
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुर्गाअष्टमी और नवमी के पावन पर्व पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि यह पर्व शक्ति की उपासना का प्रतीक है, जो मातृ शक्ति के रूप में इस जगत में व्याप्त है। सीएम धामी ने अपने संदेश में कहा कि शक्ति की साधना केवल धार्मिक आस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमें जीवन में संघर्षों का सामना करने और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की प्रेरणा भी देती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नवरात्रि के पावन अवसर पर दुर्गा अष्टमी और नवमी का पर्व, भारतीय संस्कृति और परंपराओं में विशेष महत्व रखता है। इस अवसर पर हम शक्ति की आराधना करते हुए जीवन में सद्भाव, शांति और प्रगति का संकल्प लेते हैं। उन्होंने कहा कि देवी दुर्गा की उपासना से समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और यह पर्व महिला सशक्तिकरण के प्रति भी हमारा ध्यान आकर्षित करता है।
धामी ने कहा कि नवरात्रि का यह पर्व इस बात का संदेश देता है कि समाज में महिलाओं की शक्ति, उनकी भूमिका और उनका योगदान अनमोल है। मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि वे इस पर्व पर महिलाओं के सम्मान, उनके अधिकारों और उनकी सुरक्षा के प्रति संकल्पित हों।
उन्होंने आगे कहा कि उत्तराखंड की संस्कृति और परंपरा में नवरात्रि का विशेष महत्व है। गांव-गांव और शहर-शहर में आयोजित दुर्गा पूजा और कन्या पूजन के माध्यम से समाज शक्ति की साधना करता है और मातृ शक्ति का सम्मान करता है।
मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि यह पर्व प्रदेशवासियों के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लेकर आएगा। साथ ही, यह पर्व हमें यह भी याद दिलाता है कि शक्ति केवल पूजनीय ही नहीं, बल्कि समाज की प्रगति का आधार भी है।