
नीट पेपर लीक केस को लेकर सीबीआई ने बताया कि उसने 23 जून 2024 से नीट पेपर चोरी और लीक मामले की जांच शुरू की। सीबीआई ने पटना के शास्त्रीनगर थाने में दर्ज एफआईआर नंबर 358/2024 केस को टेकओवर किया और जांच शुरू की। आईपीसी की धारा 407,408,409,120बी के तहत दर्ज पटना पुलिस की एफआईआर को टेकओवर करके सीबीआई जांच शुरू हुई। अवैध तरीके से चुराए गए पेपर्स को अलग अलग मेडिकल स्टूडेंट्स से 5 मई को सुबह ही सॉल्वर गैंग ने सॉल्व कराया गया और सिलेक्टेड स्टूडेंट्स जिन्होंने पैसे दिए थे उनको शेयर किया गया। सॉल्वर गैंग और अलग-अलग मेडिकल कॉलेज के मेडिकल स्टूडेंट्स को पहचाना गया और गिरफ्तार किया गया।
जांच में पता लगा कि नीट पेपर झारखंड के हजारीबाग के OASIS स्कूल से 5 मई 2024 यानी पेपर वाले दिन सुबह पंकज उर्फ आदित्या उर्फ़ साहिल ने एक्सेस किया। पंकज मास्टमाइंड है जिसने स्कूल के प्रिंसिपल, एंटीए कॉर्डिनेटर, सेंटर सुपरिटेंडेंट वायस प्रिंसिपल के साथ मिलकर पेपर चोरी किया। पंकज फरार चल रहा था। इसकी लोकेशन ट्रेस करके उसे गिरफ्तार किया गया। स्कूल के प्रिंसिपल अहसानुलहक, वाइस प्रिंसपल और दूसरे एसोसिट्स को सीबीआई ने गिरफ्तार किया। अभी तक की जांच में सीबीआई ने 33 जगहो पर छापेमारी की, 36 आरोपियों को गिरफ्तार किया जिनमें से 15 गिरफ्तारियां बिहार पुलिस ने की थी वो भी सीबीआई की कस्टसी में है। सीबीआई की जांच लगातार डे टू डे बेसिस पर चल रही है।