मणिपुर: पिछले 48 घंटों के दौरान, गोलीबारी की छिटपुट घटनाओं और अनियंत्रित भीड़ के एकत्र होने से राज्य में स्थिति अभी भी अस्थिर और तनावपूर्ण बनी हुई है। इस दंगे में तीन लोगों की मौत हो गई है। सुरक्षा बलों ने संवेदनशील और सीमांत क्षेत्रों में तलाशी अभियान चलाया है, जिसमें कौट्रुक इलाके में संयुक्त ऑपरेशन चलाया गया है। इस इलाके में पहाड़ी श्रृंखला और सात अवैध बंकरों को नष्ट कर दिया गया है।
अनियंत्रित भीड़ ने बिष्णुपुर जिले में 2′ आईआरबी, नारानसीना, कीरेनफाबी पुलिस चौकी और थंगलावई पुलिस चौकी पर धावा बोल दिया और लूटपाट की। इस हमले में अनियंत्रित भीड़ ने 7 बटालियन से हथियार और गोला-बारूद छीनने का भी प्रयास किया। मणिपुर राइफल्स, द्वितीय बटालियन ने मणिपुर राइफल्स, हिंगांग पुलिस स्टेशन और सिंगजामेई पुलिस स्टेशन पर भी हमला किया लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें खदेड़ दिया।
कौट्रुक में हथियारबंद बदमाशों के बीच गोलीबारी हुई, हारोथेल और सेनजाम चिरांग क्षेत्र में 01 (एक) सुरक्षाकर्मी सहित 02 (दो) व्यक्ति गोली लगने से घायल हो गए। सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की और उपद्रवियों को खदेड़ दिया। हमले मे घायल एक शख्स ने दम तोड़ दिया। फौगाकचाओ इखाई में 500-600 लोगों की अनियंत्रित भीड़ जमा हो गई और सुरक्षा बलों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े, जिसमें लगभग 25 लोगों को मामूली चोटें आईं।
मणिपुर के पहाड़ी और घाटी दोनों जिलों में कुल 129 नाके/चेकपॉइंट स्थापित किए गए हैं और पुलिस ने राज्य के विभिन्न जिलों में उल्लंघन के संबंध में 1047 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इसके साथ ही आवश्यक वस्तुओं के साथ NH-37 पर 284 वाहनों तथा NH-2 पर 32 वाहनों की आवाजाही सुनिश्चित की गई है। सभी संवेदनशील स्थानों पर सख्त सुरक्षा उपाय किए गए हैं और वाहनों की स्वतंत्र और सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए संवेदनशील हिस्सों में सुरक्षा काफिला उपलब्ध कराया जा रहा है।