उत्तराखंड: सड़कों पर स्टंट बाज़ी, रैश ड्राइविंग में अब चालान नहीं सीधे FIR, SOP जारी
उत्तराखंड रैश ड्राइविंग में अब चालान नही सीधे FIR
उत्तराखंड: सड़कों पर स्टंट बाज़ी, रैश ड्राइविंग में अब चालान नहीं सीधे FIR, SOP जारी
देहरादून: राजधानी की सड़कों पर स्टंट बाज़ी करते, आड़ी तिरछी रैश ड्राइविंग व साइलेंसर की तेज गड़गड़ाहट से शांति में हनन पैदा करने वालो के खिलाफ यातायात पुलिस ने आज जीरो टॉलरेंस नीति अपनाने का ऐलान कर दिया है। राजधानी देहरादून की सम्पूर्ण परिधि में 100 से अधिक की तेज़ रफ़्तार में वाहन दौड़ाने वाले बाइकर्स के खिलाफ यातायात पुलिस द्वारा अब चालानी कार्यवाही करने सहित आम जनता की जिंदगी जोखिम में डालने के चलते एफआईआर दर्ज की जाएगी।
इसमे वह यूटूबर्स व बाइकर्स भी शामिल होंगे जो यूट्यूब पर फैन फॉलोइंग बढ़ाने के नाम पर राजधानी के अलग अलग कॉलेज, स्कूलों के बाहर जाकर तेज़ रफ़्तार में बाइक भगाकर, स्टंट करके व मॉडिफाइड बाइक की साइलेंसर की आवाज़ निकालकर वीडियो के लिए लड़कियों की प्रतिक्रिया दर्ज करते है। ऐसे यूटूबर्स व बाइकर्स के खिलाफ पुलिस अधीक्षक यातायात द्वारा महिलाओं की लज्जता का हनन करने के लिए आईपीसी 509 में कार्यवाही करने के आदेश जारी कर दिए है। साथ ही संबंधित सोशल मीडिया एकाउंट भी बंद कर दिए जाएंगे।
राजधानी देहरादून यातायात पुलिस के सम्मुख कई स्थानियो द्वारा बीते समय से शहर में कुछ शरारती तत्वों द्वारा तेज़ रफ़्तार में बाइक दौड़ाने,साइलेंसरो की गड़गड़ाहट व स्टंट करने जैसी तमाम प्रकार की शिकायतें की गई थी। उक्त बाइक राइडर्स द्वारा राह चलते लोगो की जान जोखिम में डालते हुए सड़को पर वाहन दौड़ाया जाता है।
ज्ञात हो कि पुलिस की मीडिया सेल द्वारा इस मामले में जांच करने पर ज्ञात हुआ है कि सोशल मीडिया पर प्रमुखता से सक्रिय रहने वाले यूटूबर्स व कथित इंफ्लुएंसर्स द्वारा अपनी सुपर व मॉडिफाइड बाइक व उसकी रफ्तार के जरिये अपने यु ट्यूब व अन्य सोशल मीडिया एकाउंट्स पर फॉलोवर्स बढ़ाये जाते है।
यातायात पुलिस द्वारा इसी वर्ष की शुरुआत में रैश ड्राइविंग व स्टटिंग में पकड़े गए युवाओं की काउन्सलिंग कर उन्हें समझाया गया था किंतु वर्तमान में पुलिस के सामने जो भी शिकायतें व सोशल मीडिया एकाउंट्स पर वीडियो उजागर हुई है उससे जाहिर है कि युवाओं में उसका कोई असर दिखाई नही दिया है।
पुलिस अधीक्षक यातायात अक्षय कोंडे ने बताया कि बीते कुछ समय से उनके सम्मुख रैश ड्राइविंग खासतौर पर बाइकर्स को लेकर कई शिकायतें आयी है।जिसके संदर्भ ग्रहण करते हुए उनके द्वारा आंतरिक एसओपी जारी की गई है। उन्होंने बताया कि उक्त एसओपी के तहत यातायात पुलिस द्वारा इस वर्ष के जनवरी माह में जिस सोशल मीडिया सेल का गठन किया था उसे पुनः ससक्रिय कर दिया गया है।
जिसके तहत जहां पुलिस टीम द्वारा 70 से 80 की स्पीड में गाड़ी चलाने वाले बाइकर्स की काउन्सलिंग व समझाकर डील किया गया था। किन्तु इस बार यातायात पुलिस द्वारा इस बार शहर के सभी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर, युट्यूब एकाउंट्स, फेसबुक आदि के माध्यम से किसी भी बाइकर को 100 से अधिक की स्पीड में गाड़ी दौड़ाते हुए पकड़ा जाता है या संज्ञान में आता है तो उक्त बाइकर के खिलाफ पुलिस द्वारा सीधे तौर पर एफआईआर दर्ज की जाएगी।
उन्होंने कहा कि यातायात पुलिस की सोशल मीडिया टीम द्वारा इस कार्यवाही में यूटूब की उन सभी वीडियो के आधार पर भी कार्यवाही की जाएगी जिसमें बाइकर्स ‘क्यूट गर्ल्स रिएक्शन’ के तहत स्कूल,कॉलेज आदि क्षेत्रों में व भीड़भाड़ में जाकर अपनी बाइक से साइलेंसर से आवाज़ करने का काम करते है।
उन्हों के बताया कि इनमें उन बाइकर्स के खिलाफ महिलाओं की लज्जता भंग करने पर आईपीसी की धारा 509 के तहत मुदकमा भी दर्ज किया जाएगा। साथ ही उनके द्वारा जिस सोशल मीडिया एकाउंट में प्रदर्शन के लिए वह सभी किया जाता है वह भी बंद कर दिया जाएगा,जिसके संबंध में इंस्टाग्राम, फेसबुक व यूटुब को यातायात पुलिस द्वारा पत्र लिखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि पुलिस टीम को यूटूबर्स की क्रिएटिविटी से कोई दिक्कत नही है किन्तु उनके द्वारा इसकी आड़ में जो आम जनता की सुरक्षा, शांति व्यवस्था से खिलवाड़ किया जाता है वह बर्दाश्त नही किया जाएगा।