हेल्थ डेस्क: काली घटाओं कि तरह काले, घने, लंबे और मजबूत बाल पाना सबकी इच्छा होती है. हर किसी का सपना होता है कि उसके बाल कभी न गिरे और हमेशा सुन्दर व काले रहे. लेकिन बालों से जुड़ी सबकी यह इच्छा पूरी नहीं होती. अगर बाल लंबे हैं तो मजबूत नहीं होते, घने है तो लंबे नहीं होते, और अगर सब सही है तो काले नहीं होते. लेकिन बालों से जुड़ी इन सभी समस्याओं में सबसे गंभीर समस्या है बाल झड़ने की. वर्तमान समय में हर दूसरा व्यक्ति बाल झड़ने की समस्या से जूझ रहा है. लोग इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए तरह-तरह के शैम्पू, तेल और इनके अलावा कई तरह के उत्पादों का इस्तेमाल करते हैं.
सिर के ऊपर धीरे-धीरे पतला होना यह बालों के झड़ने का सबसे आम प्रकार है, बाल झड़ने की यह समस्या बढ़ती उम्र के साथ लोगों को प्रभावित करता है. पुरुषों में अक्सर माथे पर बालों की रेखा पर बाल झड़ने लगते हैं. आमतौर पर महिलाओं के बालों का हिस्सा चौड़ा होता है. वृद्ध महिलाओं में बालों के झड़ने का एक आम पैटर्न एक घटती हेयरलाइन है यह “क्रिसमस ट्री” से काफी मेल खाता है. इसके अलावा चकत्तों में बालों का झड़ना अक्सर कई लोगो में गोलाकार में बाल झड़ने की समस्या होती है. इसमें लोग अपने सिर पर सिक्के के आकार के गंजेपन के चकत्ते महसूस करते हैं. बाल झड़ने की यह सर के बालों के अलावा भवों, बरोनियों, दाढ़ी, छाती, हाथ परों तथा जननांगों के आसपास भी देखे जा सकते हैं. कुछ मामलें में प्रभावित त्वचा बालों के झड़ने से पहले चिपचिपी या दर्दनाक हो सकती है. इसके आलवा ऐसे में लालिमा, सूजन और पस रिसने की समस्या भी होने लगती है.
कई बार हल्के से छूने से गुच्छों में बालों का झड़ना काफी बार देखा जाता है कि कुछ लोगों को एक साथ काफी बाल टूटने की समस्या का सामना करना पड़ता है. ऐसे में बाल गुच्छे में टूटते हैं, जिसकी वजह से गंजापन तेजी से होता है, लेकिन यह समस्या जल्द ही ठीक भी हो जाती है. बालों से जुड़ी यह समस्या तब होती है जब कोई व्यक्ति किसी गंभीर और लंबे समय तक किसी शारीरिक समस्या से जूझता है तो उस दौरान बालों से जुड़ी यह समस्या दिखाई दे सकती है, मूलतः इसके पीछे अचानक से आई कमजोरी होती है. इसके आलावा पूरे शरीर में बाल झड़ना काफी बार कई लोगों को पुरे शरीर में बाल झड़ने की समस्या होती है. ऐसे में अचानक से पुरे शरीर में बाल झड़ने लग जाते हैं, ऐसी समस्या को एलोपेशिया टोटानिस के रूप में जाना जाता है. कुछ चिकित्सीय उपचारों में, जैसे कि केन्सर के लिए केमोथेरेपी से भी पूरे शरीर के बाल झड़ सकते हैं. बाद में आमतौर पर बाल फिर से उग आते हैं.
बाल झड़ने का कारण:-
कोई भी समस्या होने के पीछे कोई न कोई वजह जरूर जरूर होती है, ठीक इसी प्रकार बाल झड़ने की समस्या होने के पीछे भी कई वजह होते हैं, जिनकी पहचान कर आप बाल झड़ने की समस्या को होने से बच सकते हैं. बाल झड़ने के कुछ खास कारण इस प्रकार है:
1- कैंसर रोग के कारण.
2- वंशानुगत कारण.
3- रक्तचाप की समस्या के कारण.
4- सिर पर रूसी या पपड़ी पड़ने या फंगल इंफेक्शन के कारण बालों का झड़ना.
5- तनाव या डिप्रेशन के कारण.
6- ऑटोइम्यून डिसऑर्डर के कारण.
7- हार्मोन बदलने के कारण.
8- डायलिसिस के कारण.
9- दवाओ के कारण.
10- पोषण की कमी के कारण.
11- थायरॉइड के कारण.
12- एनॉरेक्सिया और बुलिमिया के कारण.
13- पॉलिसिस्टिक ओविरियन सिंड्रोम के कारण.
बाल झड़ने की समस्या के प्रकार:-
1- बाल झड़ने का प्रकार सबसे आम और प्राकृतिक है. इनवोल्यूशनल एलोपेसिया होने पर बाल उम्र के साथ धीरे-धीरे पतले होते जाते हैं. अधिक बालों के रोम आराम के चरण में चले जाते हैं, और शेष बाल छोटे और कम संख्या में हो जाते हैं.
2-बाल झड़ने की यह समस्या अनुवांशिक है जो कि महिलाओं और पुरुषों दोनों में होती है. एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया आमतौर पर 12 से 40 साल की उम्र के बीच शुरू होता है, लेकिन महिलाओं में विशेष रूप से यह समस्या 40 की उम्र के पास में यह समस्या दिखाई देती है. पुरुषों में बालों की यह समस्या होने पर माथे और सर के ऊपरी हिस्से में बाल कम होने लगते हैं, वहीं महिलाओं में इन दोनों समस्याओं के साथ-साथ बाल कमजोर भी होने लगते हैं.
3- बाल झड़ने कि यह समस्या अचानक से शुरू होती है जो की बच्चों और किशोरों में ज्यादा दिखाई देती है. एलोपेशिया एरियाटा होने पर बाल अचानक से झड़ने लगते हैं, ऐसा शरीर में होने बदलावों की वजह से होता है. इस स्थिति के परिणामस्वरूप पूर्ण गंजापन हो सकता है। लेकिन इस स्थिति वाले लगभग 90% लोगों में बाल कुछ ही वर्षों में वापस आ जाते हैं.
4- बाल झड़ने की इस समस्या में शरीर के सभी बाल झड़ने लगते हैं, जिसमें भौहें, पलकें और प्यूबिक बाल भी शामिल हैं.
5- बाल झड़ने के इस प्रकार में सर के ऊपर के बाल पतले होने लग जाते हैं और बाल गोलाकार में गिरने लग जाते हैं.
6- बाल झड़ने की यह समस्या त्वचा संबंधित रोग होने की वजह से होती है. अगर कोई व्यक्ति सेल्युलाइटिस, फॉलिकुलिटिस, मुँहासे और अन्य त्वचा विकार, जैसे ल्यूपस और लाइकेन प्लेनस से जूझता है तो उन्हें स्कारिंग एलोपेसिया होने की आशंका बनी रहती है. बाल झड़ने की यह समस्या गर्म कंघी और बालों को बहुत कसकर बुने और खींचे जाने से भी हो सकती है.
इनकी वजह से भी बाल झड़ने की समस्या हो सकती है?
1- दाद
2- एडिसन के रोग
3- सीलिएक रोग
4- लाइकेन प्लानस
5- त्वग्काठिन्य
6- अतिगलग्रंथिता
7- हॉजकिन का रोग
8- सिस्टमिक लूपुस
9- हाइपोपिट्यूटेरिज्म
10- हाशिमोटो रोग
11- ट्राइकोर्रहेक्सिस इनवगिनाटा
बाल झड़ने की समस्या से बचाव कैसे किया जाए?
अगर आप बाल झड़ने की समस्या से जूझ रहे हैं या आप इस समस्या से बचना चाहते हैं तो आप इस प्रकार बालों का बचाव कर सकते है:-
1- आप अपने बालों को हमेशा प्यार से संभाले. आप कंघी करते हुए बारीक़ कंघी की जगह चौड़ी कंघी का इस्तेमाल करें और बालों को खींचे नहीं. अगर बाल गीलें हैं तो उन्हें भी प्यार से ही संभालें.
2- यदि आपका कीमोथेरेपी से इलाज किया जा रहा है, तो अपने डॉक्टर से कूलिंग कैप के बारे में बात करें. कूलिंग कैप कीमोथेरेपी के दौरान आपके बालों के झड़ने के जोखिम को कम कर सकती है.
3- अपने आहार में विटामिन बी को शामिल करें. विटामिन बी की कमी की वजह से बाल झडने की समस्या तेजी से बढती है.
4- आहार में आयरन और प्रोटीन को जरूर शामिल करें. इन दोनों की वजह से बाल झड़ने की समस्या सबसे ज्यादा होती है और बाल सफ़ेद भी होते हैं.
5- बालों में अलग-लग कलर, शम्पू, हेयर मास्क आदि हेयर ट्रीटमेंट उत्पादों का कम से कम प्रयोग करें और कोशिश करें कि एक भी ब्रांड के उत्पादों का प्रयोग करें.
6- अगर आप कोई खास रोग की दवाएं ले रहे हैं तो आपको डॉक्टर की सलाह से दवाओं से बचने के उपायों के बारे में जानकारी लेनी चाहिए. उदहारण के लिए उच्च रक्तचाप की दवाओं की जगह आप खाने में बदलाव कर सकते हैं.
7- धूम्रपान बंद करें, कुछ अध्ययन पुरुषों में धूम्रपान और गंजेपन के बीच संबंध दिखाते हैं.
8- अपने बालों की सप्ताह में तीन से चार बार तेल से मालिश करके भी आप बाल झडने की समस्या से बच सकते हैं. बालों की मालिश करने के दौरान आप ध्यान रखे कि आप हल्के हाथों से भी मालिश करें.
9- बाल झड़ने की समस्या होने पर आप डॉक्टर से भी सलाह ले सकते हैं, ताकि आपको पता चल सके की आपको बाल झड़ने की कौन सी समस्या हुई है.
10- तनाव मुक्त रहकर भी आप बाल झड़ने की समस्या से दूर रह सकते हैं.