मोरक्को में शुक्रवार देर रात भूकंप ने भीषण तबाही मचा दी थी. यहां भूकंप के तेज झटकों के कारण कई इमारतें जमींदोज हो गई हैं. भूकंप की घटना में कम से कम 300 लोगों के मारे जाने की खबर है. अधिकारियों के अनुसार मौत की संख्या अभी बढ़ सकती है. यह देर रात 11:11 बजे आया. शक्तिशाली भूकंप के कारण कई निवासियों को सड़कों पर रात बिताने के लिए मजबूर होना पड़ा. यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे ने कहा कि यह एक सदी से भी अधिक समय में उत्तरी अफ्रीकी देश के उस हिस्से में आया सबसे तेज झटका था. रात 11 बजे के तुरंत बाद मोरक्को की हाई एटलस पर्वत श्रृंखला में भूकंप आया. USGS ने कहा, स्थानीय समयानुसार 18.5 किलोमीटर (11.4 मील) की अपेक्षाकृत उथली गहराई पर, भूकंप का केंद्र मराकेश से लगभग 72 किलोमीटर (44.7 मील) दक्षिण-पश्चिम में स्थित था, जो लगभग 840,000 लोगों का शहर और एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है.
मोरक्को के सरकारी अल-औला टेलीविजन ने शनिवार को बताया कि घटना में 153 अन्य घायल हो गए. वहीं रॉयल मोरक्कन सशस्त्र बलों ने चेतावनी जारी की है कि भूकंप के झटके अभी और आ सकते हैं. एक निवासी ने रॉयटर्स न्यूज एजेंसी को बताया कि मराकेश के पुराने शहर में कुछ इमारतें ढह गई हैं. X पर कई क्लिप में इमारतों को ढहते हुए दिखाया गया है. लेकिन इस बात की पुष्टि नहीं की गई है कि वह किस जगह की हैं. AFP ने यह भी बताया कि एक परिवार एक घर के ढह गए मलबे में फंस गया था. शहर के कई लोगों को अस्पताल ले जाया गया. वहीं अफ्रीकी देश मोरक्को मे आए भीषण भूंकप को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया है. उन्होंने X पर दुख जताते हुए लिखा, ‘मोरक्को में भूकंप के कारण हुई जानमाल की हानि से अत्यंत दुख हुआ. इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं मोरक्को के लोगों के साथ हैं. उन लोगों के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है. घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं. भारत इस कठिन समय में मोरक्को को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है.