अयोध्या में रामनवमी के मौके पर रामलला के सूर्यतिलक का अद्भुत नजारा देखने को मिला. अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बाद रामलला की ये पहली रामनवमी है. इस मौके पर रामलला की विशेष पूजा-अर्चना की गई. रामलला के दिव्य सूर्यतिलक का नजारा बेहद मनमोहक लग रहा था. इस मौके पर राम मंदिर का विशेष श्रृंगार किया गया है. रामनवमी के दिन वैज्ञानिक दर्पण के जरिए सूर्य की किरण को भगवान रामलला के मस्तक तक आई. इस दौरान 5 मिनट तक रामलला के ललाट पर सूर्य की किरण दिखाई दी. राम मंदिर बनने के बाद ये पहली रामनवमी है। इस वजह से इस बार रामनवमी पर सूर्य की किरणों से उनका अभिषेक किया जा रहा है।
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— Doordarshan National दूरदर्शन नेशनल (@DDNational) April 17, 2024
सूर्य की किरणें ठीक 12 बजकर 16 मिनट पर रामलला के ललाट पर पड़ी। करीब 3 मिनट तक सूर्य किरणों ने रामलला के मस्तक पर 75 मिमी के आकार का गोल तिलक किया। सूर्य की किरणें तीसरी मंज़िल से गर्भगृह में विराजमान रामलला तक पहुंची। इसके लिए वैज्ञानिकों ने खास तैयारी की । श्रीराम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने जानकारी दी थी कि सूर्य के तिलक का सफल परीक्षण पूरा कर लिया गया है. वैज्ञानिकों ने जिस तरह से प्रयास किया है, वह बहुत सराहनीय और वह बहुत अद्भुत है, क्योंकि सूर्य की किरणें भगवान रामलला के ठीक ललाट पर पड़ी है. जैसे ही सूर्य की किरणें प्रभु राम के माथे पर पड़ी, वैसे ही पता चल रहा है कि भगवान सूर्य उदय कर रहे हैं.