
गुरुग्राम: पूर्व टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव हत्याकांड में एक बड़ा अपडेट सामने आया है। अदालत ने राधिका के पिता दीपक यादव को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। गुरुग्राम पुलिस ने अदालत से उनकी रिमांड की मांग नहीं की, जिसके बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
इससे पहले पुलिस ने दीपक यादव को कोर्ट में पेश करते हुए दो दिन की रिमांड की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने केवल एक दिन की पुलिस रिमांड की अनुमति दी थी।
जांच जारी, कई एंगल से पड़ताल कर रही पुलिस
गुरुग्राम पुलिस इस हाई-प्रोफाइल केस की कई दृष्टिकोणों से जांच कर रही है। हत्या का कारण पारिवारिक विवाद, मानसिक तनाव या आर्थिक असंतोष जैसे पहलुओं से जुड़ा हो सकता है। अब तक दीपक यादव को ही मुख्य आरोपी के रूप में गिरफ्तार किया गया है।
दीपक यादव का दावा, गांव वालों के तानों से थे परेशान
दीपक यादव के एक करीबी दोस्त ने NDTV से बातचीत में बताया कि आरोपी ने पुलिस को कहा है कि गांव में लोग उसे बेटी की कमाई पर जीवित रहने को लेकर ताना मारते थे, जिससे वह मानसिक तनाव में था।
हालांकि, दीपक के दोस्त ने इस दावे को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि
“दीपक यादव गांव के रसूखदार व्यक्तियों में गिने जाते हैं। उनके पास संपत्ति और संसाधनों की कोई कमी नहीं थी। इस तरह के तानों की बात बिल्कुल अतार्किक है।”
क्या है पूरा मामला?
प्राथमिकी राधिका के चाचा कुलदीप यादव की ओर से दर्ज कराई गई है। उनके अनुसार, राधिका सेक्टर-57 स्थित मकान की पहली मंजिल पर अपने माता-पिता दीपक और मंजू यादव के साथ रह रही थीं, जबकि कुलदीप स्वयं भूतल पर अपने परिवार के साथ रहते हैं।
घटना गुरुवार सुबह लगभग 10:30 बजे की है, जब कुलदीप यादव को एक तेज आवाज सुनाई दी। ऊपर पहुंचने पर उन्हें इस मौत की भयावह घटना का पता चला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई और जांच शुरू हुई।
रोज सामने आ रहे नए खुलासे
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पूछताछ और साक्ष्यों के आधार पर रोज नए तथ्य सामने आ रहे हैं। फिलहाल पुलिस तकनीकी साक्ष्यों और पारिवारिक पृष्ठभूमि की गहन जांच कर रही है। फॉरेंसिक रिपोर्ट और कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) भी जांच का हिस्सा हैं।
यह मामला सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि एक उभरते करियर और टूटते पारिवारिक रिश्तों की गाथा है। पुलिस की जांच आगे और क्या उजागर करती है, इस पर पूरे देश की नजरें टिकी हैं।