
भराड़ीसैंण (गैरसैंण), 19 अगस्त (राज्य ब्यूरो): उत्तराखंड विधानसभा के भराड़ीसैंण (गैरसैंण) सत्र में मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 5315 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया। मीडिया से वार्ता करते हुए सीएम धामी ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” मंत्र पर आधारित बताया। उन्होंने कहा कि यह बजट राज्य की सतत और समावेशी विकास यात्रा का दस्तावेज़ है।
मानव पूंजी और समावेशी विकास पर फोकस
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुपूरक बजट का मुख्य उद्देश्य राज्य की मानव पूंजी में निवेश और हर वर्ग के समावेशी विकास को सुनिश्चित करना है। किसानों, श्रमिकों, महिलाओं, युवाओं, सुरक्षा बलों, गरीब तबके और पत्रकारों तक सभी के कल्याण के लिए प्रावधान किए गए हैं।
कल्याणकारी योजनाओं को प्राथमिकता
बजट में विद्युत टैरिफ सब्सिडी, स्वास्थ्य योजनाएं, प्रधानमंत्री आवास योजना, पुलिसकर्मियों के आवास, तीमारदारों के लिए विश्राम गृह, शहीद एवं पत्रकार कल्याण कोष जैसी योजनाओं को विशेष स्थान दिया गया है।
आपदा प्रबंधन और पर्यावरण संतुलन
सीएम धामी ने बताया कि बजट में आपदा न्यूनीकरण और पर्यावरणीय संतुलन पर विशेष ध्यान दिया गया है। भू-धसाव, भूकंप जोखिम, स्प्रिंग मैपिंग और आपदा राहत के लिए प्रभावी वित्तीय प्रावधान किए गए हैं। उनका कहना था—
“हमारी प्राथमिकता ‘इकोलॉजी और इकोनॉमी’ के बीच संतुलन बनाने की है।”
बुनियादी ढांचा और पर्यटन विकास
अनुपूरक बजट में रिस्पना-बिंदाल एलिवेटेड रोड, पंतनगर एयरपोर्ट विस्तार, कुंभ मेला अवसंरचना और पर्यटन विकास परियोजनाओं को भी अहमियत दी गई है। सीएम ने कहा कि सरकार ऋषिकेश को योग नगरी और हरिद्वार को आध्यात्मिक पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा
राज्य सरकार ने नंदा राजजात यात्रा और शारदा रिवर फ्रंट जैसे सांस्कृतिक-धार्मिक आयोजनों के लिए भी बजटीय प्रावधान किए हैं। मुख्यमंत्री ने इसे उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करने की दिशा में अहम कदम बताया।
“नए उत्तराखंड की ओर एक कदम”
मुख्यमंत्री धामी ने बजट को “नए उत्तराखंड” की दिशा में मजबूत कदम करार दिया। उन्होंने जनता से अपील की—
“मैं राज्य की जनता से आह्वान करता हूं कि इस विकास यात्रा में हमारा साथ दें।”