
खटीमा, 27 अक्टूबर। देवभूमि उत्तराखंड के सीमांत नगर खटीमा में सोमवार शाम छठ महापर्व की अनुपम छटा देखने को मिली। संजय रेलवे पार्क में आयोजित सूर्य षष्ठी व्रत महोत्सव के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर प्रदेश की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की। यह आयोजन पूर्वांचल सेवा समिति द्वारा भव्य स्तर पर आयोजित किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालु और स्थानीय नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री धामी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने छठ पर्व को “सनातन संस्कृति की उज्ज्वल परंपरा का प्रतीक” बताते हुए कहा कि यह पर्व आस्था, अनुशासन, तपस्या और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का अद्भुत संगम है।
“छठ पूजा केवल अनुष्ठान नहीं, जीवन दर्शन का पर्व है” — मुख्यमंत्री धामी
मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा,
“छठ पूजा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि यह जीवन मूल्यों और पारिवारिक संस्कारों का महापर्व है। यह पर्व हमें प्रकृति, जल और सूर्य के प्रति सम्मान और संतुलन का संदेश देता है।”
उन्होंने कहा कि छठ भारत की उस महान संस्कृति का परिचायक है, जहाँ उगते सूर्य के साथ ही ढलते सूर्य को भी अर्घ्य अर्पित किया जाता है। यह जीवन के हर चरण में संतुलन और समर्पण की भावना सिखाने वाला पर्व है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड तक हर राज्य में छठ पूजा लोक आस्था के साथ मनाई जा रही है। यह पर्व क्षेत्र और भाषा की सीमाओं से परे जाकर भारतीयता की एकजुट भावना को मजबूत करता है।
“खटीमा मेरा घर है, आप मेरा परिवार” — सीएम धामी का भावनात्मक संबोधन
अपने गृह क्षेत्र खटीमा पहुंचकर मुख्यमंत्री धामी भावुक नजर आए। उन्होंने कहा,
“खटीमा तो मेरा घर है और आप सभी मेरा परिवार हैं। यहीं से मैंने जनसेवा की यात्रा शुरू की थी। इस क्षेत्र की हर गली, हर गांव मेरे दिल के बेहद करीब है।”
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने खटीमा के सर्वांगीण विकास के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं।
“हमने खटीमा में हाईटेक बस स्टैंड, आधुनिक आईटीआई और पॉलीटेक्निक कॉलेज, 100 बेड का नया अस्पताल परिसर, और राष्ट्रीय स्तर के अत्याधुनिक खेल स्टेडियम का निर्माण कराया है,” उन्होंने कहा।
सीएम धामी ने बताया कि क्षेत्र में औद्योगिक विकास को गति देने और युवाओं को रोज़गार के अवसर देने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
कनेक्टिविटी, शिक्षा और स्वास्थ्य — खटीमा विकास का नया अध्याय
मुख्यमंत्री ने कहा कि खटीमा और आसपास के क्षेत्रों की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए गदरपुर और खटीमा बाईपास, नौसर पुल, और कई ग्रामीण सड़कों के निर्माण का कार्य चल रहा है।
उन्होंने बताया कि हाल ही में राज्य सरकार ने खटीमा और टनकपुर के बीच भव्य सैन्य स्मारक निर्माण की घोषणा की है, जिस पर जल्द कार्य प्रारंभ होगा।
शिक्षा के क्षेत्र में, राजकीय महाविद्यालय खटीमा में एम.कॉम और एम.एससी. की कक्षाएँ प्रारंभ कराई गई हैं। वहीं, जनजातीय बाहुल्य क्षेत्रों में एकलव्य विद्यालय भी संचालित किए जा रहे हैं।
“खटीमा के विकास में किसी भी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी,” मुख्यमंत्री ने दृढ़ स्वर में कहा।
राज्य विकास के नए कीर्तिमान — रोजगार और पारदर्शिता में अग्रणी उत्तराखंड
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड आज सतत विकास के लक्ष्यों की प्राप्ति में देश का अग्रणी राज्य बन चुका है।
“नीति आयोग की एसडीजी रिपोर्ट में उत्तराखंड देश में प्रथम स्थान पर है। रोजगार सृजन में भी हमने एक वर्ष में 4.4 प्रतिशत की बेरोजगारी दर में कमी लाकर राष्ट्रीय औसत से बेहतर प्रदर्शन किया है,” उन्होंने कहा।
उन्होंने कहा कि पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के तहत 26 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियाँ प्रदान की गई हैं।
“लैंड जिहाद” और “धर्मांतरण” पर सख्ती — धामी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार देवभूमि के सांस्कृतिक स्वरूप और जनसंख्या संतुलन की रक्षा के लिए पूरी तरह संकल्पबद्ध है।
उन्होंने कहा,
“हमने लैंड जिहाद, लव जिहाद और थूक जिहाद जैसी घृणित मानसिकताओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई की है। अब तक 9,000 एकड़ से अधिक सरकारी भूमि को अवैध कब्जों से मुक्त कराया गया है।”
इसके अलावा, 250 से अधिक अवैध मदरसों को सील किया गया है और 500 से अधिक अवैध संरचनाओं को ध्वस्त किया गया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में “ऑपरेशन कालनेमि” चलाया जा रहा है, जिसके तहत सनातन धर्म को बदनाम करने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
समान नागरिक संहिता और नकल विरोधी कानून — उत्तराखंड बना उदाहरण
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है जिसने समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) कानून लागू किया है।
“यह समरस समाज के निर्माण की दिशा में ऐतिहासिक कदम है,” उन्होंने कहा।
उन्होंने जोड़ा कि सख्त नकल विरोधी कानून लाकर राज्य में नकल माफियाओं की रीढ़ तोड़ दी गई है।
राज्य में भ्रष्टाचार के विरुद्ध “जीरो टॉलरेंस नीति” के तहत चार वर्षों में 200 से अधिक भ्रष्ट अधिकारियों को जेल भेजा गया है।
“हमारा संकल्प है — देवभूमि उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना। यह संकल्प आज छठी मईया और भगवान सूर्य नारायण के आशीर्वाद से अवश्य सिद्ध होगा,” उन्होंने कहा।
कार्यक्रम में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, छठ मईया के जयकारों से गूंजा माहौल
संजय रेलवे पार्क में आयोजित सूर्य षष्ठी व्रत महोत्सव में श्रद्धालु महिलाओं ने परंपरागत गीतों और लोकभजन के साथ भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। घाटों पर सुरक्षा और स्वच्छता की विशेष व्यवस्था की गई थी।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष अजय मौर्य, नगर पालिका अध्यक्ष रमेश चंद्र जोशी, दर्जा मंत्री फरजाना बेगम, पूर्व विधायक डॉ. प्रेम सिंह राणा, डीएम नितिन सिंह भदौरिया, एसएसपी मणिकांत मिश्रा सहित कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री के साथ मौजूद जनसमुदाय ने “जय छठी मईया” और “हर हर महादेव” के नारों से वातावरण भक्तिमय बना दिया।
खटीमा में आयोजित छठ महोत्सव केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि लोक आस्था, संस्कृति और विकास का संगम बन गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के संबोधन ने जहां जनता में आत्मीयता और विश्वास का संचार किया, वहीं सरकार की विकास प्रतिबद्धता का भी स्पष्ट संदेश दिया। छठ मईया और सूर्य देव के प्रति अर्पित इस आस्था ने उत्तराखंड की धरती को एक बार फिर एकता, समरसता और सांस्कृतिक गौरव के रंग में रंग दिया।



