
राखाबनी स्थित विकास विद्यालय में आज पृथ्वी दिवस के अवसर पर एक प्रेरणादायक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने वर्तमान पर्यावरणीय संकटों को रेखांकित किया और पृथ्वी को बचाने के लिए ठोस उपाय भी सुझाए।
कार्यक्रम की मुख्य आकर्षण रही ‘अतीत बनाम वर्तमान’ दीवार प्रदर्शनी, जिसमें बच्चों ने चित्रों और स्लोगनों के माध्यम से हरित अतीत और प्रदूषित वर्तमान का अंतर दर्शाया। इसके साथ ही छात्रों ने वनों की कटाई, जलवायु परिवर्तन, प्लास्टिक प्रदूषण जैसे प्रमुख कारणों और उनके परिणामों पर चर्चा की।
छात्रों ने भविष्य की आशा को भी जीवंत किया—वृक्षारोपण, जल संरक्षण, सौर ऊर्जा का उपयोग और पुन: उपयोग की आदतें जैसे समाधान प्रस्तुत किए। एक वाद-विवाद सत्र में बच्चों ने पृथ्वी की वर्तमान स्थिति के सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं पर विचार व्यक्त किए।
विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती पूजा मिश्रा ने कहा, “आज के बच्चों में पर्यावरण के प्रति जो जागरूकता है, वही हमारी पृथ्वी के भविष्य की आशा है।”
विद्यालय परिसर को पृथ्वी के विविध आवासों – स्थलीय, जलीय और वायवीय – के रूप में सजाया गया। सजावट के पीछे शिक्षकों – ज्योति पंडित, मिक्की मिश्रा, रितिका गुप्ता, रुचिका, संतोषी और नेहा भारती – की अहम भूमिका रही।
कार्यक्रम के समापन पर बच्चों ने “हम हैं पृथ्वी के प्रहरी” का नारा लगाकर यह संदेश दिया कि पृथ्वी की रक्षा हम सभी की साझा जिम्मेदारी है।