
हरिद्वार, 31 अक्टूबर: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को हरिद्वार में आयोजित “देवभूमि रजत उत्सव 2025” कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए राज्य निर्माण में अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले आंदोलनकारियों और मातृशक्ति को नमन किया। उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना की रजत जयंती केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि यह उन वीरों और महिलाओं के प्रति भावांजलि अर्पित करने का अवसर है जिन्होंने उत्तराखंड राज्य के निर्माण के लिए अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रजत जयंती उत्सव उत्तराखंड के गौरवशाली इतिहास, लोक संस्कृति और आत्मबल का प्रतीक है। “यह सिर्फ उत्सव नहीं, बल्कि हमारी सामूहिक स्मृति और संकल्प का उत्सव है,” उन्होंने कहा।
“अनेक चुनौतियों से घिरा था राज्य, आज विकास के नए मानक स्थापित कर रहा उत्तराखंड”
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि वर्ष 2000 में जब उत्तराखंड अस्तित्व में आया, तब यह नवजात राज्य भौगोलिक कठिनाइयों, सीमित संसाधनों और बुनियादी ढांचे की कमी जैसी अनेक चुनौतियों से जूझ रहा था।
“लेकिन देवभूमि के लोगों के मन में यह अटूट विश्वास था कि चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ आएं, हम अपने राज्य को विकास के पथ पर अग्रसर करेंगे,” उन्होंने कहा।
मुख्यमंत्री ने गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि 25 वर्षों में उत्तराखंड ने न केवल इन चुनौतियों को पार किया है, बल्कि आज विकास, पर्यटन और निवेश के क्षेत्र में नए मानक स्थापित कर रहा है।
“गौरवशाली इतिहास और समृद्ध संस्कृति का प्रतीक है रजत उत्सव”
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की पहचान केवल प्राकृतिक सुंदरता से ही नहीं, बल्कि उसकी सांस्कृतिक विरासत और लोक परंपराओं से भी है।
“देवभूमि रजत उत्सव हमारे सांस्कृतिक गौरव की झलक है। यहां आयोजित प्रदर्शनी और लोक कलाओं की प्रस्तुतियों के माध्यम से हम यह संदेश दे रहे हैं कि उत्तराखंड अपनी परंपराओं में रचा-बसा होने के साथ भविष्य की ओर भी दृढ़ता से आगे बढ़ रहा है,” मुख्यमंत्री ने कहा।
“गांव से शहर तक, मातृशक्ति से श्रमशक्ति तक – हर वर्ग के लिए योजनाएं”
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड सरकार ने गांवों से लेकर शहरों तक, किसानों से लेकर युवाओं तक, और मातृशक्ति से लेकर श्रमशक्ति तक प्रत्येक वर्ग के लिए योजनाएं बनाई हैं।
उन्होंने कहा, “हमने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, खेल, पेयजल और हवाई कनेक्टिविटी के क्षेत्र में सुदूर पर्वतीय इलाकों तक आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पहुंचाया है।”
मुख्यमंत्री ने लोकल फॉर वोकल, मेक इन इंडिया और स्टार्टअप इंडिया जैसे अभियानों को राज्य के विकास का आधार बताते हुए कहा कि इन पहलों से स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है और युवा उद्यमिता को प्रोत्साहन प्राप्त हो रहा है।
“कठोर निर्णय भी जनता के हित में लिए गए”
मुख्यमंत्री धामी ने अपने कार्यकाल के दौरान लिए गए कठोर लेकिन जनहितकारी निर्णयों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने धर्मांतरण विरोधी कानून, दंगारोधी कानून, नकल विरोधी कानून और समान नागरिक संहिता (UCC) जैसे कदम राज्य की सामाजिक और प्रशासनिक व्यवस्था को मजबूत करने के लिए उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि “ऑपरेशन कालनेमि” जैसे अभियानों ने अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाया है, जबकि ‘जीरो टॉलरेंस नीति’ के तहत भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी है।
“हरिद्वार के चहुंमुखी विकास के लिए अनेक परियोजनाओं पर काम”
मुख्यमंत्री ने हरिद्वार के सर्वांगीण विकास की दिशा में चल रही परियोजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि
- शहर में 186 करोड़ रुपये से सीवरेज नेटवर्क निर्माण
- 187 करोड़ रुपये से पेयजल परियोजनाएं
- मेडिकल कॉलेज और लालढांग में मॉडल डिग्री कॉलेज की स्थापना
- हरिद्वार-ऋषिकेश कॉरिडोर की डीपीआर तैयार हो चुकी है
- हेलीपोर्ट निर्माण और हरकी पैड़ी से चंडी देवी तक रोपवे परियोजना पर भी तेजी से कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हम हरिद्वार को काशी विश्वनाथ और उज्जैन महाकाल कॉरिडोर की तर्ज पर भव्य और दिव्य रूप में विकसित कर रहे हैं।”
“कुंभ कार्यों में अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी”
मुख्यमंत्री धामी ने स्पष्ट चेतावनी दी कि कुंभ 2027 के लिए चल रहे निर्माण कार्यों में किसी भी प्रकार की अनियमितता या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा, “अधिकारी और कार्यदायी संस्थाएं गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य करें, अन्यथा सख्त कार्रवाई के लिए तैयार रहें। हमारा उद्देश्य हरिद्वार को विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त बनाना है।”
“डिजिटल इंडिया की गाथा सुनाने पहुंचा एआई रोबोट”
कार्यक्रम का एक विशेष आकर्षण था एआई रोबोट की प्रस्तुति, जिसने मंच से “डिजिटल इंडिया” की सफलता गाथा सुनाई। रोबोट ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुए डिजिटल परिवर्तन का उल्लेख करते हुए बताया कि कैसे भारत आज विश्व का टेक्नोलॉजी हब बन चुका है।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने इस नवाचार का तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और अधिकारी रहे मौजूद
इस अवसर पर हरिद्वार मेयर किरण जैसल, रुड़की मेयर अनीता अग्रवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी, रानीपुर विधायक आदेश चौहान, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, दर्जाधारी राज्य मंत्री विनय रुहेला, सुनील सैनी, श्यामवीर सैनी, शोभाराम प्रजापति, ओमप्रकाश जमदग्नि, भाजपा जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा, रुड़की जिलाध्यक्ष डॉ. मधु सिंह, शिवालिक नगर पालिका अध्यक्ष राजीव शर्मा, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
“राज्य की प्रगति में जनता की भागीदारी ही सबसे बड़ा संबल”
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन के अंत में कहा, “राज्य आंदोलनकारियों का बलिदान और जनता की भागीदारी ही हमारे विकास की असली ताकत है। आने वाले 25 वर्ष उत्तराखंड को विकसित राज्य बनाने की दिशा में निर्णायक होंगे।” उन्होंने प्रदेशवासियों से अपनी लोक परंपराओं, संस्कृति और मूल्यों को सहेजते हुए “विकसित उत्तराखंड – विकसित भारत” के संकल्प को आगे बढ़ाने का आह्वान किया।



