
पुणे/लखनऊ, 12 अक्टूबर 2025: पुणे के पास खडकवासला स्थित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) में एक 18 वर्षीय कैडेट की संदिग्ध मौत ने प्रशासन और परिवार दोनों के बीच चिंता और हंगामा खड़ा कर दिया है। मृत कैडेट अंतरिक्ष कुमार सिंह, लखनऊ, उत्तर प्रदेश का रहने वाला था और अकादमी में पहले टर्म का छात्र था।
घटना 10 अक्टूबर, 2025 को शुक्रवार की सुबह हुई, जब अंतरिक्ष अपने नियमित प्रशिक्षण के लिए अनुपस्थित पाए गए। उनके सहपाठियों ने उनके कमरे में खोजबीन की और तब उन्हें बेडशीट से लटका हुआ पाया गया। उन्हें तत्काल खडकवासला के सैन्य अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
प्रारंभिक जांच और पुलिस की प्रतिक्रिया
उत्तम नगर पुलिस ने इस मामले को आकस्मिक मृत्यु (Accidental Death Report) के रूप में दर्ज किया है। घटना स्थल पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिलने के कारण मौत का सही कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस के अनुसार, प्राथमिक जांच में आत्महत्या का संदेह व्यक्त किया गया है।
पुलिस अधिकारी ने कहा,
“हमने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सभी पक्षों की जानकारी मिलने के बाद ही मौत के वास्तविक कारण पर स्पष्ट टिप्पणी की जा सकती है। रैगिंग के आरोप की अभी पुष्टि नहीं हुई है।”
परिवार ने रैगिंग का लगाया गंभीर आरोप
अंतरिक्ष कुमार सिंह के परिवार ने इस दुखद घटना के पीछे सीनियर कैडेट्स द्वारा उत्पीड़न और मानसिक दबाव को मुख्य कारण बताया है। परिवार ने कहा कि अंतरिक्ष कुछ महीनों पहले ही NDA में शामिल हुआ था और वह वायु सेना में अधिकारी बनने का सपना देख रहा था।
परिवार का कहना है,
“पिछले कुछ दिनों से सीनियर कैडेट्स द्वारा अंतरिक्ष को बहुत परेशान किया जा रहा था। हमने इस बात को अकादमी के अधिकारियों के संज्ञान में भी लाया था, लेकिन उन्हें कोई कार्रवाई नहीं की। यह उत्पीड़न असहनीय होने के कारण ही उसने यह कदम उठाया। यह रैगिंग का मामला है और हमें न्याय मिलना चाहिए।”
परिवार ने पुणे पुलिस के पास भी अपना बयान दर्ज कराया है और पूर्ण न्याय की मांग की है।
NDA प्रशासन की प्रतिक्रिया और कार्रवाई
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी ने इस दुखद घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। अकादमी ने एक आधिकारिक बयान में कहा है कि घटना की पूरी जांच के लिए ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ के निर्देश दिए गए हैं।
अकादमी के प्रवक्ता ने कहा,
“हमारी प्राथमिकता है कि परिवार को इस दुख की घड़ी में पूरा सहयोग मिले। घटना के पीछे की सभी परिस्थितियों की जांच निष्पक्ष तरीके से की जाएगी और आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।”
अकादमी प्रशासन ने यह भी कहा कि कैडेट्स की सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए नियमित निगरानी और मार्गदर्शन कार्यक्रम जारी हैं।
संदिग्ध मौत और रैगिंग का राष्ट्रीय महत्व
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी जैसी प्रतिष्ठित संस्था में एक अल्पवयस्क कैडेट की संदिग्ध मौत ने मीडिया, रक्षा विशेषज्ञों और आम जनता के बीच चिंता बढ़ा दी है। यह मामला केवल अकादमी तक सीमित नहीं रह गया है; बल्कि रैगिंग और मानसिक उत्पीड़न के खिलाफ सुरक्षा उपायों पर राष्ट्रीय बहस को भी उजागर करता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि NDA जैसे प्रशिक्षण संस्थानों में मानसिक स्वास्थ्य और कैडेट्स की सुरक्षा के लिए सख्त नियम और निगरानी प्रणाली होना अनिवार्य है। यदि समय रहते इन पहलुओं पर ध्यान नहीं दिया गया, तो ऐसी घटनाएँ भविष्य में दोहराई जा सकती हैं।
आगे की कार्रवाई
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट का विश्लेषण और मौत के कारण की पुष्टि।
- कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी द्वारा सभी परिस्थितियों और आरोपों की जांच।
- परिवार को पूर्ण सहयोग और मानसिक सहायता प्रदान करना।
- NDA में रैगिंग-रोधी नीतियों की समीक्षा और संभावित सुधार।
अंतरिक्ष कुमार सिंह की मौत ने केवल उनके परिवार और NDA प्रशासन के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए संदेश दिया है कि सुरक्षा, मानसिक स्वास्थ्य और अनुशासन पर ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है। पुलिस और NDA प्रशासन की जांच इस मामले में सच्चाई को सामने लाने में निर्णायक साबित होगी।
जैसे ही पोस्टमार्टम और कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी की रिपोर्ट सामने आएगी, देश को इस दुखद घटना के पीछे की वास्तविकता का पता चलेगा।