
उत्तरकाशी सुरंग बचाव अभियान में ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. इस पर स्क्वाड्रन इंफ्रा माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड के एमडी और सीईओ सिरिएक जोसेफ ने कहा कि यह (ड्रोन) नवीनतम तकनीकों में से एक है जो सुरंग के अंदर जा सकता है उत्तरकाशी में सुरंग के ऑगर ड्रिलिंग मशीन में तकनीकी खराबी आने के बाद रात को ड्रिलिंग कार्य रोक दिया गया था. अब तक, बचावकर्मी सिल्कयारा सुरंग में 46.8 मीटर तक ड्रिल कर चुके हैं.
#WATCH | Uttarkashi(Uttarakhand) Tunnel rescue | On the drone technology that is being used in the rescue operation, Cyriac Joseph, MD & CEO, Squadrone Infra Mining Pvt Ltd says, "This (drone) is one of the latest technologies which can go inside the tunnel, it goes into GPS… pic.twitter.com/XGve8bkShU
— ANI (@ANI) November 24, 2023
उत्तरकाशी सुरंग में फंसे श्रमिकों पर सफदरजंग अस्पताल के सामुदायिक चिकित्सा डॉ. जुगल किशोर ने कहा कि जब ऐसी स्थिति होती है तो उन्हें मानसिक और शारीरिक दोनों चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. लंबे समय तक भोजन और पानी नहीं मिलने से, इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन हो सकता है और निर्जलीकरण की संभावना हो सकती है. दिमाग में बादल छाए रहने के कारण, वे कोई भी निर्णय लेने में सक्षम नहीं हो सकते हैं. उनके शरीर की मांसपेशियां बहुत कमजोर हो गई होंगी इसलिए उनके लिए चलना मुश्किल हो जाएगा.
#WATCH | On the trapped workers in Uttarkashi tunnel, Dr Jugal Kishore, Community Medicine, Safdarjung Hospital says, "When such a situation occurs…they face both mental and physical challenges…by not getting food and water for a long time, electrolyte imbalance can happen… pic.twitter.com/uQjURGAYil
— ANI (@ANI) November 23, 2023
इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री सिंह धामी से बात की. और स्थिति का जायजा लिया.
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने आज फोन कर सिलक्यारा, उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल में फँसे श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालने हेतु चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली।
इस दौरान माननीय प्रधानमंत्री जी को केंद्रीय एजेंसियों, अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों एवं प्रदेश प्रशासन…
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 23, 2023