
पटना, 14 जुलाई 2025: बिहार में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। राज्य भर में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर एक बार फिर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। पिछले 24 घंटों के भीतर छह हत्याएं, एक नाबालिग की गला रेतकर हत्या, और कई गोलीबारी की घटनाओं ने पूरे प्रदेश को दहला दिया है।
इन वारदातों के केंद्र में पटना, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, पूर्णिया, सारण और मुजफ्फरपुर जैसे प्रमुख जिले हैं। घटनाओं की भयावहता और पुलिस की निष्क्रियता को लेकर सरकार की आलोचना भी तेज हो गई है।
पटना: दिनदहाड़े वकील की हत्या, बाइक मैकेनिक पर हमला
राजधानी पटना में बीते 24 घंटों में दो बड़ी वारदातें हुईं।
- सुल्तानगंज थाना क्षेत्र में वकील जितेंद्र कुमार को दिनदहाड़े गोली मार दी गई। वारदात थाने से महज 300 मीटर की दूरी पर हुई और अपराधी हथियार लहराते हुए फरार हो गए।
- वहीं गौरीचक क्षेत्र में बाइक मैकेनिक को अज्ञात बदमाशों ने गोली मार दी। उसे घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सीतामढ़ी: एक ही दिन में दो हत्याएं, इलाके में तनाव
सीतामढ़ी जिले में 24 घंटे के भीतर दो हत्या की घटनाएं हुईं:
- डुमरा प्रखंड में खेत में काम कर रहे किसान राघव शाह की चाकू से हत्या कर दी गई। पुलिस इसे जमीन विवाद का मामला मान रही है।
- वहीं शनिवार शाम मेहसौल बाजार में व्यवसायी पुट्टू खान की गोली मारकर हत्या कर दी गई। स्थानीय लोगों ने घटना के विरोध में सड़क जाम कर प्रदर्शन किया।
सारण: शिक्षक को गोलियों से भूना
दरियापुर थाना क्षेत्र में बाइक सवार बदमाशों ने शिक्षक संतोष राय और उनके रिश्तेदार कांग्रेस राय को गोली मारी। इलाज के दौरान संतोष राय की मौत हो गई। पुलिस को घटनास्थल से कई खोखे और जिंदा कारतूस मिले हैं।
पूर्णिया: पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर की पति की हत्या
धमदाहा थाना क्षेत्र के दमगड़ा गांव में तीन बच्चों की मां ऊषा देवी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति बालो दास की गर्दन काटकर हत्या कर दी। वारदात के बाद आरोपी पत्नी फरार है। पुलिस ने केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।
समस्तीपुर: नाबालिग की गला रेतकर हत्या
ताजपुर थाना क्षेत्र में 15 वर्षीय किशोर प्रिंस कुमार की हत्या कर दी गई। शव एक पोखर के किनारे मिला। प्रारंभिक जांच में जमीन विवाद को कारण माना जा रहा है।
मुजफ्फरपुर: कारोबारी पर जानलेवा हमला
रौशन कुमार नामक कारोबारी को घर से बुलाकर गोली मार दी गई। घटना के पीछे प्रेम प्रसंग की आशंका जताई जा रही है। युवक की हालत गंभीर है और वह अस्पताल में भर्ती है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया: विपक्ष हमलावर, सरकार बचाव में
राज्य में लगातार हो रही हत्याओं और गोलीबारी पर विपक्ष ने नीतीश कुमार सरकार को घेरा है।
राहुल गांधी ने हाल ही में पूर्णिया की उस घटना पर भी टिप्पणी की, जहां जादू-टोना के शक में 5 लोगों को जिंदा जलाया गया था। उन्होंने पीड़ित परिवार से फोन पर बात की। वहीं, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा:
“बिहार में सुशासन है। इन घटनाओं को संगठित अपराध नहीं कहा जा सकता। पुलिस कार्रवाई कर रही है।”
अपराध पर नियंत्रण चुनौती बना
बिहार में बढ़ती हत्याएं, सामूहिक अपराध, महिलाओं और बच्चों पर हमले, अब राज्य की कानून-व्यवस्था की संरचना पर गहरे सवाल खड़े कर रहे हैं।
इन घटनाओं की संख्या और निर्ममता देखकर यह कहना कठिन है कि ये सिर्फ ‘इकाई अपराध’ हैं या संगठित गिरोहों का संचालन। लेकिन एक बात स्पष्ट है — जनता डरी हुई है, और शासन की साख दांव पर है।