
नई दिल्ली। भारत और इटली के रिश्तों में नई ऊँचाई जोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की आत्मकथा “आई एम जॉर्जिया: माई रूट्स, माई प्रिंसिपल्स” की प्रस्तावना लिखी है। यह आत्मकथा भारत में भी प्रकाशित होगी, जिससे भारतीय पाठक मेलोनी की राजनीतिक और व्यक्तिगत यात्रा से जुड़ सकेंगे।
मेलोनी की यात्रा: साहस और समर्पण की मिसाल
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रस्तावना में मेलोनी की राजनीतिक यात्रा को साहस, दृढ़ विश्वास और जनसेवा के प्रति अटूट समर्पण से भरी यात्रा बताया। उन्होंने लिखा कि मेलोनी का जीवन सत्ता की राजनीति से कहीं अधिक है। यह उनके देश और जनता के प्रति गहरी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
पीएम मोदी ने कहा, “पिछले 11 वर्षों में मुझे कई वैश्विक नेताओं से मिलने का सौभाग्य मिला है। प्रधानमंत्री मेलोनी की कहानी वाकई उल्लेखनीय है। यह सिर्फ व्यक्तिगत संघर्ष और सफलता की कहानी नहीं है, बल्कि यह उन आदर्शों से जुड़ी है जो सीमाओं और संस्कृतियों से परे हैं। वह हमेशा व्यावहारिक रही हैं, वैश्विक भलाई के लिए प्रतिबद्ध रही हैं और इटली के हितों को उल्लेखनीय स्पष्टता से व्यक्त करती रही हैं।”
नारी शक्ति की प्रेरणा
प्रधानमंत्री मोदी ने मेलोनी के नेतृत्व को “नारी शक्ति” का प्रतीक बताया। उन्होंने भारतीय संस्कृति और परंपरा से तुलना करते हुए कहा कि मेलोनी ने अपने मूल्यों और परंपराओं को सहेजते हुए आत्मविश्वास के साथ वैश्विक मंच पर नेतृत्व किया है।
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मेलोनी का नेतृत्व इस बात का उदाहरण है कि नारी शक्ति केवल शक्ति का प्रतीक नहीं है, बल्कि पोषण और करुणा का भी प्रतीक है। उन्होंने यह साबित किया है कि महिलाएं जब नेतृत्व करती हैं तो समाज में नई ऊर्जा और संवेदनशीलता का संचार होता है।”
रोम से रोमांचक सफर तक
जॉर्जिया मेलोनी की आत्मकथा उनके बचपन से लेकर इटली की प्रधानमंत्री बनने तक की प्रेरक कहानी है। रोम के एक साधारण से इलाके से उठकर इटली की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने का उनका सफर संघर्ष और दृढ़ता की मिसाल है।
पुस्तक में उन्होंने अपने जीवन के अहम पड़ावों, विचारों और चुनौतियों को साझा किया है। यह आत्मकथा न केवल इटली की राजनीति को समझने का माध्यम है, बल्कि यह उन सभी के लिए प्रेरणा है जो समाज में बदलाव लाने का सपना देखते हैं।
भारत-इटली संबंधों में नई परत
विशेषज्ञ मानते हैं कि मेलोनी की आत्मकथा में पीएम मोदी द्वारा लिखी गई प्रस्तावना भारत-इटली संबंधों को और मजबूत करेगी। दोनों नेताओं के बीच हाल के वर्षों में आपसी विश्वास और सहयोग की नई मिसाल देखने को मिली है। चाहे वह जी20 शिखर सम्मेलन का मंच हो या वैश्विक मुद्दों पर साझा दृष्टिकोण, मोदी और मेलोनी की दोस्ती चर्चा का विषय रही है।
यह आत्मकथा भारतीय पाठकों के लिए न केवल एक वैश्विक नेता की कहानी है, बल्कि यह महिलाओं की ताकत, संघर्ष और नेतृत्व की प्रेरणादायक गाथा भी है। प्रधानमंत्री मोदी की प्रस्तावना ने इसे और विशेष बना दिया है, क्योंकि इसमें भारतीय दृष्टिकोण से मेलोनी की यात्रा को समझने का अवसर मिलेगा.