
हरिद्वार/ऋषिकेश। उत्तराखंड के ऋषिकेश–हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंगलवार देर रात एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हो गया। मनसा देवी फाटक के समीप तेज रफ्तार XUV 500 कार खड़े ट्रक में पीछे से जा घुसी। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और ट्रक के नीचे फंस गई। इस दर्दनाक हादसे में कार सवार चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
तेज रफ्तार बनी हादसे की वजह
पुलिस के अनुसार XUV 500 (नंबर UK 07 FS 5587) हरिद्वार से ऋषिकेश की ओर जा रही थी। कार की रफ्तार काफी तेज बताई जा रही है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वाहन चालक लगातार अन्य गाड़ियों को ओवरटेक कर रहा था। इसी दौरान अचानक सड़क पर एक जानवर आ गया।
जानवर को बचाने के प्रयास में चालक ने वाहन को बाईं ओर मोड़ा, जिससे कार अनियंत्रित हो गई और सड़क किनारे खड़े ट्रक (नंबर HR 58 A 9751) से जा टकराई। टक्कर इतनी तेज थी कि कार के परखच्चे उड़ गए।
ट्रक के नीचे फंसी कार, क्रेन से काटकर निकाले गए शव
हादसे की सूचना मिलते ही कंट्रोल रूम 112 के माध्यम से पुलिस और आपातकालीन टीमें मौके पर पहुंचीं। ऋषिकेश कोतवाली, श्यामपुर चौकी और आईडीपीएल चौकी की पुलिस टीम ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया।
कार ट्रक के नीचे बुरी तरह फंसी हुई थी। क्रेन और कटर की मदद से कार को काटकर अलग किया गया। काफी मशक्कत के बाद चारों शव बाहर निकाले जा सके। सभी को एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
दो मृतकों की हुई पहचान
पुलिस की प्रारंभिक जांच में चार मृतकों में से दो की पहचान कर ली गई है—
- धीरज जायसवाल (30)
पुत्र: दीनबंधु जायसवाल
निवासी: चंद्रेश्वर नगर, दुर्गा मंदिर रोड, ऋषिकेश - हरिओम (22)
पुत्र: अरविंद कुमार
निवासी: हनुमान मंदिर, गुमानीवाला, ऋषिकेश
बाकी दो मृतकों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। पुलिस उनके दस्तावेजों और अन्य सुरागों के आधार पर शिनाख्त करने का प्रयास कर रही है।
कार मालिक से नहीं हो सका संपर्क
कार के रजिस्ट्रेशन के आधार पर वाहन मालिक की पहचान सोनू कुमार, निवासी चंद्रेश्वर मार्ग, ऋषिकेश के रूप में हुई है। पुलिस ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन अब तक फोन रिसीव नहीं हुआ है।
पुलिस कर रही है विस्तृत जांच
ऋषिकेश कोतवाली प्रभारी केसी भट्ट ने बताया कि हादसे की विस्तृत जांच की जा रही है। प्रारंभिक तौर पर दुर्घटना का कारण तेज रफ्तार और अचानक सड़क पर आए जानवर को बचाने के दौरान वाहन का नियंत्रण खोना माना जा रहा है।
पुलिस ने ट्रक चालक से पूछताछ शुरू कर दी है और दुर्घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
लगातार बढ़ रहे हैं हाईवे हादसे
इस हादसे ने एक बार फिर उत्तराखंड के हाईवे पर तेज रफ्तार और लापरवाही से वाहन चलाने के खतरे को उजागर कर दिया है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस मार्ग पर रात्रि गश्त, स्पीड कंट्रोल और चेतावनी संकेत बढ़ाने की मांग की है।



