टेशनों पर रातभर भीड़ डटी रही।
रेलवे ने बताया है कि इस समय त्योहारों के सीजन में यात्रियों की सुविधा के लिए 12 हजार से अधिक स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इसके बावजूद कई ट्रेनों में सीटें फुल हैं और प्रतीक्षा सूची (वेटिंग लिस्ट) रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है।
बढ़ती भीड़ पर रेलवे के विशेष इंतजाम
त्योहारों के सीजन में रेल प्रशासन ने यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कई बड़े फैसले किए हैं।
रेल मंत्रालय के मुताबिक, देशभर में प्रमुख जंक्शनों पर अतिरिक्त हेल्प डेस्क, सुरक्षा बलों की तैनाती और ट्रेनों के संचालन की रीयल-टाइम मॉनिटरिंग की जा रही है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खुद हालात की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि यात्रियों की आवाजाही में किसी भी तरह की दिक्कत न हो।
“हर यात्री को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा अनुभव दिलाना हमारी प्राथमिकता है,” — रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव
प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री पर अस्थायी रोक
भीड़ नियंत्रण के लिए रेलवे ने कई शहरों में प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री पर अस्थायी रोक लगा दी है।
इससे स्टेशन पर आने वाले अनावश्यक लोगों की संख्या कम हो रही है और केवल वास्तविक यात्रियों को ही प्रवेश मिल रहा है।
विशेषकर दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, पटना, सूरत, वाराणसी और हावड़ा जैसे स्टेशनों पर यह कदम अत्यंत प्रभावी साबित हो रहा है।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक,
“स्टेशनों पर भीड़ कम करने के लिए प्लेटफॉर्म टिकट अस्थायी रूप से बंद किए गए हैं। यह कदम केवल त्योहारों के दौरान लागू रहेगा।”
सूरत से अकेले एक दिन में 9 ट्रेनों के जरिए करीब 14 हजार यात्री उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए रवाना हुए, जो इस वर्ष का अब तक का सबसे बड़ा यात्री प्रवाह है।
यात्रियों की सुविधा के लिए 12 हजार स्पेशल ट्रेनें
रेल मंत्रालय ने बताया कि इस वर्ष त्योहारों के दौरान अभूतपूर्व यात्री संख्या को देखते हुए देशभर में 12 हजार स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है।
इन ट्रेनों का फोकस खास तौर पर उत्तर भारत की ओर रहने वाले प्रवासी श्रमिकों और परिवारों की घर वापसी पर है।
विशेष ट्रेनों के साथ-साथ
- अतिरिक्त कोच जोड़े गए हैं,
- भीड़ वाले मार्गों पर सुपरफास्ट ट्रेनें चलाई गई हैं,
- और हेल्पलाइन नंबरों के जरिए तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी के अनुसार,
“त्योहारों के दौरान यात्रियों का दबाव सामान्य दिनों की तुलना में तीन गुना बढ़ गया है। स्पेशल ट्रेनों और अतिरिक्त कोचों के जरिए इस दबाव को संतुलित करने की कोशिश की जा रही है।”
सुरक्षा व्यवस्था चौकस, RPF की तैनाती बढ़ाई गई
त्योहारों के इस सीजन में रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और जीआरपी (Government Railway Police) की तैनाती हर प्रमुख स्टेशन पर बढ़ा दी गई है।
भीड़ के बीच यात्री सुरक्षा, बैग चोरी, टिकट दलाली और झगड़े जैसी घटनाओं को रोकने के लिए चौकसी बरती जा रही है।
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे
- टिकट दलालों से दूरी बनाए रखें,
- केवल अधिकृत काउंटर या आधिकारिक वेबसाइट से टिकट बुक करें,
- और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत हेल्पलाइन नंबर 139 पर दें।
सोशल मीडिया पर अफवाहों पर सख्ती
रेल प्रशासन ने सोशल मीडिया पर फैल रही फर्जी खबरों को लेकर सख्त रुख अपनाया है।
कुछ यूजर्स द्वारा “ट्रेन रद्द” या “टिकट फ्री कैंपेन” जैसी झूठी सूचनाएं साझा की जा रही थीं।
रेलवे ने चेतावनी दी है कि ऐसे अफवाह फैलाने वालों पर आईटी अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
रेलवे प्रवक्ता ने कहा,
“हमारी साइबर टीम लगातार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर नजर रखे हुए है। यात्रियों से अपील है कि केवल रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या ‘रेलमदद’ (RailMadad) ऐप से ही अपडेट प्राप्त करें।”
यात्रियों से अपील: धैर्य और सावधानी से करें यात्रा
भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था के बीच रेलवे ने यात्रियों से संयम बरतने की अपील की है।
रेलवे के अनुसार,
- स्टेशन पर समय से पहले पहुंचे,
- बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें,
- और यात्रा के दौरान अपने सामान की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
साथ ही यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे प्लेटफॉर्म पर अनावश्यक भीड़ न लगाएं और अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें।
त्योहार की खुशियों के बीच सावधानी जरूरी
दिवाली और छठ पर्व के दौरान देशभर में घर वापसी का यह सबसे व्यस्त मौसम होता है। इस बार यात्रियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि ने रेलवे की तैयारियों की बड़ी परीक्षा ली है। हालांकि, स्पेशल ट्रेनों, सुरक्षा बंदोबस्त और टिकट नियंत्रण जैसे कदमों से हालात काफी हद तक नियंत्रण में हैं।
त्योहार की उमंग के बीच यात्रियों के लिए सबसे जरूरी है सुरक्षित और संयमित यात्रा।
रेलवे के शब्दों में —“हर यात्री सुरक्षित घर पहुंचे, यही इस त्योहार का सबसे बड़ा उपहार है।”