
चंपावत, 15 अक्टूबर 2025 (सू.वि.) मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को जनपद मुख्यालय चंपावत के मुख्य बाजार में जीएसटी जागरूकता रैली का नेतृत्व किया। इस अवसर पर उन्होंने व्यापारियों और आम नागरिकों से सीधा संवाद स्थापित किया, साथ ही केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में कम किए गए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के नए स्लैब के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने “जनता के जीवन को सरल और सस्ता बनाने” के उद्देश्य से कई उत्पादों और सेवाओं पर जीएसटी दरों में कमी की है। उन्होंने इसे “नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी” की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया, जो देश की आम जनता को प्रत्यक्ष राहत प्रदान करेगा।
व्यापारियों से सीधे संवाद, घटे जीएसटी स्लैब पर ली राय
मुख्यमंत्री धामी ने चंपावत के मुख्य बाजार क्षेत्र में भ्रमण कर विभिन्न व्यापारिक प्रतिष्ठानों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने व्यापारी प्रकाश तिवारी, मयूख चौधरी, तथा बस स्टेशन स्थित प्रकाश के जनरल स्टोर पर पहुँचकर व्यापारियों से मुलाकात की।
उन्होंने नए जीएसटी स्लैब के प्रभावों पर व्यापारियों से फीडबैक लिया और उनसे आग्रह किया कि वे घटाई गई जीएसटी दरों के बारे में उपभोक्ताओं को भी पूर्ण जानकारी दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब व्यापारी और उपभोक्ता दोनों इस परिवर्तन को समझेंगे, तभी इसका वास्तविक लाभ समाज के हर वर्ग तक पहुँचेगा।
उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार द्वारा किए गए यह बदलाव केवल आंकड़ों में नहीं, बल्कि आम नागरिक के जीवन में सच्ची राहत लाने के लिए हैं। व्यापारियों की सक्रिय भूमिका से ही यह अभियान सफल होगा।”
‘नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी’ से आम जनता को सीधा लाभ – मुख्यमंत्री धामी
मुख्यमंत्री धामी ने स्पष्ट किया कि नई जीएसटी दरें देश की उपभोक्ता अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए तैयार की गई हैं। उन्होंने कहा कि आवश्यक वस्तुओं, घरेलू उपयोग के सामान, छोटे व्यवसायों और सेवा क्षेत्र से जुड़े उत्पादों पर कर दरों में की गई कमी से “जनता की जेब पर बोझ घटेगा और क्रय शक्ति बढ़ेगी।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य है कि कर प्रणाली अधिक पारदर्शी, सरल और जनहितकारी बने। यह नया जीएसटी ढांचा उसी दिशा में बड़ा कदम है, जहाँ व्यापार आसान हो और जनता को राहत मिले।”
उन्होंने बताया कि इस सुधार से विशेष रूप से ग्रामीण और सीमांत जिलों के व्यापारियों को सुविधा मिलेगी, क्योंकि अब छोटे कारोबारियों के लिए अनुपालन प्रक्रिया भी सरल की गई है।
स्वदेशी उत्पादों को अपनाने का आह्वान
मुख्यमंत्री ने जीएसटी रैली के दौरान उपस्थित व्यापारियों और नागरिकों से स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता देने की अपील की। उन्होंने कहा कि स्थानीय उत्पादों के प्रयोग और प्रचार से न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को भी मजबूती मिलेगी।
उन्होंने कहा, “हमारे स्थानीय उत्पाद हमारी संस्कृति, परंपरा और स्वाभिमान के प्रतीक हैं। स्वदेशी वस्तुओं को अपनाना केवल एक आर्थिक निर्णय नहीं, बल्कि यह राष्ट्र निर्माण का आंदोलन है।”
मुख्यमंत्री ने व्यापारियों से कहा कि वे दुकानों पर ‘स्वदेशी को प्राथमिकता’ संदेश को बढ़ावा दें और उपभोक्ताओं को भी स्थानीय उत्पादों के उपयोग के प्रति जागरूक करें। उन्होंने कहा कि यह पहल छोटे उद्यमियों, कारीगरों और किसानों को भी सीधा लाभ पहुँचाएगी।
व्यापार और उपभोक्ता के बीच भरोसे का पुल बने यह अभियान
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि जीएसटी जागरूकता रैली का उद्देश्य केवल कर सुधारों की जानकारी देना नहीं, बल्कि व्यापारियों और जनता के बीच भरोसे का सेतु बनाना है। उन्होंने कहा कि जब व्यापारी उपभोक्ता को सही जानकारी देगा और सरकार व्यापारियों के सुझावों को सुनेगी, तभी कर प्रणाली पारदर्शी और भरोसेमंद बनेगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जनसहयोग आधारित शासन व्यवस्था में विश्वास रखती है और जीएसटी सुधारों में जनता की भागीदारी को सबसे महत्वपूर्ण मानती है।
“चंपावत बनेगा पारदर्शी व्यापार का मॉडल जिला”
मुख्यमंत्री ने कहा कि चंपावत जिले को आदर्श जनपद बनाने के लक्ष्य के साथ-साथ यहाँ पारदर्शी व्यापारिक वातावरण तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार व्यापारिक सुविधाओं को सरल बनाने के लिए डिजिटल भुगतान, ई-फाइलिंग और ऑनलाइन सहायता केंद्रों को बढ़ावा दे रही है।
उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि चंपावत पारदर्शी व्यापार और स्वदेशी उत्पादों के प्रचार का मॉडल जिला बने। जब जनता और व्यापारी दोनों ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ आगे बढ़ेंगे, तब विकास की रफ्तार दुगनी होगी।”
जनता से मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया
रैली के दौरान स्थानीय व्यापारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि नए जीएसटी ढांचे से उनके व्यवसाय में सरलता आई है और उपभोक्ताओं के लिए भी मूल्य पारदर्शी हुए हैं।
कई व्यापारियों ने कहा कि घटे हुए जीएसटी स्लैब का लाभ अब प्रत्यक्ष रूप से उपभोक्ताओं तक पहुँच रहा है। वहीं, स्थानीय नागरिकों ने मुख्यमंत्री से संवाद के इस प्रयास की सराहना की और इसे “सरकार और जनता के बीच सीधा संवाद” बताया।
कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों की रही उपस्थिति
रैली के दौरान जिले के कई जनप्रतिनिधि, व्यापारी संगठन के पदाधिकारी, युवा व्यापारी संघ के सदस्य, महिला व्यापार संघ की प्रतिनिधियाँ, तथा स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने जीएसटी जागरूकता रैली को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई।
चंपावत में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा आयोजित यह जीएसटी जागरूकता रैली केवल कर सुधारों की जानकारी तक सीमित नहीं रही, बल्कि यह “स्वदेशी, पारदर्शिता और आत्मनिर्भरता” के संदेश को लेकर आगे बढ़ी।
मुख्यमंत्री का यह जनसंवाद कार्यक्रम उत्तराखंड को एक “ईमानदार, जागरूक और आत्मनिर्भर व्यापारिक राज्य” बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल साबित हो रहा है।