
देहरादून, 9 अक्टूबर 2025: देशभर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर शुरू हुए “सांसद खेल महोत्सव” अभियान के तहत देहरादून में भी इस वर्ष बड़े स्तर पर आयोजन की तैयारी शुरू हो गई है। राज्यसभा सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय सह-कोषाध्यक्ष डॉ. नरेश बंसल ने मंगलवार को जिला प्रशासन और संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्यक्रम की रूपरेखा तय की। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव सिर्फ एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि युवाओं में खेल भावना, फिटनेस और राष्ट्रीय चेतना को बढ़ाने का एक जनांदोलन है।
खेलों की तिथियां तय — ग्राम से जिला स्तर तक होगी प्रतियोगिता
बैठक के दौरान तय किया गया कि देहरादून जिले में ग्राम स्तरीय प्रतियोगिताएं 27 अक्टूबर को आयोजित की जाएंगी। इसके बाद ब्लॉक स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं 12 से 13 नवंबर तक और जिला स्तरीय फाइनल मुकाबले 20 से 25 दिसंबर तक होंगे। इन प्रतियोगिताओं में फुटबॉल, कबड्डी, वॉलीबॉल, एथलेटिक्स, खो-खो, बैडमिंटन सहित कई पारंपरिक और आधुनिक खेल शामिल किए जाएंगे।
डॉ. बंसल ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘फिट इंडिया’ और ‘खेलो इंडिया’ जैसे अभियानों की तर्ज पर सांसद खेल महोत्सव युवाओं को खेल के माध्यम से आगे बढ़ने का मंच देगा। हमारा लक्ष्य है कि देहरादून के हर गांव और हर स्कूल तक यह संदेश पहुँचे कि खेल सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की एक सशक्त प्रक्रिया है।”
नई प्रतिभाओं को मिलेगा मंच, ग्रामीण क्षेत्रों पर खास फोकस
बैठक में सांसद ने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि खेल महोत्सव की रूपरेखा ग्रामीण स्तर तक प्रभावी रूप से पहुँचाई जाए, ताकि गांव-गांव में छिपी खेल प्रतिभाओं को मौका मिल सके। उन्होंने कहा कि छोटे शहरों और पहाड़ी इलाकों में युवाओं के पास संसाधन तो हैं, लेकिन अवसरों की कमी है। सांसद खेल महोत्सव उसी कमी को पूरा करने का प्रयास है।
उन्होंने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से युवा खिलाड़ियों को न केवल जिला और राज्य स्तर पर पहचान मिलेगी, बल्कि आगे चलकर उन्हें राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं तक पहुँचने का अवसर भी मिल सकता है। “हमारा उद्देश्य है कि कोई भी प्रतिभा अनदेखी न रह जाए। हर खिलाड़ी को सही मंच और उचित प्रशिक्षण मिले,” डॉ. बंसल ने कहा।
“खेल ही चरित्र निर्माण की सबसे बड़ी प्रयोगशाला”
बैठक के दौरान डॉ. बंसल ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि खेल सिर्फ शारीरिक शक्ति का प्रतीक नहीं, बल्कि यह अनुशासन, एकता और चरित्र निर्माण का आधार है। उन्होंने कहा, “मोदी सरकार युवाओं को फिट और सक्षम बनाने के लिए मिशन मोड पर काम कर रही है। सांसद खेल महोत्सव इसी दिशा में एक और कदम है, जो आने वाले वर्षों में नई पीढ़ी के भीतर आत्मविश्वास और राष्ट्रीय गर्व की भावना को मजबूत करेगा।”
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को डिजिटल और सरल बनाया जाए, ताकि अधिक से अधिक खिलाड़ी भाग ले सकें। उन्होंने खिलाड़ियों और युवाओं से भी अपील की कि वे सांसद खेल महोत्सव पोर्टल पर जाकर अपनी टीम या व्यक्तिगत इवेंट के लिए जल्द से जल्द रजिस्ट्रेशन करें।
सभी विभागों से बेहतर समन्वय पर जोर
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, परियोजना निदेशक विक्रम सिंह, संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा ए.एस. उनियाल, संयुक्त निदेशक तकनीकी शिक्षा आलोक मिश्रा, मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार ढौडियाल, उप निदेशक माई भारत मोनिका नांदल, जिला युवा कल्याण अधिकारी पी.सी. पांडे, जिला क्रीड़ा अधिकारी रवींद्र भंडारी, सहायक प्रशिक्षक संदीप डुकलान और फुटबॉल प्रशिक्षक दीपक कुमार सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में विभिन्न विभागों को खेल मैदानों की तैयारी, उपकरणों की उपलब्धता, प्रतिभागियों की सुरक्षा, आवास व परिवहन व्यवस्था, और मीडिया प्रचार से जुड़े निर्देश दिए गए।
खेलों के माध्यम से सामाजिक एकता का संदेश
डॉ. बंसल ने कहा कि सांसद खेल महोत्सव न केवल खेल प्रतिभाओं को मंच देने का कार्य करेगा, बल्कि यह सामाजिक एकता और समरसता का भी प्रतीक बनेगा। उन्होंने कहा कि जब गांव के बच्चे, किशोर, युवा, महिलाएं और जनप्रतिनिधि एक साथ किसी प्रतियोगिता में हिस्सा लेते हैं, तो वहां सिर्फ खेल नहीं, बल्कि राष्ट्र प्रेम और टीम भावना का उत्सव भी मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में इस महोत्सव को वार्षिक परंपरा के रूप में विकसित किया जाएगा, ताकि उत्तराखंड और विशेषकर देहरादून खेल प्रतिभा के क्षेत्र में देश का नेतृत्व कर सके।
देहरादून में आयोजित होने वाला सांसद खेल महोत्सव केवल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि यह एक जनआंदोलन है, जो युवाओं में जोश, अनुशासन और फिटनेस की भावना को पुनर्जीवित करेगा। प्रधानमंत्री मोदी की “फिट इंडिया” की अवधारणा को जमीनी स्तर तक पहुंचाने में यह आयोजन एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित हो सकता है। डॉ. नरेश बंसल के नेतृत्व में देहरादून प्रशासन अब इसे सफल बनाने की पूरी तैयारी में जुटा है।