
बोधन (तेलंगाना): ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर केंद्र सरकार पर सीधा निशाना साधा है। तेलंगाना के बोधन में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को जारी रखने की मांग की और हमला करने वाले आतंकियों को जल्द से जल्द पकड़ने की बात कही।
ओवैसी के बयान की अहम बातें:
- “पहलगाम का बदला लिया जाए, ऑपरेशन सिंदूर रुके नहीं”
- “26 लोगों को उनका धर्म पूछकर मारा गया, जिम्मेदारों को पकड़ा जाए”
- “अगर मनोज सिन्हा जिम्मेदारी ले रहे हैं तो इस्तीफा दें”
- “मोदी सरकार की यह सुरक्षा विफलता है”
सभा के दौरान ओवैसी ने कहा,
“जब तक उन चार आतंकियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता जिन्होंने निर्दोष लोगों को उनका मज़हब पूछकर मौत के घाट उतारा, तब तक ऑपरेशन सिंदूर रुकना नहीं चाहिए। पहलगाम हमला मोदी सरकार की सुरक्षा चूक का एक जीता-जागता उदाहरण है।”
उपराज्यपाल पर तीखा हमला
ओवैसी ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की उस टिप्पणी पर भी सवाल खड़े किए जिसमें उन्होंने हमले की आंशिक जिम्मेदारी ली थी। ओवैसी ने तंज कसते हुए कहा,
“घटना के तीन महीने बाद जिम्मेदारी लेने से क्या फायदा? अगर आप वाकई जिम्मेदार हैं तो फिर पद पर क्यों बने हुए हैं?”
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का जवाब: “जवाबी कार्रवाई जारी है”
इसी मामले पर बुधवार को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि हमले में शामिल आतंकवादियों की पहचान हो चुकी है और सुरक्षा बल उन्हें जल्द ही मार गिराएंगे।
सिन्हा का बयान:
“ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए हमने पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया है। हमलावरों का जिंदा बचना अब नामुमकिन है। जल्द अच्छी खबरें आएंगी, लेकिन तारीख अभी नहीं बताई जा सकती।”
सिन्हा ने यह भी कहा कि पिछले पांच वर्षों में कई बड़े आतंकी नेटवर्क का सफाया कर दिया गया है और कश्मीर में शांति को भंग करने की कोई भी कोशिश सफल नहीं होगी।
क्या है पहलगाम हमला?
📍 तारीख: 22 अप्रैल 2025
📍 स्थान: पहलगाम, जम्मू-कश्मीर
📍 हमला: चार आतंकियों ने एक बस पर हमला कर 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी।
📍 शिकार: अधिकतर पीड़ित पर्यटक थे।
📍 जवाब: केंद्र सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत सर्च और काउंटर ऑपरेशन शुरू किया।