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देहरादून: विरासत मेले में सूचना एवं लोक संपर्क विभाग का स्टाल बना आकर्षण का केंद्र — डिजिटल माध्यमों से जनता तक पहुँच रही योजनाओं की जानकारी

देहरादून, 18 अक्टूबर: देहरादून में आयोजित हो रहे प्रसिद्ध विरासत मेले में इस वर्ष सूचना एवं लोक संपर्क विभाग, उत्तराखंड का स्टाल लोगों के बीच विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। मेले में आने वाले नागरिकों, विद्यार्थियों और युवाओं की भारी भीड़ विभाग के इस जन-जागरूकता स्टाल पर देखी जा रही है, जहाँ राज्य सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं और उपलब्धियों की जानकारी आधुनिक डिजिटल माध्यमों से साझा की जा रही है।


डिजिटल डिस्प्ले और इंटरएक्टिव माध्यमों से योजनाओं की प्रस्तुति

विभाग द्वारा इस स्टाल में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की विस्तृत जानकारी डिजिटल स्क्रीन, पोस्टर, वीडियो व इंटरएक्टिव डिस्प्ले के जरिए प्रस्तुत की गई है।
यहाँ आगंतुकों को योजनाओं की जानकारी न केवल पारंपरिक रूप में दी जा रही है, बल्कि डिजिटल इंटरफेस और ऑडियो-विजुअल कंटेंट के माध्यम से सरल, आकर्षक और प्रभावी रूप में उपलब्ध कराई जा रही है।

सूचना विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस पहल का उद्देश्य जनता को योजनाओं की जानकारी सीधे और सटीक रूप में प्रदान करना है, ताकि अधिक से अधिक लोग इन योजनाओं का लाभ उठा सकें।
स्टाल पर मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, डिजिटल इंडिया मिशन, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि जैसी कई योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी जा रही है।


युवाओं में जबरदस्त उत्साह, सेल्फी जोन बना आकर्षण

स्टाल पर आने वाले युवाओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है।
कई युवा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तस्वीरों एवं वीडियो डिस्प्ले के साथ सेल्फी लेते नजर आए।
युवाओं का कहना है कि इस तरह के प्रदर्शन न केवल जानकारीपूर्ण हैं बल्कि प्रेरणादायक भी, क्योंकि इससे सरकार की उपलब्धियों और जनहित में किए जा रहे प्रयासों की झलक मिलती है।

देहरादून के निवासी आदित्य बिष्ट ने कहा,

“यह स्टॉल बहुत ही रोचक और प्रेरणादायक है। यहां योजनाओं की जानकारी आधुनिक तकनीक से मिल रही है। युवाओं के लिए यह एक नया अनुभव है, जिससे हमें सरकार की योजनाओं को बेहतर समझने का मौका मिलता है।”


जन-जागरूकता और जनसंपर्क का प्रभावी माध्यम

आगंतुकों ने विभाग की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के जन-जागरूकता स्टॉल जनता तक सरकारी योजनाओं को पहुँचाने का एक सशक्त और प्रभावी माध्यम बन रहे हैं।
यह न केवल सूचनाओं के प्रसार का एक मंच है, बल्कि सरकार और जनता के बीच सीधे संवाद का पुल भी है।

स्थानीय नागरिक सुनीता पांडे ने कहा,

“मेले में इस तरह के स्टॉल्स जरूरी हैं क्योंकि यहाँ आने वाले लोगों को योजनाओं की सही जानकारी मिलती है। बहुत-सी योजनाओं के बारे में हमें यहीं पता चला कि हम उनका लाभ कैसे उठा सकते हैं।”


‘विरासत मेला’ — संस्कृति और जनसंपर्क का संगम

देहरादून में आयोजित विरासत मेला उत्तराखंड की लोक संस्कृति, कला, हस्तशिल्प और पर्यटन को बढ़ावा देने वाला एक प्रमुख आयोजन है।
इस वर्ष मेले में सरकारी विभागों, स्व-सहायता समूहों, शिल्पकारों और स्थानीय उद्यमियों के लिए अलग-अलग पवेलियन स्थापित किए गए हैं, जिनमें से सूचना विभाग का स्टाल सबसे अधिक भीड़ आकर्षित कर रहा है।

मेले में पारंपरिक लोकनृत्य, संगीत, हस्तशिल्प प्रदर्शनी, स्थानीय व्यंजन और पर्यटन से जुड़े उत्पादों की बिक्री के साथ-साथ सरकारी योजनाओं की जानकारी देने वाले कई सूचना केंद्र भी लगाए गए हैं।


सूचना विभाग की नई पहल: ‘डिजिटल इंफॉर्मेशन कॉर्नर’

विभाग ने इस बार स्टाल में एक विशेष ‘डिजिटल इंफॉर्मेशन कॉर्नर’ तैयार किया है, जहां आगंतुक टैबलेट और स्क्रीन के माध्यम से योजनाओं के ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया, पात्रता और लाभार्थी गाइडलाइन देख सकते हैं।
यह प्रयास सरकार के ई-गवर्नेंस और डिजिटल इंडिया मिशन की दिशा में एक और कदम माना जा रहा है।

विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि,

“हमने कोशिश की है कि सूचना केवल दी न जाए, बल्कि लोग उसे समझें और उससे जुड़ें। हमारा उद्देश्य है कि हर आगंतुक यहां से कुछ नई जानकारी लेकर जाए।”


युवा वर्ग को जोड़ने का प्रयास

सूचना विभाग द्वारा युवाओं के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए इंटरएक्टिव वीडियो और क्विज सेशन भी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। इन गतिविधियों के माध्यम से न केवल योजनाओं की जानकारी दी जा रही है, बल्कि युवाओं को सकारात्मक नागरिक भागीदारी के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है।

कई स्कूल और कॉलेज समूह भी अपने शिक्षकों के साथ स्टाल पर पहुंचे, जहाँ विद्यार्थियों ने विभिन्न सरकारी पोर्टल्स और डिजिटल सेवाओं का लाइव डेमो देखा।


जनहित में तकनीक का प्रयोग

विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सूचना तकनीक का प्रयोग केवल संचार के लिए नहीं, बल्कि सशक्तिकरण के साधन के रूप में किया जा रहा है। डिजिटल पोस्टर और ऑडियो-विजुअल सामग्री से लोग योजनाओं को समझने में अधिक रुचि ले रहे हैं। इससे सरकारी संचार और आम जनता के बीच भरोसा और पारदर्शिता दोनों में वृद्धि हो रही है।


सरकार की पारदर्शी नीति और जनता से सीधा संवाद

विरासत मेले में सूचना विभाग की उपस्थिति यह दर्शाती है कि राज्य सरकार जनहित योजनाओं को पारदर्शी और जन-उन्मुख तरीके से जनता तक पहुँचाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। यह स्टॉल राज्य में सुशासन, जनसंपर्क और संवाद की भावना को सशक्त बना रहा है।

देहरादून के विरासत मेले में सूचना एवं लोक संपर्क विभाग का स्टाल न केवल सूचना प्रसार का केंद्र बना है, बल्कि यह आधुनिक जनसंपर्क और डिजिटल संचार का उत्कृष्ट उदाहरण भी पेश कर रहा है। जहाँ एक ओर यह आम नागरिकों को योजनाओं से जोड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर यह युवाओं में सरकार के प्रति विश्वास और सहभागिता की भावना को मजबूत कर रहा है।

इस स्टॉल ने यह साबित किया है कि यदि सूचना को आधुनिक तकनीक, सटीक संदेश और जनसंवाद की भावना के साथ प्रस्तुत किया जाए, तो यह जन-जागरूकता और सुशासन का सशक्त उपकरण बन सकती है।

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