नई दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी के खिलाफ सभी राजनीतिक दलों की प्रस्तावित बैठक की नई तारीख तय कर ली गई है. पटना में 23 जून को सभी राजनीतिक दलों की महाबैठक होगी. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष लल्लन सिंह ने यह जानकारी दी. बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्ष को एकजुट करने की जिम्मेदारी ली है. इसके लिए वह एक-एक कर राजनीतिक दलों के प्रमुखों से मुलाकात कर रहे हैं. लल्लन सिंह के मुताबिक, इस बैठक में कांग्रेस पार्टी से मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी ने शामिल होने की सहमति दे दी है. इसके साथ ही पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादल, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, उद्धव ठाकरे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, तमिलनाडु के सीएम स्टालिन, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, सीपीआई के सचिव डी राजा, सीपीएम सीताराम येचुरी, माले के सचिव दिपांकर भट्टाचार्य ने भी मीटिंग में शामिल होने की सहमति दे दी है.
बिहार के उप मुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, “सबकी राय के बाद तय हो गया है कि पटना में एक बड़ी बैठक होगी. सभी नेताओं ने अपनी सहमति दे दी है. महागठबंधन की सरकार बनने पर नीतीश कुमार, लालू प्रसाद यादव और सभी लोगों की यह कोशिश थी की ज्यादा से ज्यादा विपक्ष को गोलबंद किया जाए, एक साथ बैठा जाए, नीति तय की जाए. सबका प्रयास इसमें लगा.” तेजस्वी ने आगे कहा, “नीतीश कुमार के साथ मैंने खुद कई नेताओं से मुलाकात की. मुझे लगता है कि सब लोग एक प्लेटफॉर्म पर आ रहे हैं. देश के जो हालात हैं, लोकतंत्र पर प्रहार हो रहा है. संविधान से छेड़छाड़ हो रही है. मुद्दे की बात नहीं हो रही है. एक तरफा तानाशाह रवैया अपनाया जा रहा है. इसको देखते हुए पटना में अहम बैठक पटना में हो रही है. मुझे लगता है कि इस बैठक के बाद एक पॉजिटिव रिजल्ट सामने आएगा.”