
देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड ने शनिवार को एक ऐतिहासिक पल का साक्षी बना, जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजधानी देहरादून स्थित परेड ग्राउंड में 50वीं सब-जूनियर राष्ट्रीय बास्केटबॉल चैंपियनशिप का भव्य शुभारंभ किया। यह पहला अवसर है जब इस स्तर की राष्ट्रीय प्रतियोगिता का आयोजन उत्तराखंड में हो रहा है।
10 अक्टूबर तक चलने वाली इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप में देशभर के 28 राज्यों से 54 टीमों के लगभग एक हजार से अधिक सब-जूनियर खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। इस आयोजन का संचालन बास्केटबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया और उत्तराखंड बास्केटबॉल एसोसिएशन द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।
खेलों से चरित्र निर्माण और अनुशासन सीखता है युवा : मुख्यमंत्री धामी
शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह आयोजन उत्तराखंड के लिए न केवल सम्मान का विषय है, बल्कि यह राज्य के खेल इतिहास में एक महत्वपूर्ण पड़ाव भी है। उन्होंने कहा कि—
“खेल केवल मनोरंजन का साधन नहीं हैं, बल्कि यह चरित्र निर्माण, धैर्य, अनुशासन और टीम भावना को विकसित करने का माध्यम भी है। खेल युवाओं को जीवन में सफलता की राह दिखाते हैं।”
उन्होंने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि यहां आने वाले युवा न केवल बास्केटबॉल के प्रति अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे, बल्कि उत्तराखंड की प्राकृतिक और सांस्कृतिक धरोहर से भी परिचित होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी की पहल से देश में बढ़ी खेल चेतना
मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खेलो इंडिया और फिट इंडिया मूवमेंट जैसी पहलों का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों ने देश में खेलों के प्रति नई जागरूकता पैदा की है और अब भारत खेल के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रहा है।
“आज भारत खेल के क्षेत्र में न केवल एशिया, बल्कि विश्व स्तर पर नई ऊँचाइयाँ छू रहा है। यह बदलाव प्रधानमंत्री जी के विज़न और खिलाड़ियों के अथक प्रयासों का परिणाम है।”
उत्तराखंड बनेगा खेलभूमि, 517 करोड़ की अवसंरचना विकास योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि 38वें राष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन के बाद उत्तराखंड तेजी से “खेलभूमि” बनने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने जानकारी दी कि राज्य में 517 करोड़ रुपये की लागत से विश्वस्तरीय खेल अवसंरचना विकसित की जा रही है।
- हल्द्वानी में प्रदेश का पहला खेल विश्वविद्यालय स्थापित किया जा रहा है।
- लोहाघाट में महिला स्पोर्ट्स कॉलेज की स्थापना की प्रक्रिया जारी है।
- आठ प्रमुख शहरों में 23 खेल अकादमियां स्थापित कर “स्पोर्ट्स लेगेसी प्लान” लागू किया जाएगा।
खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए नई खेल नीति
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य सरकार की नई खेल नीति के अंतर्गत खिलाड़ियों को विशेष प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इसके तहत—
- राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेताओं को आउट ऑफ टर्न सरकारी नौकरी दी जा रही है।
- खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना, राज्य स्तरीय पुरस्कार, खेल किट और 4 प्रतिशत खेल कोटा की बहाली की व्यवस्था की गई है।
- हाल ही में राष्ट्रीय खेल दिवस पर उत्कृष्ट खिलाड़ियों को 50-50 लाख रुपये की सम्मान राशि भी प्रदान की गई है।
उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि खिलाड़ी किसी भी प्रकार की आर्थिक या संसाधन संबंधी कठिनाई का सामना न करें और अपनी ऊर्जा पूरी तरह खेल पर केंद्रित कर सकें।
बास्केटबॉल के लिए नई अकादमी स्थापित होगी
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बास्केटबॉल खिलाड़ियों के लिए विशेष घोषणा की। उन्होंने जिलाधिकारी देहरादून को निर्देश दिया कि बास्केटबॉल प्रशिक्षण अकादमी के लिए भूमि चिन्हित की जाए। साथ ही, हल्द्वानी में निर्माणाधीन खेल विश्वविद्यालय के पास भी बास्केटबॉल प्रशिक्षण अकादमी की व्यवस्था की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बास्केटबॉल की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है और राज्य सरकार का उद्देश्य है कि उत्तराखंड इस खेल का प्रमुख केंद्र बने। उन्होंने खेल विभाग को बास्केटबॉल प्रतियोगिताओं का नियमित आयोजन सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
आयोजन में गूंजा उत्साह और उमंग
शुभारंभ अवसर पर परेड ग्राउंड खेल प्रेमियों और खिलाड़ियों से खचाखच भरा रहा। रंग-बिरंगे परिधानों और मार्च पास्ट ने वातावरण को उल्लासमय बना दिया। सभी राज्यों की टीमों ने गर्व से अपने झंडे लहराते हुए उत्तराखंड की धरती को खेल भावना से सराबोर कर दिया।
इस मौके पर मौजूद खिलाड़ियों और कोचों ने कहा कि उत्तराखंड में पहली बार इस स्तर का आयोजन होना राज्य की खेल संस्कृति के लिए ऐतिहासिक शुरुआत है।
आयोजन में प्रमुख गणमान्य उपस्थित
इस अवसर पर विधायक खजान दास, अध्यक्ष उत्तराखंड बास्केटबॉल एसोसिएशन सुशील कुमार, महासचिव बास्केटबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया कुलविंदर सिंह गिल, उपाध्यक्ष उत्तराखंड बास्केटबॉल एसोसिएशन आदित्य चौहान, मंदीप सिंह ग्रेवाल सहित बड़ी संख्या में खिलाड़ी, अधिकारी और खेल प्रेमी मौजूद रहे।
देहरादून में आयोजित 50वीं सब-जूनियर राष्ट्रीय बास्केटबॉल चैंपियनशिप न केवल एक खेल आयोजन है, बल्कि यह उत्तराखंड की खेल क्षमताओं और भविष्य की दिशा का प्रतीक है। इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि राज्य अब केवल पर्यटन और आध्यात्मिकता के लिए ही नहीं, बल्कि खेलों के क्षेत्र में भी एक प्रमुख पहचान बनाने जा रहा है।