
नई दिल्ली/शिमला/देहरादून: उत्तर भारत में मानसून ने एक तरफ जहां दिल्ली-NCR में गर्मी से जूझ रही जनता को बड़ी राहत दी, वहीं हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश ने तबाही मचाई है। एक ओर दिल्लीवासी जहां ठंडी हवाओं और लगातार बारिश का आनंद ले रहे हैं, वहीं पहाड़ी राज्यों में भूस्खलन, बादल फटना और जलप्रलय जैसी स्थिति बनी हुई है।
दिल्ली-NCR: उमस से राहत, लेकिन जलभराव बना मुसीबत
गुरुवार को दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में जोरदार बारिश हुई, जिससे तापमान में गिरावट आई और उमस भरी गर्मी से राहत मिली।
आज भी राजधानी में बादल छाए रहने और बारिश की संभावना है।
- अधिकतम तापमान: 32°C
- न्यूनतम तापमान: 24°C
- बारिश का सिलसिला 15 जुलाई तक जारी रह सकता है।
हालांकि, लगातार बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव और ट्रैफिक जाम की समस्या भी देखने को मिली। कई सड़कों पर गाड़ियां घंटों फंसी रहीं।
उत्तराखंड: स्कूल बंद, यात्रा बाधित, भूस्खलन की चेतावनी
उत्तराखंड में मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
देहरादून समेत कई जिलों में आज 1वीं से 12वीं तक के स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद कर दिए गए हैं।
- रुद्रप्रयाग-बद्रीनाथ मार्ग पर भूस्खलन से यातायात बाधित।
- चमोली जिले के मुख गांव में 8 जुलाई को बादल फटने की घटना से तबाही।
- केदारनाथ यात्रा को अस्थायी रूप से रोकना पड़ा था।
यात्रियों को घंटों सड़कों पर फंसे रहना पड़ा। अधिकारियों ने पहाड़ी क्षेत्रों में गैर-जरूरी आवाजाही से बचने की सलाह दी है।
हिमाचल प्रदेश: मौतों का आंकड़ा डरावना, 740 करोड़ का नुकसान
हिमाचल प्रदेश इस बार मानसून की सबसे बड़ी मार झेल रहा है।
20 जून से अब तक 85 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 54 मौतें बारिश से जुड़ी घटनाओं में हुईं।
- 174 सड़कें बंद, जिनमें मंडी जिले की 136 सड़कें सबसे ज्यादा प्रभावित
- 162 ट्रांसफार्मर और 755 जलापूर्ति योजनाएं ठप
- 1,184 घर, 710 गौशालाएं, 201 दुकानें क्षतिग्रस्त
- 780 पशुधन की मौत
- 740 करोड़ रुपये से ज्यादा का आर्थिक नुकसान
30 जून और 1 जुलाई की मध्यरात्रि में बादल फटने, फ्लैश फ्लड और भूस्खलन की 10 घटनाओं में 15 मौतें हुईं, जबकि 27 लोग लापता हैं और उनकी तलाश जारी है।
राज्यवार हालात पर एक नजर:
राज्य | स्थिति | खास अलर्ट/घटनाएं |
---|---|---|
दिल्ली | हल्की-तेज बारिश, तापमान में गिरावट | जलभराव, जाम; 15 जुलाई तक बारिश जारी |
उत्तराखंड | भारी बारिश, भूस्खलन, बादल फटना | स्कूल बंद, चारधाम यात्रा प्रभावित |
हिमाचल | जान-माल का बड़ा नुकसान, सड़कें बंद | 85 मौतें, 740 करोड़ रुपये का अनुमानित नुकसान |
सावधानी ही सुरक्षा
हिमाचल और उत्तराखंड में प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे यात्रा करने से पहले मौसम अपडेट ज़रूर देखें। स्थानीय प्रशासन की चेतावनियों और निर्देशों का पालन करें।