
इंदौर:मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर शुक्रवार की रात क्राइम थ्रिलर फिल्म के सेट में बदल गई। बिजलपुर कॉलोनी की शांत गलियों में तब अफरा-तफरी मच गई जब नकाबपोशों का एक गिरोह आधी रात को धावा बोलकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के घर में घुस गया। यह घटना रात करीब 2 बजे हुई और पूरे मोहल्ले में सन्नाटा छा गया।
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि बदमाशों ने घर की पावर सप्लाई काट दी, ताकि न तो कैमरे काम करें और न ही पड़ोसी कुछ देख सकें। अंधेरे का फायदा उठाते हुए वे सीधे पटवारी के ऑफिस रूम तक पहुंचे और वहां दराजें और लॉकर खंगाल डाले। लेकिन हैरानी की बात यह है कि बदमाशों ने न तो कोई कीमती सामान छुआ और न ही मोबाइल फोन उठाए।
इससे बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि—क्या ये गिरोह चोरी करने आया था या इसके पीछे कोई और गहरी साज़िश छिपी है?
पटवारी ही नहीं, पड़ोसियों को भी बनाया निशाना
गिरोह ने सिर्फ पटवारी का घर ही नहीं, बल्कि आसपास के कई घरों में भी सेंधमारी की कोशिश की।
- पंचायत सीएमओ राजकुमार ठाकुर,
- एमपीईबी अफसर नरेंद्र दुबे,
- और आर्य परिवार के घरों की खिड़कियों की जालियां काटी गईं।
करीब दो घंटे तक यह गिरोह इलाके में बेखौफ घूमता रहा। मोहल्ले के लोगों ने दावा किया कि नकाबपोशों को आखिरी बार सुबह 4:30 बजे इलाके में देखा गया।
CCTV फुटेज ने खोला राज़
जीतू पटवारी के घर में लगे कैमरे तो पावर कट की वजह से बंद हो गए थे, लेकिन पड़ोसियों के CCTV कैमरों में नकाबपोशों की परछाइयां कैद हो गईं।
इन फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि वही लोग पटवारी के घर में दाखिल हुए थे। पुलिस अब इन्हीं तस्वीरों को सबसे बड़ी कड़ी मानकर जांच आगे बढ़ा रही है।
बैंक टांडा गैंग पर पुलिस की नज़र
पुलिस सूत्रों का इशारा कुख्यात बैंक टांडा गैंग की तरफ है। यह गैंग पहले भी राजेंद्र नगर, राऊ और तेजाजी नगर में ऐसी वारदातें कर चुका है।
- इस गैंग के कई सदस्य पहले पकड़े जा चुके हैं।
- लेकिन आधे से ज्यादा आरोपी अब जमानत पर बाहर हैं।
- पुलिस का मानना है कि पटवारी के घर पर हमला भी इसी गैंग का काम हो सकता है।
राजनीतिक हलचल भी तेज
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के घर पर हुई इस वारदात ने प्रदेश की राजनीति में भी हलचल मचा दी है।
- कांग्रेस नेताओं ने सवाल उठाया है कि जब प्रदेश अध्यक्ष का घर ही सुरक्षित नहीं, तो आम लोगों की सुरक्षा कैसे होगी?
- बीजेपी नेताओं ने भी इस घटना को गंभीर माना और पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की।
राजनीतिक हलकों में अब यह चर्चा भी होने लगी है कि कहीं इस वारदात के पीछे सिर्फ चोरी नहीं, बल्कि राजनीतिक संदेश देने की कोशिश तो नहीं है।
निवासियों में दहशत, सुरक्षा पर उठे सवाल
बिजलपुर कॉलोनी के निवासियों का कहना है कि गिरोह पूरी रात आराम से घूमता रहा और पुलिस का कोई डर नहीं था।
- स्थानीय लोगों का आरोप है कि कॉलोनी में नाइट पेट्रोलिंग बेहद कमजोर है।
- कई बार शिकायतें करने के बावजूद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था नहीं सुधारी गई।
- अब लोग आशंकित हैं कि अगर इतने बड़े नेताओं और अफसरों के घर ही सुरक्षित नहीं, तो आम परिवारों की सुरक्षा कैसे होगी?
पुलिस की जांच जारी
इंदौर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी है।
- फॉरेंसिक टीम ने पटवारी और अन्य घरों से सबूत जुटाए।
- CCTV फुटेज की बारीकी से जांच की जा रही है।
- बैंक टांडा गैंग के पुराने रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बड़ा सवाल: चोरी या संदेश?
इस पूरी घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं:
- बदमाशों ने कीमती सामान क्यों नहीं लिया?
- क्या यह सिर्फ डराने-धमकाने की वारदात थी?
- या फिर इसके पीछे कोई राजनीतिक एंगल छिपा है?
फिलहाल, जांच जारी है लेकिन इस वारदात ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
इंदौर का यह मामला केवल एक सेंधमारी नहीं, बल्कि एक रहस्यमयी वारदात है जिसने पूरे प्रदेश को हिला दिया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के घर पर हुआ हमला बताता है कि अपराधी कितने बेखौफ हैं।
अब देखना यह है कि पुलिस इस केस की गुत्थी कब तक सुलझा पाती है और क्या मास्टरमाइंड तक पहुंचकर इस गैंग को बेनकाब कर पाती है या नहीं।



