
शिमला/मंडी: हिमाचल प्रदेश एक बार फिर प्रकृति के कहर से जूझ रहा है। मंडी जिले के चौहारघाटी गांव में शनिवार देर रात बादल फटने की घटना सामने आई, जिससे पूरे इलाके में तबाही मच गई। इस घटना में तीन पुल बह गए हैं, खेतों को भारी नुकसान पहुंचा है और कई रास्ते बंद हो गए हैं।
बीते कुछ दिनों में प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। अब तक कुल 19 बादल फटने की घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं, जिनमें 72 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 37 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।
मौसम विभाग ने हिमाचल के कई इलाकों में रविवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इसके मद्देनज़र प्रदेश सरकार ने राहत और बचाव कार्यों को तेज़ करने के निर्देश दिए हैं।
सीएम सुक्खू ने दी जानकारी, सरकार अलर्ट मोड पर
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार पूरी तरह सतर्क है और प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य युद्धस्तर पर चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि मंडी में विशेष राहत टीमें भेजी गई हैं, और स्थानीय प्रशासन को हरसंभव मदद दी जा रही है।
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने खुद मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया, जबकि PWD मंत्री सड़कों की स्थिति और मरम्मत कार्यों का निरीक्षण कर रहे हैं।
प्राकृतिक आपदा से जूझता हिमाचल
राज्य में इस मानसून सीज़न में भारी बारिश और भूस्खलन से जनजीवन पूरी तरह प्रभावित है। कई इलाके पूरी तरह से सड़क संपर्क से कट गए हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से यात्रा न करें और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें।