
नैनीताल: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जल जीवन मिशन के तहत कार्यों में लापरवाही बरतने वाले अधीक्षण अभियंता शिवम द्विवेदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह सख्त कदम शुक्रवार को कुमाऊं मंडल में आयोजित उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान लिया गया, जिसमें मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों में हो रही देरी और अधिकारियों की जवाबदेही को लेकर गंभीर रुख अपनाया।
काशीपुर में जल जीवन मिशन के काम में देरी पर सख्त नाराज़गी
बैठक के दौरान जब मुख्यमंत्री ने काशीपुर क्षेत्र में जल जीवन मिशन की प्रगति को लेकर जिलाधिकारी से सवाल किया, तो पता चला कि अधीक्षण अभियंता आदेशों का पालन नहीं कर रहे हैं, जिससे कार्यों में अनावश्यक विलंब हो रहा है। इस पर मुख्यमंत्री ने तत्काल कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत को निर्देश देते हुए अभियंता को निलंबित करने के आदेश दिए।
जनता तक योजनाएं न पहुंचने पर कड़ी चेतावनी
सीएम धामी ने स्पष्ट कहा, “कोई भी अधिकारी यदि जनहित से जुड़ी योजनाओं में लापरवाही बरतेगा या भ्रष्टाचार में संलिप्त पाया जाएगा, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।” उन्होंने सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे निर्धारित समयसीमा में गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करें और अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचाएं।
सीएम ने विकास कार्यों की दी दिशा:
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जमरानी बांध परियोजना: मास्टर प्लान पूर्ण, मानसून से पहले मुख्य निर्माण कार्य शुरू होगा।
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सूखाताल पुनर्जीवन: 29.16 करोड़ की लागत से संवर्धन कार्य तेज़ी से जारी।
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कैंची धाम सौंदर्यीकरण: 28.15 करोड़ की लागत से विकास कार्य प्रगति पर।
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पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज: बजट दोगुना किया गया।
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अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज: मास्टर प्लान पर कार्यवाही तेज।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार अब भ्रष्टाचार के मामलों में सीधा और निर्णायक हस्तक्षेप करेगी। दोषियों को निष्पक्ष सुनवाई का मौका दिया जाएगा, लेकिन दोष सिद्ध होने पर कड़ी सजा तय है।