
नई दिल्ली | 11 जुलाई 2025: गुरुवार सुबह दिल्ली-एनसीआर के लोगों ने अचानक तेज़ भूकंप के झटकों का अनुभव किया। सुबह 9 बजकर 4 मिनट पर महसूस किए गए इन झटकों ने राजधानी और आस-पास के इलाकों में अफरा-तफरी का माहौल पैदा कर दिया। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.4 दर्ज की गई है, जबकि इसका केंद्र हरियाणा के झज्जर जिले में, ज़मीन से 10 किलोमीटर की गहराई में था।
10 सेकेंड तक कांपी धरती, लोग घरों और दफ्तरों से बाहर निकले
दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद समेत पूरे एनसीआर क्षेत्र में झटके इतने स्पष्ट थे कि कई लोगों को तुरंत बिल्डिंग से बाहर निकलना पड़ा। भूकंप के समय कुछ क्षेत्रों में बारिश भी हो रही थी, जिससे घबराहट और बढ़ गई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि झटके करीब 8 से 10 सेकेंड तक महसूस हुए और ऊंची इमारतों में कंपन ज्यादा तेज़ था।
भूकंप का केंद्र: दिल्ली के बेहद करीब
भूकंप का केंद्र दिल्ली से महज़ 51 किमी दूर हरियाणा के झज्जर में था, इसीलिए इसके झटके राजधानी में अपेक्षाकृत तीव्र महसूस किए गए। आसपास के जिलों—गुरुग्राम, जींद और फरीदाबाद—में भी तेज़ कंपन दर्ज किए गए।
दिल्ली भूकंपीय क्षेत्र-4 में, हमेशा रहता है खतरा
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी भूकंपीय क्षेत्र-4 (Seismic Zone-IV) में स्थित है, जो उच्च भूकंपीय जोखिम वाले क्षेत्रों में आता है। इस क्षेत्र में सामान्यतः 5-6 तीव्रता वाले भूकंप आते हैं, लेकिन 7 या उससे अधिक तीव्रता वाले भूकंप की संभावना को भी नकारा नहीं जा सकता।
विशेषज्ञों का मानना है कि दिल्ली की घनी आबादी और पुरानी निर्माण शैली को देखते हुए ऐसे झटके चेतावनी स्वरूप हैं और भूकंप सुरक्षा उपायों को और सख्ती से लागू करना चाहिए।
क्या करें जब आए भूकंप?
- तुरंत किसी खुले स्थान में जाएं
- लिफ्ट का इस्तेमाल न करें
- दीवार, खिड़की या भारी वस्तुओं से दूर रहें
- अगर बाहर नहीं जा सकते तो टेबल या मज़बूत फर्नीचर के नीचे शरण लें
- मोबाइल फोन का प्रयोग केवल आपात स्थिति में करें
फिलहाल किसी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन प्रशासन सतर्क है और स्थिति की निगरानी जारी है।