
देहरादून, 08 अगस्त 2025 | संवाददाता — उत्तराखंड की औद्योगिक नगरी सेलाकुई में एक बड़ी फार्मा कंपनी का अमानवीय रवैया सामने आया है। हब फार्मास्यूटिकल्स एंड रिसर्च कंपनी में कार्यरत राहुल कुमार नामक कर्मचारी आग की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गए, लेकिन कंपनी ने न केवल उनका वेतन रोक दिया बल्कि इलाज का खर्च उठाने से भी इनकार कर दिया।
घटना नवंबर 2024 की है, जब कंपनी में आग लगने से मेंटेनेंस ऑफिसर राहुल कुमार (निवासी—बिरलती, मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश) गंभीर रूप से घायल हो गए थे। आठ महीने बाद भी पूरी तरह ठीक न हो पाने के बावजूद कंपनी ने उन्हें ‘बेइलाज’ बाहर का रास्ता दिखा दिया।
DM के तेवर से पलटे कंपनी के इरादे
पीड़ित राहुल कुमार 2 अगस्त को जिलाधिकारी सविन बंसल के जनदर्शन में पहुंचे और पूरी व्यथा सुनाई। मामले को गंभीरता से लेते हुए DM ने सहायक श्रम आयुक्त को तत्काल श्रम कानून के तहत कार्रवाई के निर्देश दिए।
श्रम विभाग ने दोनों पक्षों को बुलाकर कंपनी को साफ शब्दों में आदेश सुनाया। प्रशासन के सख्त रुख के बाद कंपनी ने लिखित अंडरटेकिंग दी कि—
- इलाज का पूरा खर्च कंपनी उठाएगी और सीधे चिकित्सक को भुगतान करेगी।
- प्रतिमाह वेतन पीएफ कटौती के साथ राहुल के खाते में डाला जाएगा।
- स्वस्थ होने पर पुनः कंपनी में जॉइनिंग दी जाएगी।
मानव मूल्य सर्वोपरि—DM का संदेश
जिलाधिकारी सविन बंसल ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री की प्रेरणा से जिला प्रशासन मानव मूल्यों को सर्वोपरि मानते हुए हर असहाय और पीड़ित के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
पिछले आठ महीनों में भी कई ऐसे मामलों में प्रशासन ने तत्परता से हस्तक्षेप कर पीड़ितों को उनका हक दिलाया है।