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Uttarakhand: क्रिएटर्स मीट–2025 में बोले सीएम धामी: “सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अब सोशल चेंज मेकर्स, उत्तराखंड को डिजिटल युग में नई पहचान दिला सकते हैं”

देहरादून, 08 दिसंबर 2025। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को देहरादून में आयोजित “उत्तराखंड क्रिएटर्स मीट–2025” में सोशल मीडिया क्रिएटर्स, इन्फ्लुएंसर्स और डिजिटल उद्यमियों को संबोधित करते हुए कहा कि डिजिटल युग में कंटेंट क्रिएटर्स केवल मनोरंजन का स्रोत नहीं, बल्कि समाज में बदलाव लाने वाले “सोशल चेंज मेकर्स” बन चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया ने शासन, समाज और संवाद के ढांचे को पूरी तरह बदल दिया है और अब यह सरकार–जनता के बीच सबसे मजबूत सेतु बन गया है।


“एक ट्वीट से होता है तत्काल समाधान”—सीएम धामी

मुख्यमंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया के कारण अब शासन का ढांचा पूरी तरह बदला है।
उन्होंने कहा:
“पहले किसी समस्या के समाधान के लिए कार्यालयों में बार–बार जाना पड़ता था, अब एक ट्वीट से तत्काल कार्रवाई होती है। आज मुख्यमंत्री कार्यालय और सभी विभाग सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं। जनता की हर आवाज अब सीधे हम तक पहुँच रही है।”

सीएम ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिजिटल दृष्टि से प्रेरित होकर उत्तराखंड सरकार ने भी डिजिटल उत्तराखंड के निर्माण को प्राथमिकता दी है। पारदर्शिता, जवाबदेही और त्वरित शासन के लिए सोशल मीडिया सबसे बड़ी ताकत बन चुका है।


सोशल मीडिया नीति 2026 की झलक: क्रिएटर्स को मिलेंगे बड़े अवसर

राज्य की आगामी सोशल मीडिया नीति पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 2026 तक उत्तराखंड की नई सोशल मीडिया पॉलिसी लागू कर दी जाएगी। यह नीति—

  • डिजिटल माध्यमों पर सरकारी योजनाओं के प्रभावी प्रसारण
  • युवाओं व क्रिएटर्स के लिए नए अवसर
  • पर्यटन, संस्कृति और लोक उत्पादों के वैश्विक प्रचार
  • और सरकार–जनता संवाद को मजबूत करने

के उद्देश्य से तैयार की जा रही है।

सीएम ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि क्रिएटर्स को राज्य के विकास का साझेदार बनाया जाए और उन्हें उस डिजिटल शक्ति से जोड़ने का अवसर दिया जाए जो उत्तराखंड को नई पहचान दे सकती है।


भ्रामक खबरों पर सख्त—“फैक्ट-चेक करें और सच जनता तक पहुँचाएँ”

मुख्यमंत्री धामी ने सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों और गलत जानकारियों को लेकर चिंता व्यक्त की।
उन्होंने कहा:

“सोशल मीडिया की शक्ति जितनी बड़ी है, उसका दुरुपयोग उतना ही खतरनाक है। कुछ लोग अफवाहें फैलाकर समाज में भ्रम पैदा करते हैं। ऐसे में आप सभी का कर्तव्य है कि किसी भी भ्रामक खबर का फैक्ट-चेक करें और सच्चाई लोगों तक पहुँचाएँ।”

मुख्यमंत्री ने सभी क्रिएटर्स से रचनात्मकता, जिम्मेदारी और नैतिकता को प्राथमिकता देने की अपील की।


नेगेटिव कंटेंट क्रिएटर्स पर निशाना—“व्यूज की दौड़ में नैतिकता न भूलें”

सीएम धामी ने कहा कि कुछ कंटेंट क्रिएटर्स सिर्फ व्यूज और फॉलोअर्स की दौड़ में नकारात्मक या भड़काऊ सामग्री प्रसारित करते हैं, जिससे समाज की छवि को नुकसान पहुँचता है।

उन्होंने स्पष्ट कहा:

“प्रसिद्धि की होड़ में समाज, धर्म, सरकार या प्रदेश की छवि को प्रभावित करने वाली सामग्री प्रस्तुत करना गलत है। क्रिएटर्स को अपनी सामाजिक जिम्मेदारी समझनी चाहिए।”


विकसित भारत–श्रेष्ठ भारत @2047 में उत्तराखंड की भूमिका

एक युवा इन्फ्लुएंसर के प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत–श्रेष्ठ भारत 2047” के विज़न में उत्तराखंड की भूमिका स्पष्ट करते हुए कहा कि—

  • विकसित भारत का आधार तभी मजबूत होगा जब देश के हर गांव, ब्लॉक, तहसील और जिला सशक्त होगा।
  • उत्तराखंड में बुनियादी ढांचा, पर्यटन, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तीकरण और उद्यमिता सभी क्षेत्रों में तेज़ी से काम जारी है।
  • हेली कनेक्टिविटी के विस्तार से पर्वतीय क्षेत्रों में आवागमन आसान हुआ है।
  • राज्य की GSDP दोगुनी हो चुकी है और आर्थिक गतिविधियों में तेज़ वृद्धि हुई है।

सीएम ने कहा कि इस बदलाव को आगे बढ़ाने में युवाओं और क्रिएटर्स की भूमिका बेहद अहम है।


निवेश, पर्यटन और औद्योगिक विकास में ऐतिहासिक प्रगति

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बताया कि—

  • ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और रोड शो के जरिये 3.56 लाख करोड़ रुपये के MOU साइन हुए।
  • इनमें से 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की ग्राउंडिंग हो चुकी है।
  • पर्यटन में हर साल नए रिकॉर्ड बन रहे हैं।
  • शीतकालीन यात्रा (Winter Tourism) के क्षेत्र में बड़े सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।

सीएम ने कहा कि क्रिएटर्स यदि उत्तराखंड के पर्यटन, प्राकृतिक सौंदर्य, संस्कृति और उत्पादों को विश्व स्तर पर प्रमोट करें, तो यह राज्य की अर्थव्यवस्था पर सीधा सकारात्मक प्रभाव डालेगा।


महिला सशक्तीकरण: “उत्तराखंड की मातृशक्ति ने देश के सामने मिसाल रखी”

महिलाओं की भूमिका पर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि—

  • उत्तराखंड की मातृशक्ति स्वरोज़गार, स्वयं सहायता समूहों, लोक उत्पादों और हस्तशिल्प में देश के सामने उदाहरण प्रस्तुत कर रही है।
  • महिलाओं द्वारा बनाए गए कई स्थानीय उत्पाद मल्टीनेशनल कंपनियों से बेहतर गुणवत्ता वाले हैं।
  • सरकार महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण के लिए लगातार नई योजनाएँ लागू कर रही है।

उन्होंने कहा कि क्रिएटर्स स्थानीय उत्पादों और महिला उद्यमियों की कहानियों को प्रमोट कर एक बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं।


भ्रष्टाचार पर सरकार का ‘ज़ीरो टॉलरेंस’

एक क्रिएटर द्वारा पूछे गए प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि—

  • भ्रष्टाचार के खिलाफ राज्य में ज़ीरो टॉलरेंस नीति लागू है।
  • अब तक 200 से अधिक अधिकारियों–कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है।
  • पारदर्शिता, दक्षता और जवाबदेही को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।

सीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई आगे भी पूरी दृढ़ता से जारी रहेगी।


“कंटेंट क्रिएटर्स उत्तराखंड की तस्वीर बदल सकते हैं”

मुख्यमंत्री ने कहा:

“एक क्रिएटर की एक सकारात्मक स्टोरी किसी छोटे कारीगर को राष्ट्रीय पहचान दिला सकती है। आप पर्यटन, संस्कृति, लोक उत्पादों और पहाड़ की असली कहानियाँ दुनिया तक पहुँचाकर राज्य की छवि और अर्थव्यवस्था दोनों को मजबूत कर सकते हैं।”

उन्होंने कहा कि यदि किसी भी समस्या या जनहित की जानकारी क्रिएटर्स तक पहुँचती है तो वे उसे तुरंत सरकार तक पहुँचाएँ, और उस पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।


कार्यक्रम में बड़ी संख्या में युवा क्रिएटर्स शामिल

कार्यक्रम में प्रमुख सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, प्रसिद्ध जागर गायक प्रीतम भरतवाण सहित बड़ी संख्या में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और डिजिटल क्रिएटर्स मौजूद रहे।

सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड को देश का सर्वोत्तम राज्य बनाने के “विकल्प रहित संकल्प” को आगे बढ़ाने में youth creators सबसे महत्वपूर्ण भागीदार बनेंगे।

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