
रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड के केदारनाथ धाम की यात्रा एक बार फिर मौसम की मार के चलते बाधित हो गई है। गौरीकुंड के पास देर रात हुए भूस्खलन के कारण पैदल मार्ग पर भारी मलबा और चट्टानें गिर गईं, जिससे यात्रा पूरी तरह से ठप हो गई। प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से केदारनाथ की ओर यात्रा को रोक दिया है और स्थिति सामान्य होने तक गौरीकुंड से आगे किसी भी श्रद्धालु को जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
रात साढ़े तीन बजे टूटी पहाड़ी, मची अफरा-तफरी
जानकारी के मुताबिक हादसा गुरुवार देर रात करीब 3:30 बजे हुआ, जब अचानक पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा टूटकर नीचे पैदल रास्ते पर जा गिरा। उस समय अंधेरा और सन्नाटा था, जिससे किसी को संभलने का मौका नहीं मिला। मार्ग अवरुद्ध हो जाने के कारण धाम की ओर जा रहे और लौट रहे यात्रियों को बीच रास्ते में फंसना पड़ा।
रेस्क्यू ऑपरेशन चला पूरी रात, दोपहर बाद बहाल हुआ मार्ग
एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और लोक निर्माण विभाग की टीमों ने रातभर राहत व बचाव कार्य चलाया। करीब 10 घंटे की मशक्कत के बाद दोपहर एक बजे के आसपास रास्ते को आंशिक रूप से पैदल आवाजाही के लिए खोला जा सका। इसके बाद धीरे-धीरे धाम से लौट रहे श्रद्धालुओं को सुरक्षाबलों की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला गया।
एसपी बोले– लगातार मॉनिटरिंग जारी, अब कोई आगे नहीं जाएगा
रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन ने तुरंत अलर्ट जारी किया और सभी राहत एजेंसियों को मौके पर भेजा गया। सुरक्षाबलों ने यात्रियों को हाथ पकड़कर और सहारा देकर बाहर निकाला। फिलहाल मार्ग को लेकर स्थिति का जायजा लिया जा रहा है और जब तक सुरक्षा की पूरी गारंटी नहीं होती, तब तक किसी को गौरीकुंड से आगे नहीं बढ़ने दिया जाएगा।
प्रशासन सतर्क, आगे भी खराब मौसम की चेतावनी
मौसम विभाग ने क्षेत्र में अगले 48 घंटों तक भारी बारिश की संभावना जताई है। ऐसे में जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि बिना अनुमति यात्रा न करें और मौसम व मार्ग की स्थिति की पुष्टि के बाद ही यात्रा शुरू करें। मौके पर पुलिस, आपदा प्रबंधन, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं।