
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार सुबह 11 बजे अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 125वें संस्करण में राष्ट्र को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने देश के अलग-अलग हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन से हुई तबाही का ज़िक्र करते हुए कहा कि इन आपदाओं ने हर भारतीय को गहराई से दुखी किया है।
पीएम मोदी ने कहा, “इस मानसून के मौसम में प्राकृतिक आपदाएं देश की परीक्षा ले रही हैं। पिछले कुछ हफ़्तों में हमने बाढ़ और भूस्खलन से भारी तबाही देखी है। घर तबाह हो गए, खेत जलमग्न हो गए। पुल और सड़कें बह गईं और कई लोगों की जान भी गई। जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनका दर्द हम सबका दर्द है।”
राहत और बचाव में जुटे दलों की सराहना
प्रधानमंत्री ने कहा कि संकट की इस घड़ी में सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ समेत सभी बचाव दलों ने दिन-रात काम किया। तकनीक का भी बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हुआ—थर्मल कैमरे, लाइव डिटेक्टर, स्निफर डॉग्स और ड्रोन से निगरानी की गई। हेलीकॉप्टर से राहत सामग्री पहुंचाई गई और घायलों को एयरलिफ्ट किया गया।
पीएम मोदी ने कहा, “आपदा की घड़ी में सेना मददगार बनकर सामने आई। स्थानीय लोग, सामाजिक कार्यकर्ता, डॉक्टर और प्रशासन—हर किसी ने हर संभव प्रयास किया। मैं हर उस नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ, जिन्होंने इस समय मानवीयता को सबसे ऊपर रखा।”
जम्मू-कश्मीर की दो उपलब्धियां भी गिनाईं
आपदा की चर्चा के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर में हाल की दो अहम उपलब्धियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि पुलवामा जिले में पहली बार रिकॉर्ड संख्या में लोग एक स्टेडियम में एकत्र हुए और यहां पहला डे-नाइट क्रिकेट मैच खेला गया। यह मुकाबला ‘रॉयल प्रीमियर लीग’ का हिस्सा था, जिसमें जम्मू-कश्मीर की कई टीमें हिस्सा ले रही हैं।
पीएम मोदी ने कहा, “पहले ये नामुमकिन लगता था, लेकिन अब मेरा देश बदल रहा है। पुलवामा का यह डे-नाइट क्रिकेट मैच जम्मू-कश्मीर के युवाओं के लिए नई उम्मीद और आत्मविश्वास लेकर आया है।”