
नई दिल्ली। उत्तर भारत इस समय भीषण गर्मी और उमस से जूझ रहा है। नवरात्रि के मौके पर राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में धूप और पसीने से लोगों का हाल बेहाल है। हालांकि आसमान में बादलों की आवाजाही हो रही है, लेकिन बारिश नहीं होने से लोगों को राहत नहीं मिल पा रही। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, 30 सितंबर से मौसम का रुख बदल सकता है और दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में तापमान में गिरावट आएगी। वहीं, दशहरे के दिन यानी 2 अक्टूबर को भी बादल छाए रहने और कई राज्यों में बारिश की संभावना जताई गई है।
दिल्ली-एनसीआर में बादलों की आवाजाही, 1 अक्टूबर से बारिश की उम्मीद
दिल्ली में मॉनसून आधिकारिक तौर पर 24 सितंबर को विदा हो चुका है। इसके बावजूद मंगलवार सुबह से ही आसमान में काले बादल छाए रहे। मौसम विभाग का अनुमान है कि नोएडा, गाजियाबाद, गुड़गांव और फरीदाबाद में छिटपुट बारिश हो सकती है।
1 अक्टूबर को दिल्ली-एनसीआर में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। अगर ऐसा होता है तो राजधानी और आसपास के इलाकों को लंबे समय से चल रही भीषण गर्मी और उमस से राहत मिलेगी।
अभी तापमान 35–36 डिग्री सेल्सियस के आसपास है, लेकिन बारिश होने पर यह गिरकर 26 डिग्री तक पहुंच सकता है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, 2 अक्टूबर को दशहरे के दिन भी दिल्ली में बादल छाए रह सकते हैं।
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में दशहरे पर बरस सकते हैं बादल
उत्तर प्रदेश में लोग पिछले कई दिनों से तेज धूप और उमस भरे मौसम से परेशान हैं। दिन के समय पारा चढ़ जाता है और रात में भी उमस लोगों को चैन नहीं लेने देती। मौसम विभाग के अनुसार, सितंबर का आखिरी दिन भी इसी तरह बीतेगा। हालांकि, 2 अक्टूबर से कई हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है।
उत्तराखंड में भी दशहरे पर मौसम करवट ले सकता है। पहाड़ी इलाकों में बादलों की आवाजाही बढ़ेगी और हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
सौराष्ट्र-कच्छ में 30 सितंबर को भारी बारिश की चेतावनी
IMD ने रविवार को जो अपडेट जारी किया, उसके मुताबिक खंभात की खाड़ी के ऊपर बने कम दबाव क्षेत्र का असर गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ में दिखेगा। 30 सितंबर को यहां बहुत भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। तटीय इलाकों के लोगों को अलर्ट रहने की सलाह दी गई है।
ओडिशा और पूर्वी भारत में दशहरे पर भारी बारिश
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया है कि 1 अक्टूबर को बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसका सीधा असर ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार पर पड़ेगा।
- ओडिशा में दशहरे के दिन यानी 2 अक्टूबर को भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
- बिहार में भी मॉनसून विदा हो चुका है, लेकिन उमस और गर्मी लोगों को परेशान कर रही है। 1 से 4 अक्टूबर तक राज्य के ज्यादातर हिस्सों में बारिश हो सकती है। 4 और 5 अक्टूबर को भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
- झारखंड और पश्चिम बंगाल में भी 2 अक्टूबर से बारिश का दौर शुरू हो सकता है, जो अगले दो-तीन दिन जारी रह सकता है।
राजस्थान में हल्की बूंदाबांदी, तापमान रहेगा ऊँचा
राजस्थान में पश्चिमी जिलों का तापमान सामान्य से 3 से 5 डिग्री ज्यादा दर्ज हो रहा है। हालांकि, मौसम विभाग ने 29 सितंबर से 3 अक्टूबर तक कई हिस्सों में आंधी और बूंदाबांदी की संभावना जताई है।
इससे लोगों को हल्की राहत जरूर मिलेगी, लेकिन राज्य के पश्चिमी हिस्सों में गर्मी का असर बना रहेगा।
गोवा में 1 अक्टूबर तक येलो अलर्ट
गोवा में लगातार बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने 1 अक्टूबर तक राज्य में येलो अलर्ट जारी किया है।
- राजधानी पणजी समेत कई इलाकों में शनिवार और रविवार को भारी बारिश दर्ज की गई।
- IMD ने चेतावनी दी है कि अगले 24 से 48 घंटे तक मौसम तूफानी रह सकता है।
- हवा की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक रह सकती है, जबकि तटीय इलाकों में यह 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
- मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सख्त सलाह दी गई है।
त्योहारों पर मौसम का असर
नवरात्रि और दशहरे जैसे बड़े त्योहारों पर मौसम का यह बदलाव लोगों की दिनचर्या और आयोजनों को भी प्रभावित कर सकता है।
- दिल्ली-एनसीआर में दशहरे पर बादलों की मौजूदगी आयोजनों के दौरान ठंडी हवाओं का अहसास कराएगी।
- उत्तर प्रदेश, बिहार और ओडिशा जैसे राज्यों में दशहरे पर बारिश होने की संभावना से रावण दहन और सार्वजनिक आयोजनों पर असर पड़ सकता है।
- वहीं गुजरात और गोवा जैसे तटीय राज्यों में भारी बारिश लोगों को सतर्क रहने का संदेश दे रही है।
भले ही मॉनसून आधिकारिक रूप से देश के ज्यादातर हिस्सों से विदा हो चुका है, लेकिन कम दबाव क्षेत्रों और मौसमी बदलावों के चलते सितंबर-अक्टूबर का संक्रमण काल कई राज्यों में बारिश लेकर आ सकता है।
दिल्ली-एनसीआर के लोगों को जहां 30 सितंबर और 1 अक्टूबर से गर्मी से राहत की उम्मीद है, वहीं पूर्वी भारत—ओडिशा, झारखंड और बिहार—में दशहरे पर झमाझम बारिश का अनुमान है।
कुल मिलाकर, त्योहारी मौसम में बदलते मौसम के ये तेवर लोगों को राहत भी देंगे और सतर्क भी रहने का संदेश देंगे।