
चंपावत: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को जिला पंचायत सभागार, चंपावत में प्रबुद्ध नागरिकों और वरिष्ठजनों के साथ संवाद किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वरिष्ठ नागरिक समाज के अनुभव, ज्ञान और मूल्यों के प्रतीक हैं, जो नई पीढ़ी को दिशा देने वाले दीपस्तंभ की तरह हैं। उन्होंने कहा कि वरिष्ठजनों के मार्गदर्शन और आशीर्वाद से ही चंपावत आदर्श जनपद बनेगा, और आदर्श चंपावत से ही आदर्श उत्तराखंड का मार्ग प्रशस्त होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार चंपावत को विकास का मॉडल जिला बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। बीते कुछ वर्षों में यहां पर अभूतपूर्व विकास कार्य हुए हैं, जो “विकास की धारा” को नई ऊर्जा दे रहे हैं।
₹100 करोड़ से अधिक की परियोजनाएं पूरी, 306 घोषणाओं में से 196 पूर्ण
मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि चंपावत जिले के केवल सिप्टी क्षेत्र में ही 100 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाएँ पूरी की जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि जिलेभर में इससे कहीं अधिक कार्य प्रगति पर हैं।
सीएम धामी ने कहा, “अब तक मेरी ओर से चंपावत जिले के लिए की गई 306 घोषणाओं में से 196 घोषणाएँ पूरी की जा चुकी हैं। शेष पर भी तीव्र गति से कार्य जारी है। हमारा उद्देश्य केवल योजनाएँ बनाना नहीं, बल्कि उन्हें धरातल पर उतारना है।”
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विकास योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध है और चंपावत को ‘आदर्श उत्तराखंड’ के विजन के केंद्र में रखा गया है।
“आदर्श चंपावत” बनेगा “आदर्श उत्तराखंड” की नींव
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘आदर्श चंपावत’ केवल एक जिला नहीं, बल्कि “आदर्श उत्तराखंड” के निर्माण की दिशा में एक सशक्त कदम है। उन्होंने कहा कि यह मॉडल राज्य के अन्य जिलों के लिए भी प्रेरणा बनेगा।
उन्होंने बताया कि चंपावत में साइंस सेंटर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, जिससे युवाओं को विज्ञान और नवाचार के क्षेत्र में नए अवसर मिलेंगे। इसके साथ ही सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय का नया परिसर भी आरंभ हो चुका है, जो उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को नई ऊँचाइयाँ देगा।
सीएम ने कहा कि चंपावत को स्मार्ट सिटी मिशन में शामिल किया गया है, जिससे शहर में आधुनिक शहरी सुविधाओं का विकास होगा।
पूर्णागिरि रोपवे, शारदा कॉरिडोर और वेडिंग डेस्टिनेशन योजना पर तेजी
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार धार्मिक पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए कई परियोजनाओं पर काम कर रही है। पूर्णागिरि रोपवे परियोजना, शारदा कॉरिडोर और “वेडिंग डेस्टिनेशन उत्तराखंड” योजना पर तेजी से कार्य जारी है।
उन्होंने बताया कि ये परियोजनाएँ न केवल पर्यटन को बढ़ावा देंगी, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर भी पैदा करेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हम उत्तराखंड को आत्मनिर्भर और विकसित राज्य बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। आदर्श चंपावत इस दिशा में एक उदाहरण बनेगा।”
वरिष्ठ नागरिकों ने किया गर्मजोशी से स्वागत
कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ नागरिकों और प्रबुद्धजनों ने मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री धामी ने चंपावत के विकास को गति देने में जो संकल्प और समर्पण दिखाया है, वह अभूतपूर्व है।
वरिष्ठजनों ने कहा कि चंपावत ने जिस विश्वास के साथ 93 प्रतिशत से अधिक मत देकर उन्हें विधायक चुना था, वही विश्वास आज विकास कार्यों के रूप में धरातल पर दिखाई दे रहा है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा, “आपके नेतृत्व में चंपावत में विकास कार्यों की गति देखकर हमें गर्व होता है। आने वाले समय में यह समर्थन 100 प्रतिशत तक पहुँचेगा।”
शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा में मिल रहे ठोस परिणाम
वरिष्ठ नागरिकों ने जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा और आयुर्वेदिक औषधि निर्माण के क्षेत्र में हो रहे सुधारों की सराहना की। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों की स्थिति में सुधार हुआ है और स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार हुआ है।
पेंशन से जुड़ी समस्याओं के समाधान को लेकर भी उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि सरकार ने संवेदनशीलता के साथ बुजुर्गों की समस्याओं को सुना और समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं।
जनता के सहयोग से ही सफल होगा विकास मॉडल
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य सरकार की विकास योजनाएँ तभी सफल होंगी जब जनता सक्रिय भागीदारी निभाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार और जनता के संयुक्त प्रयासों से ही “आदर्श उत्तराखंड” का सपना साकार होगा।
सीएम ने कहा, “जनता का सहयोग और वरिष्ठजनों का मार्गदर्शन हमें निरंतर प्रेरित करता है। हमारा लक्ष्य केवल इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण नहीं, बल्कि एक आत्मनिर्भर, सशक्त और समृद्ध उत्तराखंड का निर्माण है।”
कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों की रही विशेष उपस्थिति
इस अवसर पर दायित्वधारी श्याम नारायण पांडे, अनिल डब्बू, शंकर कोरंगा, भाजपा जिला अध्यक्ष गोविंद सामंत, जिला पंचायत अध्यक्ष आनंद अधिकारी, नगर पालिका अध्यक्ष प्रेमा पांडे, ब्लॉक प्रमुख अचला बोहरा, बराकोट ब्लॉक प्रमुख सीमा आर्या, भाजपा प्रदेश मंत्री निर्मल मेहरा, पूर्व विधायक पूरन सिंह फर्त्याल सहित अनेक जनप्रतिनिधि, प्रबुद्धजन, वरिष्ठ नागरिक एवं अधिकारीगण उपस्थित रहे।
चंपावत में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का यह संवाद केवल एक प्रशासनिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि “जनभागीदारी आधारित शासन” की मिसाल है। वरिष्ठजनों के अनुभव और सरकार की प्रतिबद्धता का यह संगम भविष्य में चंपावत को उत्तराखंड का आदर्श जिला बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।