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झारखंड के तीसरे जेल जाने वाले IAS अधिकारी बने विनय चौबे, छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में गिरफ्तारी

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रांची : झारखंड सरकार के पंचायती राज विभाग के सचिव विनय कुमार चौबे को छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले के मामले में मंगलवार को रांची से गिरफ्तार किया गया। उन्हें छत्तीसगढ़ की एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने कई घंटे की पूछताछ के बाद हिरासत में लिया। उनके साथ झारखंड उत्पाद विभाग के अधिकारी गजेंद्र सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है।

विनय कुमार चौबे अब राज्य के तीसरे ऐसे भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी बन गए हैं जो सेवारत पद पर रहते हुए जेल गए हैं। इससे पहले पूजा सिंघल और छवि रंजन जैसे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी भी भ्रष्टाचार के मामलों में जेल जा चुके हैं।

IAS पूजा सिंघल: 19 करोड़ की बरामदगी, 28 महीने की जेल

2000 बैच की IAS अधिकारी पूजा सिंघल को मनरेगा घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 11 मई 2022 को गिरफ्तार किया था। उनके और उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान 19.31 करोड़ रुपये नकद बरामद किए गए थे।
लगभग 28 महीने जेल में रहने के बाद, 7 दिसंबर 2024 को BNS कानून के तहत उन्हें रिहा किया गया।
राज्य सरकार ने उनका निलंबन रद्द कर उन्हें आईटी सचिव पद पर फिर से नियुक्त कर दिया है।

IAS छवि रंजन: सेना की जमीन घोटाले में गिरफ्तारी

पूर्व रांची उपायुक्त छवि रंजन को 4 मई 2023 को ईडी ने गिरफ्तार किया था। उन पर राजधानी रांची में सेना की जमीन की फर्जी खरीद-बिक्री में संलिप्तता का आरोप है।
उनके खिलाफ बरियातू और चेशायर होम रोड स्थित ज़मीनों के कागज़ों में हेराफेरी और गिरोह से सांठगांठ का मामला भी दर्ज है।
हालांकि उन्हें एक मामले में जमानत मिल चुकी है, मगर अन्य मामलों में राहत नहीं मिलने के कारण वह अब भी होटवार जेल में बंद हैं।

IAS विनय चौबे: शराब घोटाले में फंसे

IAS विनय कुमार चौबे की गिरफ्तारी ने राज्य प्रशासन को एक बार फिर हिला कर रख दिया है।
उन पर आरोप है कि उन्होंने छत्तीसगढ़ में शराब की अवैध बिक्री और घोटाले में प्रशासनिक संरक्षण प्रदान किया।
ACB की पूछताछ में घोटाले से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज और संवाद सामने आने के बाद, उन्हें 20 मई 2025 को गिरफ्तार किया गया।

📌 तीनों IAS की गिरफ्तारी एक सिस्टम पर सवाल

झारखंड में लगातार प्रशासनिक पदों पर बैठे वरिष्ठ अधिकारियों की गिरफ्तारी ने राज्य की ब्यूरोक्रेसी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
तीनों मामले न केवल भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा को दिखाते हैं, बल्कि यह भी दर्शाते हैं कि जवाबदेही और निगरानी प्रणाली में किस हद तक खामियां हैं।

नाम मामला एजेंसी गिरफ्तारी की तारीख वर्तमान स्थिति
पूजा सिंघल मनरेगा घोटाला, 19 करोड़ नकद ED 11 मई 2022 जमानत पर बाहर, आईटी सचिव
छवि रंजन सेना जमीन घोटाला ED 4 मई 2023 जेल में बंद
विनय कुमार चौबे शराब घोटाला, ACB कार्रवाई ACB छत्तीसगढ़ 20 मई 2025 हिरासत में

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