
उत्तराखण्ड: देवभूमि महासभा द्वारा आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष प्रमोद कपरूवाण शास्त्री ने कहा की “जम्मू कश्मीर से 370 हटाने का फैसला ऐतिहासिक रहा इस फैसले से केंद्र सरकार की निर्णय लेने की क्षमता का स्वागत किया गया” उन्होंने आगे कहा कि “सुप्रीम कोर्ट द्वारा जो ऐतिहासिक निर्णय लिया गया उसकी प्रशंसा पूरे देश में होनी चाहिए. और केंद्र सरकार द्वारा जिस तरह से निर्भीक तरीके से जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने के निर्णय ने साबित किया है कि केंद्र सरकार के नेतृत्व में देश की एकता और अखंडता सुरक्षित हाथों में है इस फैसले से देश के लोगों में एक आशा यह भी जगी है की आने वाले समय में पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर भी भारत के हिस्से में आएगा”.
उन्होंने आगे कहा कि “जिस तरह से 370 से जम्मू कश्मीर के लोगों को आजादी मिली वह बहुत ही स्वागत योग्य है सुप्रीम कोर्ट और केंद्र सरकार के इस निर्णय की पूरे देश में प्रशंसा होनी चाहिए. महासभा इस इस निर्णायक फैसले का दिल से स्वागत करती है. और केंद्र सरकार से मांग करती है की अन्य राज्यों की तरह इस राज्य में भी शीघ्र ही विधानसभा और अन्य चुनाव कराई जाएं जिससे जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र बहाल हो सके”.
इस अवसर पर पूर्व प्रधानाचार्य देवभूमि महासभा के केंद्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद सेमवाल ने कहा कि “एक विधान एक संविधान नियुक्त होने पर सुप्रीम कोर्ट एवं केंद्र सरकार का आभार जताया उन्होंने कहा अन्य राज्यों की तरह जम्मू कश्मीर में भी भारतीय लोकतंत्र की स्थापना होगी जिससे जम्मू कश्मीर के लोगों को लाभ मिलेगा आज 21वीं सदी का भारत विकास की राह पर निरंतर आगे बढ़ रहा है. और यह हमारे लोकतंत्र की खूबसूरती है कि हमारे देश में अनेकता में एकता है. इसी सूत्र को लेकर के देश लगातार नए आयाम स्थापित कर रहा है. इस अवसर पर केंद्रीय महामंत्री नरेश आनंद नौटियाल, केंद्रीय सचिव अनुराग कुकरेती, केंद्रीय उपाध्यक्ष मूलचंद शिरस्वाल, महानगर अध्यक्ष सुनील नौटियालक, जिला अध्यक्ष सुनील थपलियाल, मनवीर सिंह नेगी, गिरिजेश बहुगुणा व आदि लोग उपस्थित रहे।