पश्चिम बंगाल: संदेशखाली में ईडी अधिकारियों पर हमले के बाद बंगाल की सियासत में उबाल आ गया है. राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने चेतावनी दी है कि यदि राज्य सरकार फेल रही तो संविधान के अनुसार कार्रवाई करेंगे. दूसरी ओर, बीजेपी ने इस हमले में रोहिंग्या के शामिल होने का आरोप लगाते हुए सीएम ममता बनर्जी से इस्तीफे की मांग की है. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक ने सवाल उठाया है कि ‘बंगाल में ऐसी घटनाएं बार-बार क्यों हो रही हैं. केंद्र इस मामले को काफी गंभीरता से देख रहा है. उन्होंने कहा कि अगर कोई केंद्रीय एजेंसी किसी राज्य में जाती है तो अधिकारियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी राज्य की होती है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार संदेशखाली में जांच के दौरान ईडी अधिकारियों पर हमला किया गया. ईडी अधिकारियों का सिर फट गया. सीआरपीएफ के जवान भी घायल हुआ है. शुक्रवार को ईडी अधिकारियों पर हुए हमले को लेकर राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कड़ा संदेश दिया. उन्होंने साफ कहा है, ”हिंसा रोकना सरकार की जिम्मेदारी है. यदि सरकार अपना कर्तव्य पूरा करने में विफल रहती है, तो संविधान के अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
#WATCH | Delhi: On attack on ED team in West Bengal today, BJP leader Gaurav Bhatia says, "The ED officers who went to West Bengal for investigation were attacked by the TMC goons and illegally infiltrated Rohingyas. West Bengal has become synonymous with 'Jungle Raj' under… pic.twitter.com/kki90ssnR4
— ANI (@ANI) January 5, 2024
गवर्नर बोस का मानना है कि आज सुबह संदेशखाली में ईडी पर हुआ अप्रत्याशित और अभूतपूर्व हमला भयानक और चिंताजनक है. एक वीडियो संदेश में, बंगाल के संवैधानिक प्रमुख ने कहा, इस बर्बरता और अशांति को रोकना एक सभ्य समाज की सरकार का कर्तव्य है. अगर सरकार अपनी बुनियादी जिम्मेदारियां निभाने में विफल रहती है तो संविधान जरूर कार्रवाई करेगा. राज्यपाल के तौर पर मैं अपने सभी संवैधानिक विकल्पों पर विचार कर रहा हूं. सही समय पर सही कार्रवाई की जायेगी. बंगाल के लोगों के साथ जंगलराज नहीं किया जा सकता. बंगाल कोई बनाना रिपब्लिक नहीं है.